केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू (Kiren Rijiju) ने कहा कि कोई भी राजनीतिक पार्टी न्यायपालिका (Indian Judiciary) की स्वतंत्रता पर सवाल नहीं उठा सकती है. न्यायपालिका को कभी भी विपक्षी दल की भूमिका निभाने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है. रीजीजू ने कहा कि आजादी के नाम पर अगर हर कोई मनमाने तरीके से काम करने लगे तो कानून और व्यवस्था ( law and order) का क्या होगा. कानून मंत्री किरेन रीजीजू ने ये भी कहा कि कोई भी भारतीय लोकतंत्र (Indian democracy) पर सवाल नहीं उठा सकता है क्योंकि लोकतंत्र हमारे खून में दौड़ता है.
भुवनेश्वर में केंद्र सरकार के विधि अधिकारियों के सम्मेलन में किरेन रीजीजू ने कहा कि कुछ गैंग लगातार भारत का विरोध करने के लिए सक्रिय रहते हैं. भारत के खिलाफ मोर्चा खोलने के लिए इन गिरोहों को भारत विरोधी विदेशी संस्थाओं से सक्रिय समर्थन मिलता है. रीजीजू ने कहा कि ये गैंग बहुत सुनियोजित ढंग से भारतीय लोकतंत्र, भारत सरकार, न्यायपालिका और रक्षा, चुनाव आयोग, जांच एजेंसियों जैसी सभी महत्वपूर्ण संस्थाओं की विश्वसनीयता पर हमला करेंगे.
तथाकथित टुकड़े-टुकड़े गैंग पर जोरदार हमला बोलते हुए केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग के सदस्यों को इस बात को बेहतर ढंग से समझ लेना चाहिए कि भारत अब पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकास की एक नई महान यात्रा पर निकल पड़ा है. हम भारत के लोग उनको मुंहतोड़ जवाब देंगे.’ केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू इससे पहले भी एक मौके पर कह चुके हैं कि बीजेपी की मौजूदा सरकार देश की न्यायपालिका की इज्जत करती है. न्यायपालिका और संसद के बीच सहयोग के बगैर देश को एक महान राष्ट्र नहीं बनाया जा सकता. उन्होंने कहा था कि भारत के संविधान ने शक्तियों का बंटवारा करने के साथ ही एक दूसरे के लिए सम्मान की साफ हदें तय की हैं. इसलिए किसी विवाद की जगह नहीं होनी चाहिए.