राहुल गांधी की माफी और अडाणी मामले पर हंगामे के बाद सोमवार को सदन शुरू होने के 5 मिनट बाद ही स्थगित कर दी गई। दोनों सदनों को 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया। विपक्ष ने एक बार फिर अडाणी-हिंडनगर्ब मामले पर JPC की मांग की। वहीं, सत्ता पक्ष के सांसदों ने राहुल गांधी के केंब्रिज यूनिवर्सिटी में दिए बयान पर माफी की मांग को लेकर हंगामा किया।
इससे पहले 13 मार्च को बजट के दूसरे चरण का सत्र शुरू हुआ था। सदन शुक्रवार तक लगभग स्थगित ही रहा। उसके बाद शनिवार और रविवार को दो दिन की छुट्टी थी। सोमवार को एक बार फिर सत्र शुरू हुआ लेकिन हंगामे के बाद फिर स्थगित कर दिया गया।
विपक्षी दलों की बैठक में TMC शामिल नहीं
इधर, विपक्षी दलों ने सत्र शुरू होने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ बैठक की। इसमें सभी नेताओं ने एक सुर में अडाणी मामले की जांच के लिए JPC गठन की मांग को लेकर आवाज उठाने पर सहमति जताई। इसके अलावा राहुल गांधी के घर पुलिस भेजने का मुद्दा भी संसद में उठाया जाएगा। राहुल को लंदन वाले भाषण पर भी बोलने की मांग विपक्ष करेगा। आज की बैठक में भी ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने दूरी बनाए रखी। ममता का कोई भी सांसद या नेता विपक्ष दलों की आज हुई बैठक में शामिल नहीं हुआ।
सत्र से एक दिन पहले राहुल के घर पहुंची दिल्ली पुलिस
सत्र शुरू हाेने से एक दिन पहले रविवार को राहुल गांधी के घर दिल्ली पुलिस पहुंच गई। राहुल ने 30 जनवरी भारत जोड़ो यात्रा के समाप्ति के दिन श्रीनगर में रेप पीड़ित को लेकर बयान दिया था। पुलिस उसी मामले में पूछताछ के लिए पहुंची थी। हालांकि राहुल ने पुलिस अधिकारियों को करीब दो घंटे इंतजार करवाया। कांग्रेस ने कहा- हम डरेंगे नहीं।
कांग्रेस ने लिखा- ‘सावरकर समझा क्या… नाम- राहुल गांधी है
रविवार देर शाम राहुल गांधी ने दिल्ली पुलिस की नोटिस पर मेल के जरिए 10 पॉइंट में 4 पेज का जवाब दिया है। राहुल ने कहा कि क्या यह मेरी ओर से अडाणी पर दिए गए बयान की वजह से हो रहा है। मैंने बयान 45 दिन पहले दिया था, जिस पर अब अचानक नोटिस देने की क्या जरूरत पड़ गई? देश में अभी भी महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न हो रहा है। राहुल ने इस नोटिस पर विस्तृत जवाब दाखिल करने के लिए 8-10 दिन का समय मांगा है। वहीं, कांग्रेस ने ट्विटर पर लिखा, ‘सावरकर समझा क्या… नाम- राहुल गांधी है।’