संसद के मानसून सत्र का आज चौथा दिन है। दोनों सदनों में लगातार मणिपुर हिंसा को लेकर बवाल जारी है। मणिपुर में जारी हिंसा पर चर्चा कराने को लेकर संसद के बाहर और भीतर सरकार तथा विपक्ष के बीच जारी संग्राम के चलते लगातार तीसरे दिन संसद की कार्यवाही नहीं चल पाई थी। सरकार के आश्वासन के बावजूद विपक्षी गठबंधन दोनों सदनों में हंगामा-नारेबाजी कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को लोकसभा में कहा, मैं मणिपुर की स्थिति पर लोकसभा में चर्चा का इच्छुक हूं, लेकिन पता नहीं विपक्ष ऐसा क्यों नहीं चाहता।
कार्यवाही शुरू होते ही लोकसभा 2 बजे तक के लिए स्थगित
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया जिसके बाद सदन की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि कल AAP सांसद संजय सिंह के निलंबन प्रस्ताव पारित होने से पहले, मैंने आपसे इसके लिए मतदान कराने का अनुरोध किया था। मैं अभी संजय सिंह के निलंबन पर मत विभाजन चाहता हूं। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने उनकी याचिका खारिज कर दी और सदन की कार्यवाही शुरू की।
संसद परिसर में पूरी रात जारी रहा विपक्षी नेताओं का धरना
विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (I.N.D.I.A.) के घटक दलों के नेता मणिपुर के विषय पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बयान की मांग और आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के निलंबन के खिलाफ सोमवार को संसद परिसर में धरने पर बैठ गए। नेताओं का यह धरना सारी रात जारी रहा।
गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को सदन में कहा था कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा को तैयार है लेकिन विपक्ष इससे दूर भाग रहा है। माना जा रहा है कि आज भी सदन में विपक्ष इस मुद्दे पर हंगामा कर सकता है।
विपक्ष दिशाहीन हो गया है। विपक्ष बिखरा हुआ और हताश है। ईस्ट इंडिया कंपनी के नाम में भी इंडिया लगाया गया था। इंडियन मुजाहिद्दीन के नाम में भी इंडियन। इंडिया नाम लगा लेने से इंडिया नहीं हो जाता है। लगता है विपक्ष को लंबे समय तक सत्ता में आने की इच्छा नहीं है।
लोकसभा शुरू होते ही विपक्षी सांसद शोरगुल करने लगे। अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों से उनकी सीट पर जाने को कहा लेकिन वो वेल में हंगामा करने लगे। इसपर अध्यक्ष ने कहा कि विपक्ष गंभीर मुद्दों पर बहस नहीं करना चाहता है। उन्होंने कहा कि सदन शोरगुल के लिए नहीं होता है। आप चर्चा करके ही मुद्दों पर समाधान कर सकते हैं।
राज्यसभा में भी विपक्ष मणिपुर मुद्दे को लेकर नियम 267 के तहत चर्चा कराने को लेकर अड़ा रहा। इसे लेकर कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि इस मामले में केवल इसी नियम के तहत चर्चा हो सकती है। सभापति ने काफी देर तक सदस्यों से उनको अपनी सीट पर बैठने के लिए कहा। लेकिन इसके बाद भी हंगामा कम नहीं हुआ। इसके बाद सभापति ने दोपहर 12 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।