अतीक की हत्या के बाद विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. दोनों की हत्या पर विपक्षी दलों ने कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैं. पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि यूपी में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद है. जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसीकी हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या. इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं.
वहीं एआईएमआईएम के मुखिया और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अतीक और उनके भाई पुलिस की हिरासत में थे. उन पर हथकड़ियां लगी हुई थीं. JSR के नारे भी लगाये गये. दोनों की हत्या योगी के क़ानून व्यवस्था की नाकामी है. एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के ज़िम्मेदार हैं. जिस समाज में हत्यारे हीरो होते हैं, उस समाज में कोर्ट और इंसाफ़ के सिस्टम का क्या काम?
ओवैसी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक कमेटी बननी चाहिए. मामले पर एक समय सीमा में जांच होनी चाहिए
CM योगी ने आज के सभी कार्यक्रम रद्द किए
अतीक-अशरफ हत्याकांड के मद्देनजर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. सीएम योगी घटना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. आज बीजेपी संगठन के लोगों के साथ होनी थी बैठक जिसे रद्द कर दिया गया. अधिकारियों को हर 2 घंटे में रिपोर्ट देने का आदेश दिया है.
संजय राउत बोले- दिनदहाड़े हत्या होना गंभीर विषय
उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा, ‘ये एक राज्य का विषय है. किसी और राज्य की कानून व्यवस्था पर बयान देना सही नहीं है. दिनदहाड़े पुलिस के बंदोबस्त के बीच अगर हत्या होती है तो यह गंभीर विषय है. लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल खड़े होते हैं, चाहे वह माफिया ही क्यों न हो.’
उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए’
JDU नेता नीरज कुमार ने कहा, उत्तर प्रदेश की सरकार को जवाब देना होगा. उत्तर प्रदेश का मसला है जवाब देना होगा. उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े होते हैं. वहीं RJD नेता शिवानंद तिवारी ने कहा, ये सविंधान का, कानून व्यवस्था का और लोकतंत्र का एनकाउंटर है. उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए.
अतीक हत्याकांड पर गिरिराज सिंह
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, क्या अतीक अहमद समाजवादी पार्टी का राज खोलने वाला था. अब जांच का विषय है.
असद के एनकाउंटर पर कपिल सिब्बल
कपिल सिब्बल ने कहा, ’19 साल के असद से देश को क्या खतरा था. आपको उसे पकड़ना ही था तो उसे पैर पर गोली मार देते, एनकाउंटर करने की क्या जरूरत थी.’
..ऐसी घटनाएं तो हो जाती हैं’- बीजेपी नेता संतोष गंगवार
बीजेपी नेता संतोष गंगवार ने कहा, जब कानून व्यवस्था सख्ती से लागू होती है, तो ऐसी घटनाएं हो जाती हैं. इसका संबंध वोट से लेना नहीं है. हमारा लक्ष्य कानून व्यवस्था कायम करना.
अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए- प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा, “हमारे देश का कानून संविधान में लिखा गया है, यह क़ानून सर्वोपरि है. अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, मगर देश के क़ानून के तहत होनी चाहिए. किसी भी सियासी मक़सद से कानून के राज और न्यायिक प्रक्रिया से खिलवाड़ करना या उसका उल्लंघन करना हमारे लोकतंत्र के लिए सही नहीं है. जो भी ऐसा करता है, या ऐसे करने वालों को सरंक्षण देता है, उसे भी जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए और उसपर भी सख्ती से क़ानून लागू होना चाहिए. देश में न्याय व्यवस्था और कानून के राज का इकबाल बुलंद हो, यही हम सबकी कोशिश होनी चाहिए.”
