सोशल मीडिया पर DG मैडम की शिकायत करनेवाले IG विकास वैभव के खिलाफ सरकार ने कार्रवाई की है। सरकार ने IG विकास वैभव का तबादला कर दिया है। बिहार होमगार्ड और फायर सर्विसेज से हटाकर वर्तमान में इनकी पोस्टिंग बिहार पुलिस मुख्यालय में कर दी गई है।
बिहार होम गार्ड और फायर सर्विसेज में DG शोभा ओहोतकर पर IG विकास वैभव ने गाली देने का आरोप लगाया था। होमगार्ड और फायर सर्विसेज के आईजी विकास वैभव ने ट्वीट और फेसबुक पर पोस्ट कर यह आरोप लगाया है। उन्होंने लिखा-DG मैडम के मुख से गालियां ही सुन रहा हूं, परंतु यात्री मन आज वास्तव में द्रवित है।
तबादले को लेकर गृह विभाग की तरफ से सोमवार की शाम एक नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। राज्य सरकार ने विकास वैभव के साथ-साथ बिहार होमगार्ड और फायर सर्विसेज के DIG विनोद कुमार का भी तबादला कर दिया है। इनकी पोस्टिंग भी पुलिस मुख्यालय में की गई है।
ट्वीट कर DG पर मानसिक प्रताड़ना का लगाया था आरोप
DG और IG के बीच विवाद कई दिनों से चल रहा था। 9 फरवरी को विकास वैभव ने अपने ने एक ट्वीट किया था। उसमें लिखा था कि प्रतिदिन अनावश्यक ही DG मैडम (शोभा ओहोतकर) के मुख से गालियां ही सुन रहा हूं। यात्री मन आज वास्तव में ही द्रवित है। दरअसल, IPS विकास वैभव भी होमगार्ड और फायर सर्विसेज में IG हैं। 18 अक्टूबर 2022 को उनकी पोस्टिंग सरकार ने वहां की थी।
इनके आरोपों के अनुसार पोस्टिंग के बाद से ही DG शोभा ओहोतकर उन्हें गालियां दे रही हैं। हालांकि, कुछ देर बाद ही विकास वैभव ने अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया था। मगर, तब तक उनका ट्वीट वायरल हो चुका था। जिसके बाद DG शोभा अहोटकर ने भी उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर एक दिन में जवाब देने को कहा था।
11 फरवरी को जारी हुआ था कारण बताओ नोटिस
विकास वैभव पर अपने सीनियर अधिकारी DG शोभा ओहोतकर के नाम को बदनाम करने, अपने विभाग की बातों को सार्वजनिक करने का आरोप था। इस मामले में राज्य सरकार की तरफ से गृह विभाग ने 11 फरवरी को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया था। इसके जरिए विकास वैभव से पूछा था कि कर्तव्यहीनता मानते हुए क्यों न आपके खिलाफ कार्रवाई की जाए?
इस मामले में गृह विभाग ने विकास वैभव से 7 दिनों में जवाब मांगा था। हालांकि, उन्होंने अपना जवाब देने के लिए विभाग से कम से कम 14 दिनों का समय मांगा था, पर उन्हें मिला नहीं। इसके बाद IPS अधिकारी विकास वैभव ने राज्य सरकार के पास अपना पक्ष रख दिया था। 17 फरवरी उन्होंने लिखित तौर पर अपना जवाब गृह विभाग को भेज दिया था। जिसे गृह विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी चैतन्य प्रसाद के हाथों में सौंपा गया था।
पढ़िए आईजी का पूरा ट्वीट –
मुझे आईजी होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज का दायित्व दिनांक 18 अक्टूबर 2022 को दिया गया था और तब से सभी नौ दायित्वों के निर्वहन हेतु हर संभव प्रयास कर रहा हूं। प्रतिदिन तब से अनावश्यक डीजी मैडम के मुख से गालियां ही सुन रहा हूं। परंतु यात्री मन आज वास्तव में वास्तव में द्रवित है। बीच में इस पूरे मामले कई रिकॉर्ड में होने की भी बात कही है।
बता दें कि बिहार होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज की डीजी शोभा ओहोतकर हैं। वो बिहार डीजीपी बनने की रेस में थीं, लेकिन अंतिम वक्त पर आरएस भट्टी बिहार डीजीपी बने थे।
मुझे डीजी मैडम ने एकांत में गाली दी
अपनी फेसबुक पर उन्होंने लिखा था मेरी पत्नी और माता को संबोधित करके मुझे वरीय डीजी मैडम ने एकांत में गाली दी। रिकॉर्डिंग कर सकता था और इसलिए मोबाइल साथ लाने के लिए मुझे मना किया गया। सच में दुखी हूं। संन्यास हेतु यात्री मन वास्तव में आशान्वित है। परंतु “किंकर्तव्य विमूढ़” नहीं होना चाहता हूं। भयानक रूप से द्रवित हूं। सब माया है। ऐसे अपमान के लिए सर्वशक्तिमान से प्रार्थनारत हूं।
वचनों पर ही नियंत्रण नहीं रहा
अगले पोस्ट में विकास वैभव ने लिखा है कि सबसे अधिक दुख तब हुआ जब नौवीं कक्षा की अनुभूति के पश्चात पुनः बिहारी बोलकर इसलिए गाली दिया गया, क्योंकि उनका मानना है कि बिहार के मुख्यमंत्री ने उन्हें डीजी के लिए योग्य नहीं माना और नहीं चुना और चुकी डीजी बनने के लिए उनके द्वारा होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज के लिए कार्य किया जा रहा था। परंतु निराशा में भी ऐसी पराकाष्ठा हुई कि वचनों पर ही नियंत्रण नहीं रहा। सच में द्रवित हूं। महाराष्ट्र के अनेक महापुरुष मेरे आदर्श हैं छत्रपति शिवाजी तथा स्वतंत्र वीर प्रेरणा है। यात्रीमन गतिमान है….। ओम।
यात्री मन को कोई बांध नहीं सकता
विकास वैभव ने अगले ट्वीट में लिखा है यात्री मन व्याकुल है बंधन से मुक्त होना चाहता है। परिस्थितियां अवरोध उत्पन्न कर करती प्रतीत भले हो रही हो, परंतु यात्री मन यह भी जानता है कि यात्री मन को कोई बांध नहीं सकता। जो निर्धारित है वह स्वयं अपना मार्ग प्रशस्त करेगा। शेष सब माया ही है। परंतु कर्म महत्वपूर्ण है।
विकास वैभव एनआईए में भी रह चुके हैं
विकास वैभव की इस ट्वीट से सभी हैरान हैं हालांकि अंतिम ट्वीट छोड़कर सभी पोस्ट डिलीट कर दिया गया है। दैनिक भास्कर ने विकास वैभव से संपर्क करने की कोशिश की अभी उनसे कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। विकास वैभव हाल के महीनों में सामाजिक कार्यों में काफी एक्टिव रहे हैं। वह लेट इंस्पायर बिहार नाम का एक संगठन चलाते हैं। जो सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता है। इस संगठन से हजारों लोग जुड़े हुए हैं। 2003 आईपीएस बैच के विकास वैभव एनआईए में भी रह चुके हैं। हाल में इनकी सरकारी पिस्टल चोरी होने के बाद यह काफी सुर्खियों में आए थे।