बिहार दिवस के मौके पर बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य के विकास में युवा आगे आएं। युवा वर्ग को आज आगे लाने की जरूरत है। इसीलिए हमने बिहार दिवस का थीम भी युवा वर्ग को समर्पित किया है। उन्होंने कहा कि हमने महिलाओं को आगे लाया है। इंटर का परिणाम इसका गवाह है। हर जगह महिलाएं बाजी मार रही हैं। इस मौके पर उन्होंने फिर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि जाति आधारित गणना पर भी जिक्र किया और कहा कि लोगों की आर्थिक स्थिति की जानकारी के लिए गणना करायी जा रही है। इसके पहले मुख्यमंत्री ने दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्वागत शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने किया। ॥ समारोह में बिहार सरकार के कई मंत्री भी मौजूद थे। इस मौके पर धीरज कुमार‚ ज्योति कुमारी‚ साक्षी तथा पद्मश्री आनंद कुमार को सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विविधताओं से भरी भूमि भारत में बिहार की अलग पहचान रही है। चरक‚ चंद्रगुप्त और चाणक्य से लेकर महात्मा गांधी की कर्मभूमि रही है। बिहार की धरती ने राष्ट्र को सफल नेतृत्व और नई दिशा प्रदान की है। बिहार का गौरवशाली अतीत वाल्मीकि‚ बुद्ध‚ महावीर‚ अशोक‚ गुरु गोविंद सिंह‚ आर्यभ^ और शेरशाह जैसे शूरवीरों की गौरवगाथा से भरा पडÃा है। बिहार दिवस का आयोजन इसी बिहारी बांकपन‚ समृद्ध संस्कृति‚ अस्मिता और गौरवााली अतीत को याद करने के उद्ेश्य से किया जाता है। उन्होंने कहा कि यूं तो बिहार का इतिहास साढे छह हजार साल पुराना है‚ लेकिन राजनीतिक रूप से २२ मार्च १९१२ को बंगाल विभाजन के बाद यह सूबा वजूद में आया। भारत गणराज्य को देशरत्न ड़ॉ. राजेन्द्र प्रसाद जैसा प्रथम राष्ट्रपति देने का श्रेय इसे ही है। नालंदा और विक्रमशिला जैसे विश्वविख्यात इसी धरती पर अवतरित हुए। इसी ने दुनिया को पहला लोकतंत्र भी दिया। विश्व में शांति और अहिंसा का संदेश देने वाले गौतम बुद्ध और सिखों के १० वें गुरुगोविंद सिंह की जन्म धरती यही है। एक तरफ इसे सीता की पवित्र भूमि होने का गौरव प्राप्त है तो दूसरी तरफ हजरत शरफुद्ीन याह्या मनेरी की पाक जमीं होने का फक्र भी हासिल है। उन्होंने कहा कि बिहार दिवस हम बिहारियों को यह मान कराता है कि आने वाले दिनों में हम बिहार की आन–बान और शान को मजबूती के साथ आगे बढाएंगे। हम अपने पुरखों से सीखेंगे और बिहार की भावी पीढी के लिए निरंतर प्रयत्नशील रहेंगे। समारोह में उपस्थित उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने बिहार दिवस की बधाई दी और कहा कि यह हमारा बिहार माता सीता‚ भगवान बुद्ध‚ भगवान महावीर‚ हजरत मखदूम सरफुद्ीन याहिया मनेरी‚ महात्मा गांधी‚ सम्राट अशोक आर्यभ^ के साथ अनेकों संत महात्मा‚ ऋषि –मुनियों के ज्ञान‚ विज्ञान‚ कर्म की तपो भूमि रही है। हम बिहारवासियों को बिहार के अतीत पर गर्व है। आज बिहार दिवस के अवसर पर हम सब यह संकल्प लें कि हम जहां भी रहेंगे विहार के गौरव को बढाने मे कोई कसर नहीं छोडेंगे‚ अपने बिहार को प्रगति‚ विकास के शीर्ष पर पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा कि बिहारी कहलाना मान सम्मान का विषय बना रहे। हमसब अपनी पारस्परिक एकता‚ भाइचारा को बनाये रख कर बिहार के मान सम्मान को बढाएंगे। वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि २२ मार्च १९१२ को पृथक बिहार और उडीसा प्रदेश के गठन की घोषणा की गई। बिहार के प्राचीन गौरव को याद करने और बिहारीपन के प्रति सम्मान देने के लिए वर्ष २००९ से प्रारंभ यह दिवस हमारे लोकप्रिय एवं यशस्वी मुख्यमंत्री की सोच का सार्थक परिणाम है आज बिहार दिवस राज्य में ही नहीं‚ राष्ट्र के कोने–कोने में मनाया जा रहा है। साथ ही बिहार दिवस का आयोजन भारत के अलावे आस्ट्रेलिया‚ कनाडा‚ बहरीन‚ कतर‚ संयुक्त अरब अमीरात‚ त्रिनिदाद‚ टोबैगो और मरीास जैसे देशों में भी बडे पैमाने पर मनाया जाता है। शिक्षा मंत्री प्रो. चन्द्रशेखर ने कहा कि इस वर्ष उमंग और उत्साह के साथ बिहार दिवस सात निश्चय भाग–२ युवा शक्ति बिहार की प्रगति थीम पर मनाया जा रहा है‚ जिसका आयोजन जिला‚ प्रखंड‚ पंचायत एवं विद्यालय स्तर पर किया जा रहा है।
चेन्नई के आसमान में राफेल और सुखोई ने दिखाई ताकत, वायुसेना के एयर शो में दिखा अद्भुत नजारा
अपनी 92वीं वर्षगांठ मनाने के लिए भारतीय वायु सेना ने आज तमिलनाडु के चेन्नई मरीना एयरफील्ड में एक एयर एडवेंचर...