रेलवे में लैंड फॉर जॉब्स मामले में बिहार के डिप्टी CM तेजस्वी यादव से ED पूछताछ कर रही है। तेजस्वी यादव 11 बजे अपने वकील के साथ ED ऑफिस पहुंचे। साढ़े 10 बजे वो अपने घर से ED ऑफिस के लिए निकले थे। दिल्ली रवाना होने से पहले तेजस्वी यादव ने कहा कि 2024 में चुनाव है। ये सब तो चलता रहेगा। लोग सब समझते हैं।
ED ने तेजस्वी को समन भेज कर 11 अप्रैल यानी मंगलवार को दिल्ली स्थित मुख्यालय बुलाया था। ED पहली बार लैंड फॉर जॉब्स मामले में तेजस्वी से पूछताछ कर रही है। इससे पहले CBI उनसे पूछताछ कर चुकी है।
CBI के रुख का इंतजार
तेजस्वी यादव लैंड फॉर जॉब्स मामले में 25 मार्च को CBI के सामने पेश हुए थे। CBI ने जब तेजस्वी यादव को समन भेजा था तो उसके खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। तेजस्वी चाहते थे कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूछताछ हो। याचिका पर सुनवाई करते हुए 16 मार्च को दिल्ली हाईकोर्ट ने तेजस्वी यादव को 25 मार्च को CBI के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया था।
CBI ने तेजस्वी यादव को भरोसा दिया था कि उनकी गिरफ्तार अभी नहीं की जाएगी। इस बार ED का रुख कैसा रहता है। इसका इंतजार तेजस्वी के समर्थकों के साथ उनके विरोधियों को भी है। संभावना जताई जा रही है कि तेजस्वी से ED लंबी पूछताछ करेगी। केस में जांच एजेंसी ने कई तरह के सबूत जुटाए हैं। लालू परिवार के कई सदस्यों के साथ साथ उनके नजदीकी लोगों से भी पूछताछ हो चुकी है।
जानिए तेजस्वी से सीबीआई किस मामले में पूछताछ कर रही है
मामला 2004 से 2009 तक केंद्रीय रेलमंत्री रहते हुए लालू प्रसाद से जुड़ा है। आरोप यह है कि लालू प्रसाद ने पद पर रहते हुए परिवार को जमीन हस्तांतरित के बदले रेलवे में नौकरियां दिलवाईं। CBI ने यह भी आरोप लगाया है कि रेलवे में की गई भर्तियां भारतीय रेलवे के मानकों के दिशा निर्देशों के अनुरुप नहीं थीं।
वहीं, दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित मकान संख्या D-1088 (एबी एक्सपोर्ट्स प्रा.लि. के नाम रजिस्टर्ड है। इस कंपनी के मालिक तेजस्वी प्रसाद यादव और उनका परिवार है।) का आज बाजार मूल्य 150 करोड़ है। इसे खरीदने में मुंबई के जेम्स और ज्वेलरी के कारोबारियों ने पैसा लगाया है। कागज पर यह कंपनी का ऑफिस है, लेकिन तेजस्वी इसे अपने घर की तरह इस्तेमाल करते हैं। तेजस्वी ने 9 नवंबर 2015 को इस कंपनी के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया था। तेजस्वी कह चुके हैं कि जिस समय का मामला है उस समय वे काफी छोटे थे।
संपत्ति का मांगा ब्यौरा
ईडी ने लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, मीसा भारती, रागिनी यादव, चंदा यादव भोला यादव से उन कंपनियों के डिटेल्स मांगे गए हैं। जिस पर ईडी को मनी लॉन्ड्रिंग का शक है। ये कंपनियां सिर्फ कागज पर चलती रही है। इन कंपनियों के तहत पैसे का आदान प्रदान किया जाता रहा है।
बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव कथित जमीन के बदले नौकरी घोटाले से जुड़े धन शोधन के मामले की जांच के सिलसिले में पूछताछ के लिए मंगलवार को दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए।राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता एवं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे तेजस्वी (33) मध्य दिल्ली में संघीय एजेंसी के कार्यालय पहुंचे।तेजस्वी से पिछले महीने केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने भी पूछताछ की थी।सूत्रों ने बताया कि ईडी ने सीबीआई की प्राथमिकी के आधार पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत एक अलग मामला दर्ज किया है और वह तेजस्वी यादव का बयान दर्ज करेगी।तेजस्वी यादव की बहन एवं सांसद मीसा भारती से भी ईडी ने 25 मार्च को इस मामले में पूछताछ की थी, उसी दिन तेजस्वी सीबीआई के समक्ष पेश हुए थे।दोनों केंद्रीय एजेंसियों ने हाल ही में मामले में कार्रवाई शुरू की। सीबीआई ने लालू प्रसाद और उनकी पत्नी एवं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से पूछताछ की, जबकि ईडी ने राजद प्रमुख के परिवार के खिलाफ जांच के सिलसिले में कई स्थानों पर छापेमारी की है।यह मामला लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान उनके परिवार को कथित तौर पर उपहार में दी गई या बेची गई जमीन के बदले रेलवे में की गई नियुक्तियों से जुड़ा है।