गुरुवार को विधानसभा मार्च में शामिल हुए बीजेपी के 59 नेताओं समेत सैकड़ों अज्ञात के खिलाफ बिहार पुलिस ने केस दर्ज किया है। कोतवाली थाने में दर्द एफआईआर में पुलिस ने इस मामले में बीजेपी के 59 नेताओं को नामजद किया है। बीजेपी नेताओं पर आरोप है कि उन्होंने प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसकर हंगामा किया। सरकारी काम में बाधा डालने के साथ ही पुलिस के साथ मारपीट, हमला और पत्थरबाजी का आरोप बीजेपी नेताओं पर लगाया गया है।
इस बिच आज दिवंगत BJP नेता विजय सिंह के अंतिम संस्कार फतुहां घाट पर सम्पन्न हुआ , इसमें शामिल होने पहुंचे NDA के बड़े नेता पहुंचे जिनमे
सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, जीतन राम मांझी, नंदकिशोर यादव, मंगल पांडे, प्रेम कुमार, रामकृपाल यादव, विनोद तांवड़े, प्रिंस पासवान सहित कई नेता मौजूद रहे .
दरअसल, शिक्षक बहाली में गड़बड़ी, 10 लाख नौकरी और भ्रष्टाचार के मामले को लेक बीजेपी ने गुरुवार को विधानसभा मार्च निकाला था। जैसे ही बीजेपी का मार्च डाकबंगला चौराहा पर पहुंचा पुलिस ने उसे रोक दिया। इसके बाद पुलिस ने मार्च को रोकने के लिए लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरा पुलिस की तरफ से वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया और आंसू गैस के गोले भी दागे गए। इसके बाद डाकबंगला चौराहे इलाके में अफरा तफरी मच गई थी।
अब मजिस्ट्रैट के बयान के आधार पर पुलिस ने कोतवाली थाने में 59 बीजेपी नेताओं के खिलाफ नामजद और सैकड़ों अज्ञात बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज किया है। बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर पर आरोप है कि उन्होंने प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसकर पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट करने के साथ ही हंगामा, पत्थरबाजी की। मार्च में शामिल तारकिशोर प्रसाद, रेनू देवी, सांसद सुशील कुमार सिंह, नितिन नवीन, विजय कुमार सिन्हा, रामकृपाल यादव, शाहनवाज हुसैन, मंगल पांडे, सम्राट चौधरी समेत कई बड़े बीजेपी नेताओं को अभियुक्त बनाया गया है।