बिहार में सियासी घमासान चरम पर है। जिस तरह से बीजेपी के प्रदर्शन में पुलिस का लाठीचार्ज हुआ उस पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा। गुरुवार को बीजेपी के प्रदर्शन में एक नेता की मौत का मुद्दा भी पार्टी छोड़ने वाली नहीं है। बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र का आज आखिरी दिन है। सूबे के सियासी हालात को देखते हुए भारी हंगामे के आसार जताए जा रहे हैं। जिस तरह से गुरुवार को बीजेपी की ओर से निकाले गए विधानसभा मार्च पर पुलिस का लाठीचार्ज हुआ और जहानाबाद के पार्टी नेता विजय सिंह की मौत हुई, उस पर बवाल बढ़ने की संभावना है। बीजेपी आज पूरे बिहार में काला दिवस मना रही है। ये तय माना जा रहा कि बीजेपी इस मुद्दे को छोड़ने वाली नहीं है। विधानसभा में इस पर हंगामा हो सकता है। ऐसे में देखना होगा कि क्या आज विधानसभा सत्र सुचारू रूप से चल सकेगा या नहीं।
बिहार विधानसभा
बिहार विधानसभा के मानसून सत्र का आखिरी दिन भी हंगामे भी भेंट चढ़ रहा है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायकों ने जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष के हंगामे को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने महज 4 मिनट में सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इधर सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी के विधायकों ने सदन के बाहर मौन प्रदर्शन किया। भाजपा विधायकों के मुंह पर काली पट्टी है और हाथों में सरकार विरोधी तख्तियां नजर आईं।
इधर मीडिया से बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि ये बदले की कार्रवाई है। राजद विधायकों को हमने नहीं मुख्यमंत्री ने पिटवाया था। याद दिला दें कि 22 मार्च 2021 को बजट सत्र के दौरान राजद विधायकों ने हंगामा किया था। उस वक्त विधायकों पर लाठीचार्ज किया गया था।
बता दें कि गुरुवार को बीजेपी के प्रदर्शन में पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। भाजपा का दावा है कि कार्यकर्ता की मौत लाठीचार्ज से हुई है। इसे लेकर बीजेपी आज काला दिवस मना रही। वहीं, विधानसभा परिसर से सरकार की नीतियों के खिलाफ बीजेपी नेता राजभवन तक मार्च निकालेंगे।
अपराधियों की तरह सांसद-विधायकों को पीटा गया
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि आज पूरे बिहार में हमारी पार्टी ब्लैक डे मना रही है। राज्यपाल से भी मुलाकात करेंगे और बताएंगे कि जिस तरह अपराधी को नहीं मारा जाता है, उस तरह हमारे सांसदों और विधायकों को पीटा गया है।
सिर पर लाठी चलाई गई। ये तो पुलिस मैन्यूअल में भी लिखा गया है कि घुटने के नीचे लाठी चलानी है। हमलोग राज्यपाल से इस मामले में बिहार सरकार पर कार्रवाई करने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि 302(हत्या) का मुकदमा नीतीश कुमार के खिलाफ दायर करवाएंगे।
प्रशासन ने बिना पोस्टमॉर्टम कैसे कह दिया लाठीचार्ज से मौत नहीं हुई- सम्राट
प्रशासन की तरफ से विजय सिंह की मौत को लेकर कहा गया है कि उनकी मौत लाठीचार्ज में नहीं हुई थी। इस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि विजय पटना क्यों आए थे। क्या वो नीतीश कुमार का भजन कीर्तन करने आए थे?
