नूंह में हुई हिंसा अब सियासती रुख अख्तियार करती जा रही है. सीएम मनोहर लाल ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए साजिश करार दिया है. वहीं, विश्व हिंदू परिषद की ओर से मेवात में हुई हिंसा के विरोध में 2 अगस्त बुधवार को देशभर में प्रदर्शन करने की बात कही गई है. वहीं, कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि आरोपियों के घर में भी बुलडोजर चलने चाहिए.
नूंह में हिंसा के बाद तनावपूर्ण है स्थिति:
हरियाणा के मेवात-नूंह इलाके में सोमवार को एक धार्मिक यात्रा निकलने के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसा हो गई. हिंसा में दो होमगार्ड समेत चार लोगों की मौत हुई है. जबकि 30 से ज्यादा पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं. हिंसा के दौरान उपद्रव की जद में थाने, अस्पताल और कई लोगों की दुकानें भी आ गईं. सैकड़ों गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया. देखते ही देखते हिंसा सोहना से गुरुग्राम तक फैल गई. हिंसा पर काबू पाने के लिए अर्धसैनिक बलों की 20 कंपनियां तैनात की गई हैं.
घटना के एक दिन बाद भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. सीएम मनोहर लाल ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए साजिश करार दिया है. वहीं, विश्व हिंदू परिषद की ओर से मेवात में हुई हिंसा के विरोध में 2 अगस्त बुधवार को देशभर में प्रदर्शन करने की बात कही गई है. कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री ने आरोपियों के घर बुलडोजर चलवाने की बात कही है. हरियाणा के पांच जगहों में इंटरनेट भी बैन कर दिया गया है.
इन जगहों में बंद हुआ इंटरनेट नूंह पलवल पटौदी सोहाना मानेसर
मेवात को नहीं बनने देंगे हिंदुओं का कब्रिस्तानः सुरेंद्र जैन
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डा सुरेंद्र जैन ने हरियाणा के मेवात में हुई हिंसा को दुर्भाग्य पूर्ण बताया साथ ही कहा कि मेवात को हिंदुओं का कब्रिस्तान नहीं बनने देंगे. उन्होंने मंगलवार को कहा कि मेवात में हर साल श्रावण मास में सोमवार के दिन भगवान शंकर का आशीर्वाद लेने के लिए महाभारत कालीन पांच मंदिरों में श्रद्धालु जाते हैं. विहिप की ओर से जारी एक प्रेसनोट में यह भी बताया गया है कि सोमवार को तनाव की स्थिति की शुरुआत कैसे हुई. उनके मुताबिक यात्रा में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे और अचानक ही उन पर हमला किया गया.
यात्रा में पहुंचे थे 20-25 हजार लोग
डॉ. सुरेंद्र जैन के मुताबिक, सोमवार को लगभग 20-25 हजार लोग पहुंचे हुए थे. अभी यात्रा शुरू हुए 15 मिनट भी नहीं हुए थे कि उन पर उपद्रवियों ने फायरिंग शुरू कर दी और पत्थर बरसाने लगे. उन्होंने आगजनी भी शुरू कर दी. श्रद्धालुओं ने जब देखा कि परिस्थिति नियंत्रण से बाहर जा रही है, तो पीछे हटने का प्रयास किया, लेकिन पीछे से भी पत्थर आ रहे थे. उन पर पेट्रोल बम फेंके गए, बहुत मुश्किल से कुछ लोगों को बचाकर हम नल्हड़ महादेव मंदिर में वापिस लेकर आ सके. कुछ ही देर हुई थी कि मंदिर के सामने भी दंगाई आ गये. कारों, बसों और अन्य वाहनों को आग लगाने लगे और फायरिंग करने लगे.
दागी गोलियां, जलाए और तोड़े गए वाहन
इसमें दो लोगों को गोलियां लगीं. लगभग सारे वाहन जला दिए या तोड़ दिए गए. जब पुलिस आई तो पुलिस को देखकर उपद्रवी भागने लगे और पहाड़ियों पर चढ़कर तीनों तरफ से मंदिर एरिया पर फायरिंग करने लगे. इसमें युवक की मौत हो गई और कुछ अन्य लोग भी घायल हुए. बहुत मुश्किल से प्रशासन ने उन पर नियंत्रण किया और उसके बाद वहां से निकाल करके पुलिस लाइन में लेकर आए. डा. जैन ने आरोप लगाया कि इस घटना के जिम्मेदार वे लोग हैं जो इन दंगाइयों को भड़काते हैं उनके भड़काने के कारण से ही, मुहर्रम व रामनवमी पर हमले होते हैं. अन्य कितने लोग बलिदान हुए है उनका पता लगाया जा रहा है, प्रशासन से भी इस बारे में सही आंकड़े नहीं मिल पा रहे हैं. घायलों की चिंता और उनके उचित उपचार की व्यवस्था की जा रही है.
