तीन दिन पहले 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ने के बाद शुक्रवार शाम 6 बजे दिल्ली में यमुना का जलस्तर घटकर 208.17 मीटर पर आ गया था. बाढ़ का पानी दिल्ली के कई इलाकों में घुस गया है. दिल्ली में राजघाट स्थित महात्मा गांधी के स्मारक में यमुना का पानी घुस गया, जिससे उसके लॉन और रास्ते जलमग्न हो गए. इलाके में एक नाले से बैकफ्लो के कारण पानी स्मारक परिसर के संगमरमर के मंच के प्रवेश द्वार तक बढ़ गया, जहां महात्मा गांधी का अंतिम संस्कार किया गया था. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया कि बाढ़ से प्रभावित लोगों के बचाव और राहत के लिए एनडीआरएफ की कई टीम दिल्ली में तैनात हैं. अगले 24 घंटे में यमुना नदी के जलस्तर में गिरावट की उम्मीद है.
दिल्ली के कई हिस्सों में बाढ़ के पानी के घुसने के कारण ट्रैफिक जाम की समस्या लगातार जारी है. शुक्रवार को यमुना का जल स्तर कम होने के संकेत दे रहा है और पिछले 48 घंटों में पहली बार यह 208 मीटर से नीचे आ गया था. रात में यमुना का जलस्तर 207.98 मीटर रिकार्ड किया गया. गुरुवार को यह तीन घंटे तक स्थिर रहने के बाद बढ़ना शुरू हुआ और शाम सात बजे तक खतरे के निशान 205.33 मीटर से तीन मीटर ऊपर 208.66 मीटर की ऊंचाई पर पहुंच गया था. जलभराव के कारण दिल्ली सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के रेगुलेटर को हुए नुकसान को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आईटीओ चौराहे और राजघाट पर सर्वेक्षण किया.
दिल्ली में कई दिनों की भारी बारिश और हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना के तट टूटने से लाल किला, कश्मीरी गेट, सिविल लाइन्स, राजघाट और आईटीओ सहित शहर के कई इलाके पानी में डूब गए हैं. निचले इलाकों से हजारों लोगों को निकालने के लिए मजबूर होना पड़ा. दिल्ली में यमुना ने 1978 में बनाए गए 207.49 मीटर के अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ दिया. यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में पानी सड़कों तक आ गया है, जिसकी वजह से लोगों को आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया कि बाढ़ से प्रभावित लोगों के बचाव और राहत के लिए एनडीआरएफ की कई टीम दिल्ली में तैनात हैं. अगले 24 घंटे में यमुना नदी के जलस्तर में गिरावट की उम्मीद है. जबकि भारतीय सेना ने WHO बिल्डिंग के पास I&FC रेगुलेटर की बहाली का काम लगभग पूरा कर लिया है. सेना ने ITO बैराज के 5 गेटों को जाम करने वाली गाद और कीचड़ को साफ करने का काम भी पूरा कर लिया है. ITO का एक बैराज भी खोला गया है, जिससे यमुना के जलस्तर में कमी होगी.
बाढ़ से बंद कई सड़कों को खोला गया
दिल्ली में बाढ़ को देखते हुए ट्रैफिक की आवाजाही के लिए कुछ सड़कों पर प्रतिबंधों में ढील दी गई है, जबकि कुछ सड़कें अभी भी बंद हैं. भैरों मार्ग- मथुरा रोड से रिंग रोड को खोल दिया गया है. आईटीओ से लक्ष्मी नगर तक विकास मार्ग को खोल दिया गया है. शांति वन से गीता कॉलोनी तक निषाद राज मार्ग को खोल दिया गया है. जबकि शांति वन से राजघाट और आईएसबीटी की ओर रिंग रोड अभी भी बंद है. बुलेवार्ड रोड-स्लिप रोड-सर्विस रोड-युधिष्ठिर सेतु के अंतर्गत लेफ्ट टर्न-रिंग रोड को खोल दिया गया है. चंदगी राम अखाड़ा से मुकरबा चौक को खोल दिया गया है. चंदगी राम अखाड़ा से आईपी कॉलेज तक रोड खोल दिया गया है. जबकि रिंग रोड-मजनू का टीला-आईएसबीटी-शांति वन-आईपी फ्लाईओवर से आईपी डिपो बंद रख गया है. रिंग रोड-आईपी डिपो से आईपी फ्लाईओवर से आईएसबीटी, सलीम गढ़ बाईपास, पुराना लोहे का पुल पुस्ता से श्मशान घाट, आउटर रिंग रोड-मुकरबा चौक से वजीराबाद, आईएसबीटी से कश्मीरी गेट रोड बंद रहेंगी. सिंघु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, राजोकरी बॉर्डर, बदरपुर बॉर्डर, चिल्ला बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, लोनी बॉर्डर, अप्सरा बॉर्डर और भोपुरा बॉर्डर से भारी मालवाहक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध है. जरूरी सामानों/सेवाओं और राहत सामग्री ले जाने वाले वाहनों पर कोई प्रतिबंध नहीं है. यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे प्रशासन द्वारा जारी हाई अलर्ट के मद्देनजर निचले इलाकों में यात्रा योजनाओं को रोक दें और अपरिहार्य यात्रा के मामले में उपर्युक्त सड़कों को यात्रा योजनाओं से बाहर रखा जाना चाहिए.
