केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्षी एकता की आवाज मुखर करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी दलों को गोलबंद करने के लिए मंगलवार को दिल्ली पहुंचे। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लीकार्जुन खड़़गे के बुलावे पर दिल्ली पहुंचे नीतीश कुमार राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से भी मुलाकात करेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कुछ दिनों पहले नीतीश कुमार से बात की थी और कहा था कि वे विपक्षी दलों को गोलबंद करने के लिए आप आगे बढ़ें। नीतीश कुमार कांग्रेस अध्यक्ष के साथ कई बड़े़ नेताओं से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा कई अन्य विपक्षी दलों के नेताओं से भी मिलेंगे। ज्ञात हो कि वर्ष २०२२ में राज्य में भाजपा से अलग होने के बाद नीतीश कुमार ने यहां के सभी विपक्षी दलों के साथ मिलकर महागठबधन की सरकार बनायी है। सरकार बनने के बाद नीतीश कुमार ने काफी जोर–शोर से विपक्षी दलों को गोलबंद कर भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का संकल्प लिया था।
भाजपा के खिलाफ सभी दलों को गोलबंद करने के लिए नीतीश कुमार ने सभी विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात भी की थी। उन्होंने लालू प्रसाद के साथ कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी से भी मुलाकात की थी। हालांकि विपक्षी दल के नेताओं द्वारा नीतीश को ज्यादा तरजीह नहीं दी गयी‚ जिससे निराश होकर वे वापस आ गये। इसके बाद नीतीश समाधान यात्रा पर निकल गये। इस यात्रा में उन्होंने राज्य के विभिन्न जिलों में जाकर विकास कार्यों का जायजा लिया।
उन्होंने विपक्षी दलों को गोलबंद करने के अपने प्रयास के तहत बार–बार कांग्रेस से आगे आने की बात भी की। इस दौरान नीतीश ने भाजपा के खिलाफ किसी भी मुद्े पर खुलकर नहीं बोला। चाहे वह उद्योगपति अड़ाणी का मामला हो या तेजस्वी यादव के यहां छापेमारी का या फिर राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त होने का। नीतीश ने किसी भी मामले में खुलकर भाजपा के खिलाफ बोलने से परहेज किया।
नीतीश कुमार कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और अन्य नेताओं सहित देश के विपक्षी नेताओं से मिलने और लोकसभा चुनाव की योजना तैयार करने के लिए तीन दिवसीय नई दिल्ली दौरे पर हैं। उन्होंने बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से इस मामले में जल्द से जल्द पहल करने का आग्रह किया था। नीतीश कुमार ने खुद पिछले हफ्ते दावा किया था कि खरगे के साथ उनकी फोन पर बातचीत हुई थी, जिन्होंने कथित तौर पर बिहार में भविष्य की कार्ययोजना पर चर्चा करने के लिए नीतीश कुमार को बैठक के लिए आमंत्रित किया था।
इसी बीच एक रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने जानकारी दी है कि लालू ने नीतीश से मिलने के लिए राहुल गांधी से वक्त ले लिया है। आज यानि 12 अप्रैल को नीतीश राहुल गांधी के साथ मुलाकात कर सकते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के हिसाब से राहुल गांधी से तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद यादव ने बातचीत की थी। इसके बाद राहुल गांधी नीतीश कुमार से मिलने को राजी हो गए। ये मुलाकात आज यानी 12 अप्रैल को दोपहर एक बजे हो सकती है।
लालू खराब तबीयत के बाद भी सक्रिय
आरजेडी सुप्रीमो किडनी ट्रांसप्लांट के बाद दिल्ली में बेटी मीसा भारती के आवास पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। हालांकि सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस हालत में भी वो नीतीश कुमार के लिए विपक्षी गोलबंदी में जुटे हैं। अब इसे संयोग कहें कि लालू दिल्ली में हैं तो ऐसे में उनके लिए ये करना थोड़ा आसान हो गया है। यही वजह है कि नीतीश ने दिल्ली जाने का प्लान बनाया।
केंद्र के लिए महत्वपूर्ण है बिहार
नरेंद्र मोदी सरकार के लिए बिहार महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां 40 लोकसभा सीटें हैं। चूंकि राज्य में बीजेपी की सरकार नहीं है, इसलिए उसके लिए यहां सफल होना आसान नहीं होगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी कहा था कि वो राज्य विधानसभा के बजट सत्र के बाद दिल्ली जाएंगे, जो पिछले सप्ताह संपन्न हुआ था। महागठबंधन के साथ बिहार में सरकार बनाने के बाद से ही नीतीश कुमार विपक्षी एकता की वकालत कर रहे हैं। पिछले साल सितंबर में नीतीश कुमार ने अपने दिल्ली के दौरे के दौरान सोनिया गांधी, राहुल गांधी, शरद पवार, अरविंद केजरीवाल, डी. राजा, सीताराम येचुरी और अखिलेश यादव से मुलाकात की थी, जिनमें से अधिकांश से इस बार भी मिलने की संभावना है।