पीएफआई के फुलवारीशरीफ मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बिहार, कर्नाटक और केरल में करीब 25 ठिकानों पर रेड मारी है। एनआईए की टीम ने कटिहार के हसनगंज थाना क्षेत्र के मुजफ्फर टोला में लगभग 3 घंटे तक छापेमारी की।
एनआईए की टीम ने नासिर हुसैन के घर कई दस्तावेज को खंगाला। वहीं, स्थानीय लोगों की माने तो एनआईए पूछताछ के लिए महबूब आलम नदवी के भाई मोहम्मद जावेद को अपने साथ ले गई है। हालांकि आधिकारिक रूप से अब तक इसकी कोई पुष्टि नहीं है।
जुलाई 2022 में पटना के फुलवारीशरीफ में पुलिस की रेड में पीएफआई से जुड़े कुछ लोग पकड़े गए थे। छापेमारी में इंडिया 2047 नाम का 7 पेज का डॉक्यूमेंट भी मिला है। इसमें अगले 25 साल में भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की प्लानिंग की गई थी। इसी टारगेट को पूरा करने के लिए मुस्लिम युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी।
उस समय 6 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। इसमें पूछताछ में पता चला था कि 12 जुलाई को पटना आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ये हमला करना चाहते थे। इसके लिए उन्हें 15 दिन से ट्रेनिंग दी जा रही थी। इसको लेकर पहले पटना पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। बाद में मामला एनआईए के पास चला गया है। तब से एनआईए लगातार छापेमारी कर रही है।