पाकिस्तान से भारत अपने प्रेमी की खातिर आइ सीमा हैदर का मसला अब तूल पकड़़ने लगा है। उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की भौहें सीमा हैदर पर तन गई हैं। एटीएस लगातार उससे और उसके पति से पूछताछ कर रही है। खुफिया एजेंसियां उसके बारे में ज्यादा–से–ज्यादा इनपुट जुटाने में जुटी हैं। एजेंसियों के शक की वजह सीमा का नाटकीय तरीके से भारत में प्रवेश करना है। पाकिस्तान फिर दुबई और उसके बाद नेपाल के रास्ते अपने चार बच्चों के साथ अपने पबजी पार्टनर के लिए भारत आने की बात खुफिया एजेंसियों को पच नहीं रही है। साथ ही सीमा के दावे भी एजेंसियों के मन में शंका पैदा कर रहे हैं। मसलन; उसकी बोलचाल और रहन–सहन के तौर–तरीकों को बेहद असामान्य माना जा रहा है। पांचवीं तक पढ़ी होने के बावजूद बोलचाल में अंग्रेजी का इस्तेमाल‚ स्मार्टफोन और कंप्यूटर चलाने आना आदि उसके बारे में कई तरह की आशंका पैदा करती हैं। कई पुलिस अफसरों को उसके इसी ‘असामान्य’ आचरण पर आपत्ति भी है और आशंका भी। स्वाभाविक है कि कोई महिला महज अपने पबजी पार्टनर से मिलने की खातिर बच्चों सहित तीन देशों की सीमा लांघकर आएगी तो शक तो होगा ही। खासकर अगर आने वाला शख्स पाकिस्तान का हो तो। एटीएस की पूछताछ में क्या कुछ निकला है‚ यह तो ज्ञात नहीं मगर इतना तो है कि भारतीय खुफिया एजेंसियों और सरकार को ऐसे मामलों में अब ज्यादा चौंकन्ना रहना होगा। अधिकांश का मानना है कि कहीं सीमा हैदर प्यार की आड़़ में जासूसी करने या किसी गलत मंशा से तो भारत नहीं आई है। उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएड़ा स्थित रबूपुरा गांव में ५० दिन से सीमा अपने प्रेमी के घर में रह रही हैं तो यह निश्चित तौर पर खुफिया इकाइयों के लिए कमजोर कड़़ी है। स्थानीय खुफिया यूनिट (एलआईयू) की नाकामी भी इस मामले में साफ तौर पर सामने आई है। जासूसी की बात पर अधिकारियों को इसलिए शंका हो रही है क्योंकि सीमा के चाचा और उसके भाई पाकिस्तानी फौज में हैं। हालांकि अभी तफ्तीश और पूछताछ शुरुआती दौर में है तो पुख्ता तौर पर उसके बारे में गलत धारणा बनाना समझदारी नहीं कही जाएगी। देखना होगा‚ खुफिया एजेंसियों को जांच में क्या कुछ हाथ लगता है। फिलहाल‚ उसकी निजता का ख्याल मीडि़या और सोशल मीडि़या का उपयोग करने वालों को करने की जरूरत है।