ड्रोन विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार प्राप्त निबंध इस प्रकार है–ड्रोन जैसा कि सबको पता है कि उड़ते हैं‚ उड़ते तो यूं नेता भी हैं‚ पर वो ड्रोन ना होते। नेता गिर जाते हैं‚ पर ड्रोन आम तौर पर नहीं गिरते। जब तक उन्हें गिराया ना जाए। पाकिस्तान से ड्रोन आते हैं और भारतीय सुरक्षा बल उन्हें गिरा देते हैं। पाकिस्तान में हर तकनीक का पहला इस्तेमाल यह सोचा जाता है कि इससे आतंक में कैसे इस्तेमाल किया जाए। पाकिस्तान वाले रिमोट से लेकर ड्रोन तकनीक का एक ही इस्तेमाल जानते हैं कि कैसे–कैसे बमबाजी इससे की जाए। इसका रिजल्ट यह हुआ है कि पाकिस्तान बमबाजी में बहुत आगे हो गया पर गेहूं विदेशों से मंगाना पड़ता है। कुल मिलाकर पाकिस्तान के ड्रोन आतंक के काम आ रहे हैं। भारत में कारोबारी लोग ड्रोन के कारोबारी यूज कर रहे हैं। कोई ड्रोन से दुकानों से घर तक सामान भिजवा रहा है‚ कोई ड्रोन कैमरों से शादी की शूटिंग कर रहा है। ड्रोन कैमरों से जब शादी की शूटिंग होती है‚ तो ऊपर से हर नजारे के फोटू खींचे जा सकते हैं। ड्रोन से कानून–व्यवस्था का इंतजाम सेट रखा जाता है‚ ड्रोन कैमरे उड़ते हैं‚ तो छतों पर रखे पत्थरों के फोटू ले आते हैं। कुछ आशिक मिजाज और छिछोरे ड्रोन से माशूका की छत के सीन के फोटू भी खिंचवा लेते हैं। आशिकों और आतंकियों में एक समानता होती है कि वह हर तकनीक का प्रयोग आतंक और आशिकी में कर लेते हैं। आतंक और आशिकी में एक समानता यह है कि मरने की बहुत आशंका रहती है। ड्रोन तकनीक का विकास हो रहा है‚ इसका पूरा विकास तब माना जाए‚ यह किसी ड्रोन घोटाले की खबर आ जाए। जैसा कि इतिहास बताता है कि टेलीकाम क्षेत्र का विकास मुकम्मल तब माना गया‚ जब टेलीकाम घोटाले की खबर आ गयी। जिस क्षेत्र का घोटाला होता है‚ उस क्षेत्र के विकास की खबर पक्की मानी जानी चाहिए कि अब यह क्षेत्र इतना विकसित हो गया है कि इसमें खाने कमाने के बहुतै अवसर पैदा हो गए हैं। इतने अवसर पैदा हो गए हैं कि नेता खाने कमाने के पर्याप्त अवसर देखने लगे हैं इसमें।
पीएम मोदी ने किया ‘नमो ड्रोन दीदी’ कार्यक्रम का आगाज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को महिला किसानों को बड़ी सौगात दी है. पीएम मोदी ने एक वर्चुअल कार्यक्रम में...