लोकसभा के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित किए जाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार दोपहर 1 बजे पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा- मैं पहले भी कई बार कह चुका हूं कि देश में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। इसके उदाहरण हम आए दिन देख रहे हैं। मैंने संसद में पीएम मोदी और अदानी के रिश्तों को लेकर सवाल पूछा, लेकिन मुझे बोलने नहीं दिया जा रहा है।
”हिन्दुस्तान में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है”
राहुल ने कहा, ”मैंने कई बार बोला है कि हिन्दुस्तान में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है। इसके हमें रोज नए-नए उदाहरण मिल रहे हैं…मैंने संसद में सबूत दिए, अदाणी और PM मोदी के रिश्ते के बारे में बोला। अदानी को नियमों में बदलाव करके एयरपोर्ट दिए गए, इस पर मैंने संसद में बात की।” उन्होंने आगे कहा, ”मैंने अदाणी पर केवल एक सवाल पूछा था… मैं सवाल पूछना जारी रखूंगा और भारत में लोकतंत्र के लिए लड़ूंगा।”
”संसद में दिया गया भाषण हटा दिया गया”
पूर्व सांसद ने कहा, ”संसद में दिया गया मेरा भाषण हटा दिया गया और बाद में मैंने लोकसभा अध्यक्ष को एक विस्तृत उत्तर लिखा। कुछ मंत्रियों ने मेरे बारे में झूठ बोला कि मैंने विदेशी ताकतों से मदद मांगी, लेकिन मैंने ऐसा कुछ नहीं किया है। मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा। मैं पीएम मोदी और अदाणी के रिश्तों पर सवाल उठाता रहूंगा।”
”मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा”
राहुल ने कहा, ”मैं सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा। अदाणी का नरेन्द्र मोदी से क्या रिश्ता है? इन लोगों से मुझे डर नहीं लगता। अगर इनको लगता है कि मेरी सदस्यता रद्द करके, डराकर, धमकाकर, जेल भेजकर मुझे बंद कर सकते हैं। मैं हिन्दुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं और लड़ता रहूंगा।”
”मुझे सच्चाई के अलावा किसी चीज में दिलचस्पी नहीं”
कांग्रेस नेता ने कहा, ”मुझे सच्चाई के अलावा किसी चीज में दिलचस्पी नहीं है। मैं केवल सच बोलता हूं, यह मेरा काम है और मैं इसे करता रहूंगा चाहे मैं अयोग्य हो जाऊं या गिरफ्तार हो जाऊं। इस देश ने मुझे सब कुछ दिया है और इसलिए मैं ऐसा करता हूं।”
”भाजपा ध्यान को भटकाने का काम करती है”
राहुल गांधी ने कहा, ”भारत जोड़ो यात्रा की मेरी कोई भी स्पीच देख लीजिए। मैंने हमेशा कहा है कि सब समाज एक हैं। नफरत, हिंसा नहीं होनी चाहिए। ये OBC का मामला नहीं है, ये नरेन्द्र मोदी और अदाणी के रिश्ते का मामला है। भाजपा ध्यान को भटकाने का काम करती है, कभी OBC की बात करेगी तो कभी विदेश की बात करेगी।”
प्रेस कान्फ्रेंस में राहुल गांधी के साथ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद रहे। मानहानि के मामले में सूरत की अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के एक दिन बाद शुक्रवार को गांधी को लोकसभा के सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को संसद सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित किए जाने के बाद कल खाली हुई केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर सितंबर तक उपचुनाव हो सकता है. गुजरात के सूरत की एक अदालत द्वारा गुरुवार को मानहानि के एक मामले में दोषी ठहराए जाने और दो साल की जेल की सजा के बाद गांधी को अयोग्य ठहराया गया. फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए कांग्रेस नेता को 30 दिन की जमानत दी गई है.
दो सीटें हैं रिक्त
जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 2015 की धारा 151ए के अनुसार, संसद और राज्य विधानसभाओं में रिक्त सीटों पर उपचुनाव सीट के खाली होने के छह महीने के भीतर होना चाहिए. इसी अधिनियम के तहत राहुल गांधी को संसद सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित किया गया. अधिनियम की धारा 8 (3) कहती है कि एक सांसद को उस समय अयोग्य ठहराया जाता है, जब उसे दोषी ठहराया जाता है और कम से कम दो साल की सजा सुनाई जाती है. लोकसभा सचिवालय ने कल राहुल गांधी की अयोग्यता को अधिसूचित किया और अब उपचुनाव की तारीखों की घोषणा करना चुनाव आयोग पर निर्भर है. लोकसभा में अब दो सीटें जालंधर और वायनाड रिक्त हैं.
1 बजे संवाददाता सम्मेलन
राहुल गांधी 2019 में उत्तर प्रदेश में अपनी अमेठी सीट हार गए और अपनी दूसरी सीट वायनाड से चुने गए. मानहानि का मामला, 2019 में कर्नाटक के कोलार में एक रैली के दौरान राहुल गांधी की टिप्पणी “सभी चोरों का उपनाम मोदी कैसे हो सकता है” से संबंधित है. गुजरात के एक पूर्व मंत्री ने शिकायत दर्ज की थी कि राहुल गांधी ने पूरे मोदी समुदाय को बदनाम किया है. राहुल गांधी की टीम के अनुसार, इस मामले में दोषी ठहराए गए और सजा पाए राहुल गांधी अब सत्र अदालत में स्थानीय अदालत के फैसले को चुनौती देने की योजना बना रहे हैं. राहुल गांधी आज दोपहर 1 बजे एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे.