लाल किला परिसर में स्वतंत्रता दिवस का मुख्य कार्यक्रम संपन्न हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किला के प्राचीर से तिरंगा फहराया और देशवासियों को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में कई दिग्गज और करीब दो हजार तक अतिथि शामिल हुए लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की कुर्सी इस समारोह के दौरान खाली दिखी। खरगे इस समारोह में शिरकत नहीं कर सके। बाद में कहा गया कि आंख और सुरक्षा कारणों से खरगे लाल किला नहीं गए।
वहीं, कांग्रेस की तरफ से सफाई देते हुए बताया गया,’खरगे को अपने घर और कांग्रेस पार्टी दफ्तर में तिरंगा फहराना था। इसलिए वह लाल किला में होने वाले समारोह में शामिल नहीं हो पाए। अगर वे जाते तो वह घर वहां से जल्दी नहीं निकल सकते। उन्हें कम से कम दो घंटे तक वहां पर रहना ही पड़ता, वे कांग्रेस मुख्यालय में समय से ध्वजारोहण नहीं कर पाते। आगे कहा गया कि वह शाम को राष्ट्रपति आवास में मौजूद रहेंगे।
अगले साल अपने घर में तिरंगा फहराएंगे मोदी-बोले खरगे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी के ‘अगले 15 अगस्त को इसी लाल किले से देश की उपलब्धियां आपके सामने रखूंगा’ पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ”वह अगले साल एक बार फिर राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे, वह ऐसा अपने घर पर करेंगे।”
विपक्ष की आवाज को दबा रही है मोदी सरकार
इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट के जरिए एक वीडियो संबोधन जारी किया, जिसमें पीएम मोदी का नाम लिए बिना खरगे ने कहा कि “कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि देश पिछले कुछ वर्षों में विकसित हुआ है। लेकिन यह सच नहीं है। जब अंग्रेज देश छोड़कर चले गए, तो स्थिति ऐसी थी कि देश में एक सूई भी नहीं बनती थी। तब पंडित नेहरू बड़ी पहल की, इस्पात संयंत्र स्थापित किए, बांध बनाए, आईआईटी, आईआईएम, एम्स जैसे संस्थान स्थापित किए। इंदिरा गांधी-लाल बहादुर शास्त्री हरित क्रांति लेकर आए, भारत को आत्मनिर्भर बनाया।”
सरकार पर निशाना साधते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जो लोकतंत्र का ढोल बजाते हैं, वे दूसरे तरफ विपक्ष का मुंह बंद कर देते हैं। आज लोकतंत्र को बहुत बड़ा खतरा है। संसद में विपक्ष की आवाज बंद कर दी जाती है, मेरा माइक बंद कर दिया जाता है।
खरगे ने देशवासियों को बधाई दी
इससे पहले खरगे ने ट्वीट कर देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र और संविधान हमारी देश की आत्मा है। हम यह प्रण लेते हैं कि देश की एकता और अखंडता के लिये, प्रेम और भाईचारे के लिए, सौहार्द और सद्भाव के लिए लोकतंत्र और संविधान की स्वतंत्रता कायम रखेंगे।