लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में आज सोमवार को CBI की टीम पटना में लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी के घर पहुंची। यहां सीबीआई की टीम ने इस केस के सिलसिले में जांच-पड़ताल की। इसे लेकर लालू यादव के बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की पहली प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने कहा कि जिस दिन हमारी महागठबंधन की सरकार बनी थी तब मैंने कहा था कि यह सिलसिला चलता रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि अगर आप बीजेपी के साथ रहेंगे, तो राजा हरीश चंद्र कहलाएंगे, लेकिन हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है, बिहार की जनता सब देख रही है।
केजरीवाल ने बताया पमानजनक
वहीं, राबड़ी देवी के घर पर सीबीआई के पहुंचने को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी बयान दिया है। केजरीवाल ने कहा कि राबड़ी देवी के घर पर छापे पड़ना अपमानजनक है। उन्होंने कहा कि विपक्ष शासित राज्यों में उनके काम को ठप कराने का चलन हो गया है। वे ईडी, सीबीआई और गवर्नर का इस्तेमाल उन्हें परेशान करने के लिए करते हैं। देश तभी आगे बढ़ सकता है जब सब मिलकर काम करें।
बता दें कि लैंड फॉर जॉब स्कैम में CBI की चार्जशीट पर कोर्ट ने समन जारी किया है। CBI ने चार्जशीट में लालू प्रसाद के अलावा राबड़ी देवी और 14 अन्य को आरोपी बनाया है। 15 मार्च को कोर्ट में राबड़ी, लालू और मीसा को पेश होने के आदेश दिए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, CBI ने राबड़ी देवी से पूछताछ के लिए नोटिस दिया था। पहले ये पूछताछ CBI दफ्तर में होनी थी, लेकिन बाद में उन्हें राहत देते हुए उनके घर पर करने के लिए तैयार हो गई।
लैंड फॉर जॉब स्कैम क्या है?
लालू प्रसाद यादव के 2004 से 2009 के बीच रेलमंत्री रहते हुए लैंड फॉर जॉब स्कैम हुआ था। नौकरी के बदले जमीन लेने के घोटाले में लालू और उनके परिवार वालों पर रेलवे में नौकरी दिलाने के बदले जमीन लेने का आरोप है। इस मामले में CBI ने मई 2022 में लालू और उनके परिवार के सदस्यों पर भ्रष्टाचार का नया केस दर्ज किया था। CBI के मुताबिक, इससे लालू यादव के परिवार ने बिहार में 1 लाख स्क्वायर फीट से ज्यादा जमीन महज 26 लाख रुपये में हासिल कर ली, जबकि उस समय के सर्कल रेट के अनुसार जमीन की कीमत करीब 4.39 करोड़ रुपये थी।