पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. पूर्व पीएम और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के चीफ इमरान खान की गिरफ्तार नहीं करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट से भले ही राहत मिली हुई हो, लेकिन उनके खिलाफ कई सख्त कार्रवाई होने जा रही हैं. अब पंजाब प्रांत की कार्यवाहक सरकार (Punjab Caretaker Government) ने उनके लाहौर (Lahore) स्थित घर की तलाशी लेने की तैयारी कर ली है.
कार्यवाहक पंजाब सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि पंजाब पुलिस शुक्रवार को लाहौर में इमरान खान के घर की तलाशी लेने के लिए एक टीम भेजेगी ताकि पूर्व प्रधानमंत्री से अनुमति लेने के बाद उनके आवास में कथित रूप से छिपे हुए आतंकवादियों (Terrorists) को पकड़ा जा सके.
टीम का नेतृत्व लाहौर के आयुक्त करेंगे. पंजाब के कार्यवाहक सूचना मंत्री आमिर मीर ने कहा कि टीम इमरान के साथ समय तय करेगी और फिर कैमरों की मौजूदगी में उनके घर की तलाशी लेगी. मंत्री ने जियो न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि लगभग 400 पुलिसकर्मियों की पुलिस टुकड़ी भी प्रतिनिधिमंडल के साथ आतंकवादियों को गिरफ्तार करने के लिए जाएगी.
कार्यवाहक पंजाब सरकार ने कहा है कि यह कार्रवाई इसलिए की जा रही है क्योंकि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख आतंकवादियों को सौंपने की समय सीमा को पूरा करने में विफल रहे हैं.
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी हसन भट्टी ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि उन्होंने जमान पार्क इलाके से 8 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन पर 9 मई को सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए हमले में शामिल होने का संदेह है.
खान की पार्टी ने दावे का खंडन करते हुए कहा है कि पुलिस गिरफ्तार व्यक्तियों के एक समूह को जमान पार्क में यह साबित करने के लिए लाई कि उन्हें उनके नेता के आवास के बाहर हिरासत में लिया गया था. ‘जियो न्यूज’ की खबर के मुताबिक जमान पार्क की ओर जाने वाली सभी सड़कों को बंद कर दिया गया है और इलाके में बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.
सूत्रों के हवाले से खबर में कहा गया है कि पंजाब पुलिस के महानिरीक्षक और राजधानी शहर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने पुलिस को ‘सतर्क’ रहने के लिए कहा है.
पंजाब के कार्यवाहक सूचना मंत्री आमिर मीर ने बुधवार को दावा किया था कि 30- 40 आतंकवादी खान के जमान पार्क स्थित आवास के अंदर छिपे हुए हैं और उन्होंने खान को उन्हें सौंपने या कड़ी कार्रवाई का सामना करने के लिए 24 घंटे का समय दिया था.
पूर्व प्रधानमंत्री खान ने पिछले सप्ताह अपनी गिरफ्तारी के बाद सरकारी एवं सैन्य प्रतिष्ठानों पर हुए हमले से खुद को और अपनी पार्टी को अलग करते हुए इस हिंसा की बुधवार को स्वतंत्र जांच कराने की मांग की थी.
पुलिस ने हिंसक झड़पों में मरने वालों की संख्या 10 बताई है, जबकि खान की पार्टी का दावा है कि सुरक्षाकर्मियों की गोलीबारी में उसके 40 कार्यकर्ताओं की जान चली गई थी.