बीजेपी नेता गौरव भाटिया ने केजरीवाल को ‘बहानेबाज’ बताया
दिल्ली में आई बाढ़ पर आम आदमी पार्टी के आरोपों का जवाब देने के लिए बीजेपी के गौरव भाटिया और प्रवेश साहिब सिंह से संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस की. भाटिया ने कहा कि दिल्ली बाढ़ की चपेट में आ चुकी है और यहां के नागरिकों को असुविधा हो रही है, जगह-जगह पानी जमा हुआ है. ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार, भारतीय सेना, LG साहब का कार्यालय और NDRF की टीमें दिन-रात एक कर जनता की सेवा में लगी हैं, तो दूसरी ओर अरविंद केजरीवाल की सरकार और उनके मंत्री हैं, जो दोषारोपण करने में लगे हैं. दिल्ली में संकट की इस घड़ी में भी केजरीवाल उपराज्यपाल, केंद्र सरकार और यहां तक कि एनडीआरएफ को दोषी ठहराने में लगे हुए हैं. केंद्र सरकार दिल्ली के लोगों के साथ खड़ी है और भीषण बाढ़ की इस स्थिति में उनकी मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. लेकिन केजरीवाल ने साबित कर दिया है कि वह न केवल बेईमान हैं, बल्कि एक बड़े ‘बहानेबाज’ भी हैं. दिल्ली में जल संकट आया है और आम आदमी पार्टी के नेता व मंत्री बता रहे हैं कि गलती हरियाणा सरकार की है. भारतीय सेना जो दिन रात जनता की सेवा में लगी है वह षड्यंत्र कर रही है, केंद्र सरकार, LG साहब और NDRF की टीमें षड्यंत्र कर रही है और ‘शीशमहल’ में बैठकर जो AC का आनंद ले रहा है, वह मुख्यमंत्री सही है. यहां तक कि कोविड काल के दौरान भी, यह केंद्र सरकार ही थी जो यह सुनिश्चित कर रही थी कि लोगों को उस हालात से लड़ने के लिए सभी सुविधाएं मिलें. केजरीवाल उस समय भी दोषारोपण के अलावा किसी काम में नहीं लगे थे. अब जब केंद्र सरकार, एनडीआरएफ और भारतीय सेना बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए दिन-रात प्रयास कर रही है, तो केजरीवाल अपने ‘शीश महल’ में बैठकर दोषारोपण और झूठ बोल रहे हैं. पिछले 9 साल में यमुना को साफ करने के लिए 6,800 करोड़ रुपये खर्च हुए. ये जो डिसिल्टिंग का काम है, इरिगेशन डिपार्टमेंट के अंतर्गत आता है. तो पहले ये बताइए कि आप यमुना की डिसिल्टिंग क्यों नही कर पाए? पिछले साल भी भाजपा ने ये मुद्दा उठाया और आपसे पूछा कि डिसिल्टिंग क्यों नहीं हो रही है? इससे बाढ़ आने का खतरा है, लेकिन आपने उसका संज्ञान भी नहीं लिया. आज प्रदेश में सरकार AAP की, दिल्ली जल बोर्ड AAP का, MCD भी AAP का इसके बाद भी दोषारोपण दूसरों पर… ऐसा क्यों?