अतीक और अशरफ की हत्या पर उदित राज बोले- क्या भगवान राम का इस्तेमाल…
कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि अतीक और अशरफ के हत्यारों ने जय श्री राम के नारे लगाए. क्या भगवान राम का इस्तेमाल इन कृत्यों के लिए होगा? उन्होंने कहा, ”अतीक और अशरफ को इलाहाबाद में गोली मारी गई. कई पुलिसकर्मी भी मौजूद थे. ऐसे में कौन सी अक्लमंदी है. वो तो इसे सीधे ही एनकाउंटर भी दिखा सकते हैं. ऐसे में आरोपियों को कानून के मुताबिक सजा हो.” उन्होंने आगे कहा कि अतिक और अशरफ इलाहाबाद में मारे गए. पुलिस के इंतजाम को देखते हुए क्या परिंदा भी पर मार सकता था तो कैसे मारे गये? क्या यूपी में क़ानून का राज है?
अतीक की हत्या पर अशोक गहलोत
अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, “देश देख रहा है कि यूपी में क्या हो रहा है. ऐसा किसी के साथ हो सकता है जो वहां हो रहा है यह आसान काम है, मुश्किल काम कानून का राज कायम करना है. उत्तर प्रदेश में जो हो रहा है वह देश देख रहा है. कानून का राज नहीं रहेगा तो यह घटनाएं किसी के भी साथ हो सकती हैं। यूपी में जो हुआ वह आसान है लेकिन क़ानून व्यवस्था को बनाए रखना मुश्किल है.”
ओवैसी की मांग- यूपी सीएम इस्तीफा दें, सुप्रीम कोर्ट एक जांच दल बनाएं
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, कल जो हत्या हुई है उसकी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की है. अगर उनमें संवैधानिक नैतिकता ज़िंदा है तो उनको अपने पद को छोड़ना पड़ेगा. हम मांग करते है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री इस्तीफा दें, सुप्रीम कोर्ट इसमें एक जांच दल मनाए और इस मामले का स्वता: संज्ञान ले वरना यह चलता रहेगा. संविधान के मुताबिक उन सब पुलिस वालों को उनकी सर्विस से निकालना चाहिए.
अतीक अहमद और अशरफ के हत्याकांड पर मायावती की पहली प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश स्थित प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या के बाद बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इस मामले में सरकार पर सवाल उठाए हैं. एक ट्वीट में मायावती ने कहा- गुजरात जेल से अतीक अहमद व बरेली जेल से लाए गए उनके भाई अशरफ की प्रयागराज में कल रात पुलिस हिरासत में ही खुलेआम गोली मारकर हुई हत्या, उमेश पाल जघन्य हत्याकाण्ड की तरह ही, यूपी सरकार की कानून-व्यवस्था व उसकी कार्यप्रणाली पर अनेकों गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े करती है.
ओवैसी बोले- यूपी में सरकार कानून से नहीं बल्कि गन से चल रही है
अतीक-अशरफ की हत्या पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने मीडिया से कहा, “इस पूरे घटना में यूपी की बीजेपी सरकार की भूमिका है. सुप्रीम कोर्ट की देखरेख में इसकी जांच हो. उतर प्रदेश में बीजेपी की सरकार RULE OF LAW से सरकार नहीं चला रही है. RULE OF GUN से सरकार चला रही है. बीजेपी की सरकार को कानून पर भरोसा नहीं है. कल का जो मर्डर हुआ है वह COLD BLOODED मर्डर है. हथियार चलाने का तरीका देखिये उन्हें मालूम था कि हमें किस जगह पर मारना है.”
कपिल सिब्बल बोले- यूपी में 12 सेकेंड में दो हत्याएं
अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में भारी सुरक्षा के बीच हत्या ने सनसनी फैला दी है. विपक्षी पार्टियां लगातार योगी सरकार पर सवाल उठा रही है. वरिष्ठ नेता और मशहूर वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि यूपी में 12 सेकेंड में दो हत्याएं हुई है. पहला अतीक अहमद और उसके भाई की और दूसरा रूल ऑफ लॉ की.
हत्या की जांच के लिए 3 सदस्यीय न्यायिक पैनल की घोषणा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग की घोषणा की है, जो पुलिस और मीडिया की मौजूदगी में गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की जांच करेगा. राज्य को हाई अलर्ट पर रखा गया है और प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद के नेतृत्व में वरिष्ठ अधिकारी स्थिति की निगरानी के लिए प्रयागराज जा रहे हैं.
