बिहार में बागेश्वर सरकार (Bageshwar Sarkar) के आने से पहले ऐसा बवाल मचा है कि अब उनकी तुलना आसाराम से होने लगी है. भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी (Ashok Choudhary) ने शुक्रवार को पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की तुलना आसाराम बापू से कर दी. अशोक चौधरी ने कहा कि वो न किसी का स्वागत करते हैं न विरोध करते हैं, लेकिन आसाराम बापू भी आए थे, कहां चले गए यह सब लोग जानते हैं. अभी इसके बारे में और मैं ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा.
दरअसल, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 12 मई को पटना आने वाले हैं. 13 से 17 मई तक नौबतपुर में हनुमत कथा होगी. इसको लेकर तेज प्रताप यादव सहित आरजेडी के कई नेता पहले से विरोध कर चुके हैं. अब जेडीयू का भी विरोध दिखने लगा है. अशोक चौधरी ने खुलकर कुछ नहीं कहा लेकिन आसाराम का नाम लेते हुए उन्होंने बड़ी बात कह दी है.
‘अंतरिम रोक है, पूरी तरह से नहीं‘
वहीं दूसरी ओर जातीय जनगणना पर अशोक चौधरी ने कहा कि कोर्ट की ओर से अभी अंतरिम रोक लगाई गई है, पूरी तरह से रोक नहीं है. हमारे नेता को ज्ञानी जैल सिंह ने उनको बुलाकर यह बात कही थी कि जातीय जनगणना होनी चाहिए, लेकिन उस समय संभव नहीं था. उसके बाद से ही प्रयास में थे. सभी नेताओं से बात की. प्रधानमंत्री से भी आग्रह किया था, लेकिन बीजेपी की नीयत उस समय भी साफ नहीं थी और अब भी साफ नहीं है. अभी भी उनके बयान से झलक रहा है.
अशोक चौधरी ने कहा कि जो बड़ी आबादी इस देश में रहती है, आर्थिक रूप से जो पिछड़ गए हैं, बंटवारे से आर्थिक स्थिति खराब हो गई है, उनके लिए जनगणना जरूरी है. इसको देखते हुए सरकार ने काम शुरू किया था. राज्य की एक बड़ी आबादी जातीय गणना के पक्ष में है. इससे बीजेपी परेशान है. उन्होंने बताया कि हम लोग पूरी मजबूती के साथ हाई कोर्ट में अपना पक्ष रखेंगे. जो साजिश कर रहे हैं उनकी साजिश नाकाम होगी.