वो विधानसभा मार्च करने आए थे और मार्च के दौरान लाठी चली, आंसू गैस छोड़े गए, इस भगदड़ में उनकी मौत हो गई। सम्राट चौधरी ने सवाल उठाया कि प्रशासन ने बिना पोस्टमॉर्टम के ही कह दिया गया कि चोट नहीं लगी है। इसक मतलब है कि डॉक्टर को भी निर्देश है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट गलत दी जाए।
सरकार भी अड़ी
दूसरी तरफ सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि विपक्ष के किसी मांग को नहीं माना जाएगा। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने गुरुवार को सदन में कहा कि बीजेपी के इस धरना-प्रदर्शन और विरोध का सरकार पर किसी प्रकार का कोई असर नहीं पड़ने वाला है। बीजेपी महागठबंधन की एकता से घबरा गई है। 2024 में उनकी सरकार नहीं बनने वाली है। इधर बीजेपी कार्यकर्ता की मौत के बाद सदन में सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दी गई है।
एक दिन चला प्रश्नकाल, वह भी बिना विपक्ष के
मानसून सत्र के 4 दिन सदन की कार्यवाही विधिवत संपन्न हुई। बीजेपी के विरोध के कारण 3 दिनों तक सदन की कार्यवाही पूरी तरह बाधित रही। गुरुवार को बीजेपी विधायक के हंगामे के बीच सदन में प्रश्न काल की शुरुआत हुई। बाद में बीजेपी के विधायक सदन से वॉक आउट कर गए। इसके बाद बिना विपक्ष के ही सदन की कार्यवाही हुई। सदस्यों के लगभग 119 प्रश्नों के लिखित या मौखिक रूप से जवाब दिए गए। फिर महालेखा परीक्षक की रिपोर्ट पेश हुई। नगर विकास विभाग के बिल पर भी चर्चा हुई।
विधानसभा अध्यक्ष कर सकते हैं कार्रवाई
विधानसभा में बीजेपी विधायकों पर कार्रवाई की तैयारी भी चल रही है। विधानसभा अध्यक्ष अवध नारायण चौधरी ने गुरुवार को ही सदन में कहा कि सदन के वीडियो की जांच करा रहे हैं। कुर्सी तोड़ने और कागज उछालने वाले विधायकों की पहचान कर नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।
संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने वेल में आकर कुर्सी तोड़ने वाले विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है। इस स्थिति में सदन के आखिरी दिन अध्यक्ष बीजेपी के विधायकों के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं।
बिहार विधान परिषद
बिहार विधान परिषद में चौथे दिन का सत्र भी हंगामेदार होने की आशंका है। बिहार विधान सभा मार्च के दौरान भाजपा के महामंत्री विजय सिंह की मौत के बाद भाजपा गुस्से में है। सांसद सिग्रीवाल सहित कई विधायकों और नेताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है। कई घायल हैं। भाजपा इसको लेकर शुक्रवार को ब्लैड फ्राइडे मनाने जा रही है। इसका असर विधान परिषद के सत्र पर पड़ना तय है। विपक्षी पार्टी फिर से सदन का बहिष्कार कर सकती है। BJP के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है कि सदन में वह सरकार से जवाब मांगेगे कि बीजेपी नेताओं-कार्यकर्ताओं पर लाठी क्यों बरसायी गई?
शिक्षकों के स्थानांतरण के मुद्दे पर ध्यानाकर्षण लाया जाएगा
गुरुवार को परिषद में विपक्ष वाकआउट कर गया था, इसलिए विपक्ष की अनुपस्थिति में ही प्रश्न काल चलाया गया था। शुक्रवार को वित्तीय वर्ष 2022-23 की उपलब्धि प्रतिवेदन पुस्तिका की एक प्रति सदन की मेज पर रखी जाएगी। वित्तीय वर्ष 2023-34 की हरित बजट पुस्तिका की एक-एक प्रति सदन की मेज पर रखी जाएगी। जयप्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा द्वारा अपने छात्रों के लिए शैक्षणिक प्रमाण-पत्रों को ससमय निर्गत करने के सबंध में, राज्य में विभिन्न भाषाओं के विकास के उद्देश्य से गठित अकादमियों को तत्काल जीवंत करने और एक वृहद अकादमी का गठन किए जानने के संबंध में और शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत 34,540 कोटि के (सामान्य और उर्दू) शिक्षकों का अंतर जिला स्थानांतरण करने के संबंध में ध्यानाकर्षण लाया जाएगा।