मृतकों को एक-एक करोड़ और घायलों को 20 लाख देने की मांग
विश्व हिंदू परिषद की ओर से कहा गया कि हिंदू धार्मिक यात्रा पर हुए इस क्रूर हमले के विरोध में कल दो अगस्त को सम्पूर्ण देश में, समस्त जिला स्थानों पर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा. सुरेंद्र जैन ने कहा कि ‘इस आतंकी हमले के कारण बजरंग दल के दो कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या हुई है और समाज के दो अन्य व्यक्ति भी बलिदान हुए हैं, विश्व हिंदू परिषद की मांग है उन सबके परिवारों को एक-एक करोड़ रुपया दिया जाए. जो घायल हुए हैं उनको 20 लाख रुपया तथा जिनकी गाड़ियां और बसें नष्ट हो गई हैं उनको पूरी तरह क्षति पूर्ति की जाए.’ उन्होंने मेवात को सील कर इसकी कांबिंग कराने की भी मांग की है.
सियासी रुख पकड़ रही है मेवात की हिंसा
दिल्ली से सटे हरियाणा के इन क्षेत्रों में हिंसा के बाद से तनाव का माहौल है. एक तरफ जहां पुलिस की चूक की बात कही जा रही है तो वहीं यह मामला सियासी रुख पकड़ता दिखाई दे रहा है, जिस तरह के बयान सामने आ रहे हैं वह आग में घी डालने का काम कर सकते हैं. विश्व हिंदू परिषद के जॉइंट जनरल सेक्रेटरी सुरेंद्र जैन ने कांग्रेस पर इन मामलों को हवा देने का आरोप लगाया तो साथ ही कहा कि ‘हिंदू समाज कब तक चुप रहेगा, कब तक समाज के लोग सहते रहेंगे.’ सुरेंद्र जैन ने कहा कि ‘मेवात को हरियाणा का कब्रिस्तान कहा जाता है, हिंदुओं का कब्रिस्तान कहा जाता है, मिनी पाकिस्तान भी कहा जाता है, मेवात की पहचान आज गो हत्या, साइबर क्राइम से बन गई है. मेवात में महाभारत कालीन मंदिर हैं, जिन का बहुत महत्व है. जहां पर सावन के समय में जलाभिषेक किया जाता है वहां जाना सौभाग्य की बात है. फिर उन्होंने दूसरे समुदाय पर तंज कसते हुए कहा कि ओवैसी इनके नेता हैं, ये लोग पुलिस वालों को मारते हैं. कांग्रेस वाले इन सबको हवा देती है.
हम देशभर में करेंगे आंदोलनः विहिप
जैन ने कहा कि, जगह-जगह महापंचायत होंगी और हमारी यात्रा नहीं रुकेगी. शिव मंदिर में जलाभिषेक करने के लिए जाते हैं. उपद्रवियों द्वारा गोली चलाई गई. मोर्टार बम दागे गए, चारों तरफ से घेर कर पत्थरबाजी की गई. पुलिस चौकी जला दी गई, थाने जला दिए गए मंदिरों पर हमले किए गए. उन्होंने कहा कि ‘हिंदू समाज कब तक चुप रहेगा. हम घर-घर जायेंगे, हम देश भर में आंदोलन करेंगे.
धीरेंद्र शास्त्री बोले- इनके घर चले बुलडोजर
उधर, मेवात हिंसा पर कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का भी बयान सामने आया है. दिल्ली के इस्कॉन टेंपल में धीरेंद्र शास्त्री ने मेवात हिंसा को लेकर कहा कि ‘जो लोग हिंसा फैला रहे हैं, ऐसे ही भगवान की शोभा यात्रा पर पत्थरबाजी करते हैं, आगजनी करते हैं उनके घर में भी बुलडोजर चलने चाहिए. यह बेहद दुखद घटना है, ऐसा तब तक होता रहेगा जब तक सनातनी सोते रहेंगे. ज्ञानवापी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा की ज्ञानवापी के नाम से ही स्पष्ट है कि वह क्या है. ज्ञानवापी ज्ञान का कुआं है. मैंने कुरान नहीं पढ़ी, पर स्पष्ट है कि वह क्या है.’
