एनकाउंटर में मारे गए माफिया डॉन अतीक अहमद के बेटे असद का अंतिम संस्कार शनिवार को प्रयागराज में किया गया. असद को प्रयागराज के कसारी-मसारी कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया. अंतिम संस्कार में 25 से 30 शामिल हुए. इस दौरान उसकी बुआ समेत परिवार के कुछ अन्य लगो मौजूद रहे. पुलिस की कड़ी सुरक्षा में उसको सुपुर्द-ए-खाक किया गया. इस दौरान ड्रोन से निगरानी की गई. कब्रिस्तान में कुछ दूर पहले ही मीडिया के एंट्री भी रोक दी गई.
उत्तर प्रदेश के झांसी में गुरुवार को यूपी STF के साथ मुठभेड़ में गैंगस्टर अतीक अहमद के बेटे असद और उसके शूटर गुलाम की मौत हो गई। यह सूबे की सियासत में एक बड़ी घटना है । छह साल पहले तक यूपी में गैंगस्टर खुलेआम घूमा करते थे। जिस समय मुठभेड़ हुई, उसी समय प्रयागराज की एक अदालत अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की रिमांड अर्जियों पर सुनवाई कर रही थी। अतीक अहमद अपने बेटे की मौत की खबर सुनकर कोर्टरूम में रो पड़ा। 2005 में बीएसपी विधायक राजू पाल की हत्या हुई थी, और उसी मामले में मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या इस साल 24 फरवरी को हुई। उसके बाद दोनों मुख्य आरोपी असद और गुलाम पर 5-5 लाख रुपये का इनाम था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में गुस्से में कहा था कि ‘पूरे गैंग को मिट्टी में मिला दूंगा।’ योगी ने अपना वादा पूरा किया। झांसी एनकाउंटर में दोनों बदमाशों को मार गिराने वाली यूपी एसटीएफ की टीम का नेतृत्व दो डीएसपी, नवेंदु और विमल कर रहे थे। माफिया गिरोहों के खिलाफ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऐलान-ए-जंग का काफी असर हुआ है। यूपी में बड़े अपराधी अब फरार चल रहे हैं। दो दिन पहले ही योगी ने कहा था कि उत्तर प्रदेश में घुसते ही अब बड़े से बड़े माफिया की पैंट गीली हो जाती है। गुजरात की जेल से प्रयागराज लाए जाते वक्त अतीक ने रिपोर्टर्स से कहा कि योगी ने ‘माफियागिरी’ खत्म कर दी, और सब मिट्टी में मिला दिया। अब तक अकेले अतीक अहमद की करीब 11 करोड़ रुपये की संपत्ति या तो जब्त हो चुकी है, या उस पर बुलडोजर चल चुका है। उत्तर प्रदेश में 2 बड़े माफिया गिरोह थे, जिनके सरगना थे, अतीक अहमद और मुख्तार अंसारी। छह साल पहले जब योगी आदित्यनाथ की सरकार आई थी, तब तक ये दोनों गैंगस्टर्स कानूनी दांव पेंचों का इस्तेमाल करते हुए दूसरे राज्यों की जेल में शिफ्ट हो गए थे । योगी दोनों को उत्तर प्रदेश ले कर आए । जेलों मे इन दोनों के जो मददगार थे, उनके खिलाफ भी ऐक्शन लिया, और अब दोनों का पूरा कुनबा जेल में हैं । इनका सारा साम्राज्य खत्म कर दिया गया है । सिर्फ अतीक और मुख्तार के खिलाफ ऐक्शन नहीं हुआ है, बल्कि योगी ने माफिया की करीब 15000 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। अतीक अहमद जैसे अपराधी जो पहले कहते थे कि ‘डर काहे का’, अब वे कह रहे हैं कि बाबा ने पूरे खानदान को मिट्टी में मिला दिया और ‘अब रगड़ाई कर रहे हैं।’ जब माफिया इस तरह से डरे सहमे दिखते हैं तो आम लोगों में कानून के प्रति भरोसा बढ़ता है। यह योगी की बड़ी उपलब्धि है।
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