बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि बिहार के गौरवमयी अतीत का स्मरण कर सभी को बागेश्वर धाम के कथावाचक पंडित धीरेन्द्र शास्त्री का स्वागत और सम्मान करना चाहिए। श्री सिन्हा ने बयान जारी कर कहा है कि बिहार की धरती ज्ञान‚ विज्ञान‚ शांति और अहिंसा की रही है। लोकतंत्र की जननी बिहार में अतिथि को देवता के रूप में पूजा जाता है‚ ऐसे में सत्ता पक्ष एवं विपक्ष दोनों को बिहार की मर्यादा को ध्यान में रखते हुए पंडित धीरेन्द्र शास्त्री जी के कार्यक्रम में सकारात्मक सहयोग प्रदान करना चाहिए।
श्री सिन्हा ने कहा कि धर्म निरपेक्षता का यह मतलब नहीं है कि अपने धर्म का अपमान करें। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ऐसे सभी बयानों से हमें बचना होगा जो समाज में उत्तेजना और नफरत फैलाता हो। एक सनातन अनुयायी के नाते मेरा मानना है कि प्रत्येक हिन्दू‚ देवों के गौरवगाथा के श्रवण के आकांक्षी हैं। हजारो वर्ष पुरानी हमारी संस्कृति में साधु –संतों के स्वागत का इतिहास रहा है। श्री सिन्हा ने कहा कि मां भारती के सभी सनातनी सपूतों की जिम्मेवारी बढ गयी है। इनके आगमन को न सिर्फ ऐतिहासिक बनाना है बल्कि हमें अपनी छवि भी इस रूप में प्रस्तुत करना होगा जिससे हमारी चर्चा राज्य के बाहर पूरे देश में सकारात्मक सहयोग के लिए की जा सके।