मेवात हिंसा में पांच लोगों की मौत
बता दें कि मेवात हिंसा में 5 लोगों की मौत हुई है, जिनमें 3 नागरिकों की मौत हुई है और दो पुलिसकर्मी मारे गए हैं. मेवात हिंसा में पुलिस ने 70 लोगों को हिरासत में लिया है. उधर,मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नूंह में उत्पन्न हुई स्थिति पर बैठक की है. उन्होंने कहा कि ‘नूंह में जो कुछ भी घटना हुई है, वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. घटना का पता लगते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और प्रशासन को तुरंत भेजा गया. उन्होंने कहा कि, एक सामाजिक यात्रा जो हर वर्ष निकलती है जिसके ऊपर कुछ लोगों ने आक्रमण किया और पुलिस को भी निशाना बनाया गया है. उन्होंने कहा कि, सुनियोजित और षड्यंत्रपूर्ण तरीके से यात्रा को भंग किया गया, जो बड़ी साजिश की तरफ इशारा करती है. गाड़ियों को आग लगाई गई और आगजनी की घटना कुछ स्थानों पर सामने आई है. फिलहाल नूंह समेत सभी जगह स्थिति सामान्य है.
अभी तक कई एफआईआर दर्ज की गई है, कुल 70 लोगों को अभी तक हिरासत में लिया गया है. कुल 5 लोग की मौत की अभी तक सूचना है. नूंह से बाहर के लोग जो इस घटना में शामिल थे उनकी पहचान की जा रही है. किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा. सभी नागरिकों से अपील है कि शांति बहाली के लिए आगे आएं.
सभी पांचों मृतकों का विवरण
1- नीरज- होम गार्ड
2- गुरुसेवक- होम गार्ड
(दोनों मृतक होम गार्ड गुरुग्राम पुलिस टीम का हिस्सा थे, जिस पर नूंह पहुंचते समय हमला (पथराव) हुआ. उन्होंने अपनी चोटों के कारण दम तोड़ दिया.
3- शक्ति, 35 वर्ष (बड़कली चौक नूंह दुकान का मालिक) जब रात में झड़पें शुरू हुईं तो वह अपनी दुकान से भाग गए थे. वह अपनी दुकान बंद करने के लिए वापस आया थे और सुबह दुकान के अंदर मृत पाए गए. उनके पोस्टमार्टम का इंतजार है.
4- अभिषेक, उम्र 24 वर्ष, निवासी पानीपत, विहिप की यात्रा का हिस्सा थे, (नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में मृत लाए गए)
5- सेक्टर 57 मस्जिद के मौलाना
सीएम मनोहर लाल ने की नूंह की स्थिति पर बैठक
उधर,मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नूंह में उत्पन्न हुई स्थिति पर बैठक की है. उन्होंने कहा कि ‘नूंह में जो कुछ भी घटना हुई है, वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. घटना का पता लगते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और प्रशासन को तुरंत भेजा गया. उन्होंने कहा कि, एक सामाजिक यात्रा जो हर वर्ष निकलती है जिसके ऊपर कुछ लोगों ने आक्रमण किया और पुलिस को भी निशाना बनाया गया है. उन्होंने कहा कि, सुनियोजित और षड्यंत्रपूर्ण तरीके से यात्रा को भंग किया गया, जो बड़ी साजिश की तरफ इशारा करती है. गाड़ियों को आग लगाई गई और आगजनी की घटना कुछ स्थानों पर सामने आई है. फिलहाल नूंह समेत सभी जगह स्थिति सामान्य है.
अभी तक कई एफआईआर दर्ज की गई है, कुल 70 लोगों को अभी तक हिरासत में लिया गया है. कुल 5 लोग की मौत की अभी तक सूचना है. नूंह से बाहर के लोग जो इस घटना में शामिल थे उनकी पहचान की जा रही है. किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा. सभी नागरिकों से अपील है कि शांति बहाली के लिए आगे आएं.
गुरुग्राम-सोहना के बाद अब बादशाहपुर में तनाव
हरियाणा के मेवात-नूंह इलाके में सोमवार को हुई हिंसा के बाद स्थिति तनावपूर्ण है. एक धार्मिक यात्रा निकलने के दौरान दो समुदायों के बीच हिंसा की घटना सामने आई थी. मंगलवार को स्थिति सामान्य लेकिन तनावपूर्ण होने की बात कही जा रही है, लेकिन अभी भी हिंसात्मक घटनाएं पूरी तरह से रुकी नहीं हैं. मंगलवार को ऐसा ही मामला बादशाहपुर में आया है. गुरुग्राम-सोहना के बाद अब बादशाहपुर में तनाव की बात सामने आई है. यहां छिटपुट घटनाएं रिपोर्ट की गई हैं.
बता दें कि मंगलवार को बादशाहपुर में तनाव का मामला सामने आया है. कहा जा रहा है कि यहां हिन्दू संगठनों ने धार्मिक नारे लगाए और नूह हिंसा के विरोध में मार्किट बंद किया. इसके बाद पुलिस बल मौके पर पहुंचा और संभावित उपद्रव की आशंका को देखते हुए पुलिस ने उपद्रवियों को खदेड़ दिया. सोमवार को नूंह में हुए बवाल के बाद गुरुग्राम में कई इलाकों में छिट-पुट घटनाएं जारी हैं.