भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज सुबह चेन्नई के पास श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से 36 उपग्रहों (satellites) को ले जाने वाला एक रॉकेट लॉन्च किया. लॉन्च व्हीकल मार्क-III (LVM3) को वनवेब इंडिया-2 मिशन के हिस्से के रूप में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित किया गया. कुछ ही देर बाद इसरो ने बताया कि एलवीएम3-एम3/वनवेब इंडिया-2 मिशन के तहत 36 उपग्रहों को उनकी तय कक्षा में स्थापित कर दिया गया है. उपग्रहों को पृथ्वी की निचली कक्षा में तैनात किया गया है. व्यावसायिक लॉन्च की सफलता इसरो को अपने उपग्रहों को लॉन्च करने की कोशिश कर रही कंपनियों के लिए एक व्यवहार्य सेवा प्रदाता (viable service provider) के रूप में स्थापित करेगा. ब्रिटेन की नेटवर्क एक्सेस एसोसिएट्स लिमिटेड (वनवेब ग्रुप कंपनी) एक वैश्विक संचार नेटवर्क है, जो सरकारों और कंपनियों के लिए कनेक्टिविटी को सक्षम बनाता है. इस साल इसरो द्वारा किया गया यह दूसरा रॉकेट लॉन्च है. इस लॉन्च के साथ, वनवेब के 616 उपग्रह कक्षा में होंगे और इस साल के अंत में वैश्विक सेवाओं को लॉन्च करने में सक्षम होंगे.
CONGRATULATIONS @isro!!#ISRO launches LVM3-M3/Oneweb India-2 Mission from Satish Dhawan Space Centre (SDSC) SHAR, #Sriharikota.#LVM3M3/#Oneweb pic.twitter.com/zz8BLRtqnP
— Doordarshan National दूरदर्शन नेशनल (@DDNational) March 26, 2023
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आज बताया कि एलवीएम3-एम3 वनवेब इंडिया-2 मिशन ने 36 उपग्रहों के साथ श्रीहरिकोटा से उड़ान भरी. वनवेब ने पृथ्वी की निचली कक्षा में 72 उपग्रहों को प्रक्षेपित करने के लिए इसरो की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड से एक करार किया था. इसके तहत इसरो की तरफ से वनवेब ग्रुप कंपनी के लिए पहले 36 उपग्रह 23 अक्टूबर 2022 को प्रक्षेपित किए गए थे. वनवेब के अनुसार, रविवार का प्रक्षेपण 18वां और इस साल का तीसरा प्रक्षेपण है तथा इससे पृथ्वी की निचली कक्षा में उपग्रहों के समूह की पहली पीढ़ी पूरी हो जाएगी.
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इसरो के लिए 2023 का यह दूसरा प्रक्षेपण होगा. वनवेब ने कहा, ‘‘17 प्रक्षेपण पूरे हो गए हैं. एक अहम प्रक्षेपण बचा है. इस सप्ताहांत इसरो तथा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड में अपने सहकर्मियों के साथ 36 और उपग्रहों को प्रक्षेपित करने के साथ पृथ्वी की कक्षा में स्थापित हमारे उपग्रहों की संख्या 616 हो जाएगी, जो इस साल वैश्विक सेवाएं शुरू करने के लिए पर्याप्त है.” इसरो ने बताया कि 36 उपग्रहों को उनकी तय कक्षा में स्थापित करने के साथ ही एलवीएम3-एम3/वनवेब इंडिया-2 मिशन पूरा हो गया.