असदुद्दीन ओवैसी का सीएम योगी पर निशाना
एआईएमआईएम के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर योगी सरकार पर हमला किया है. उन्होंने फैज़ अहममद फैज़ की नज़्म को शेयर किया. उन्होंने कहा कि तुझको कितनों का लहू चाहिए ऐ अर्ज़-ए-वतन. जो तिरे आरिज़-ए-बे-रंग को गुलनार करें…ये रूल ऑफ लॉ है या रूल ऑफ गन?
BSP के सांसद का बयान
बहुजन समाज पार्टी (BSP) के सांसद दानिश अली ने ट्वीट कर कहा कि यह ऊपर के इशारे के बिना नहीं हो सकता. किसी और लोकतंत्र में कानून के शासन के खिलाफ ऐसे जघन्य अपराध के लिए राज्य सरकार को बर्खास्त कर दिया जाता.
सीएम योगी का बयान
यूपी के मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को फील्ड में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. आम जनता को किसी प्रकार की परेशानी ना आए इसका ध्यान रखने को भी कहा गया है. उन्होंने कहा है कि प्रदेश में शांति व्यवस्था बनी रहनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें. अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
अतीक अहमद के वकील का बयान
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या पर उनके वकील विजय मिश्रा ने कहा कि पुलिस उनको गाड़ी से निकालकर मेडिकल के लिए ले जा रही थी, जैसे ही कैंपस के अंदर दोनों आए गोलियों की आवाज आई. दोनों को गोली लगी, वहीं दोनों की मौत हो गई. पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया है.
उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को शनिवार रात पुलिस की भारी सुरक्षा के बीच मौत के घाट उतार दिया गया। अतीक अहमद के 44 सालों की अपराध की कहानी एक मिनट से भी कम वक्त में खत्म हो गई। शूटआउट के वीडियो से सामने आया कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को महज 18 सेकेंड के भीतर मौत की नींद सुला दिया गया। अतीक और अशरफ को जब पुलिस मेडिकल के लिए कॉल्विन अस्पताल ले जा रही थी, तभी हॉस्पिटल के बाहर 3 हमलावरों ने फायरिंग कर दी और यूपी के माफिया ब्रदर्स मौके पर ही ढेर हो गए।
10:37 और 12 सेकेंड से 10:38 और 2 सेकेंड के बीच क्या-क्या हुआ
अतीक और अशरफ को लेकर रात 10 बजकर 36 मिनट पर पुलिस कॉल्विन अस्पताल के गेट पर पहुंची।
10 बजकर 37 मिनट और 12 सेकंड पर दोनों पुलिस जीप से नीचे उतर चुके थे।
10 बजकर 37 मिनट और 14 सेकेंड पर पुलिस उन्हें लेकर अस्पताल के भीतर जाने लगी।
शूटरों ने अतीक-अशरफ के पुलिस जीप से उतरने के 32वें सेकेंड में पहली गोली दागी।
10 बजकर 37 मिनट और 44 सेकंड पर शूटरों ने अतीक के सिर पर पहली गोली चलाई।
इसके बाद अतीक और अशरफ को निशाना बनाकर ताबड़तोड़ 20 राउंड फायर किए गए।
तीनों शूटर 18 सेकंड में वारदात को अंजाम देकर अपने मकसद में कामयाब हो चुके थे।
इसके बाद 10 बजकर 38 मिनट और 02 सेकेंड पर अतीक और अशरफ, दोनों लहूलुहान होकर जमीन पर लुढ़के पड़े थे और उनके शरीर बेजान हो चुके थे।
शूटरों ने लगातार कुल 20 गोलियां चलाईं और जीप से उतरने के 50वें सेकंड तक माफिया भाइयों का काम तमाम हो चुका था।
शूटर्स का है पुराना आपराधिक इतिहास
हमलावरों ने पहली गोली माफिया अतीक अहमद के सिर में मारी, जिससे अतीक तुरंत ही ढेर हो गया। अशरफ को भी हमलावरों ने करीब से गोली मारी। शूटआउट के तुरंत बाद तीनों हमलावरों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया और तीनों हमलावरों के पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि तीनों का आपराधिक इतिहास रहा है। पुलिस अब ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इनके खिलाफ कहां-कहां केस दर्ज हैं।