प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मेघालय और नागालैंड के चुनावी दंगल में उतरने वाले हैं। इन दोनों राज्यों में 27 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा। पीएम मोदी आज मेघालय के शिलॉन्ग में रोड शो करनेवाले हैं। वहीं नागालैंड के चुमौकेदिमा जिले में पीएम मोदी भाजपा-नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) की एक रैली को संबोधित करेंगे। इन दोनों राज्यों में 25 फरवरी को चुनाव प्रचार खत्म हो जाएगा। इससे ठीक एक दिन पहले पीएम मोदी का मेघालय-नागालैंड दौरा बीजेपी और उसके गठबंधन के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मेघालय की राजधानी शिलांग में एक रैली में “मोदी तेरी कब्र खुदेगी” का नारा लगाए जाने पर विपक्षी कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला किया. जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा, देश और लोग “मोदी तेरा कमल खिलेगा” कह रहे हैं. एक चुनावी रैली में पीएम मोदी ने चेतावनी दी कि आपत्तिजनक भाषा या सोच का इस्तेमाल करने वाले को देश “मुंहतोड़ जवाब” देगा.
उन्होंने कहा, “जिन्हें देश ने खारिज कर दिया है, जिन्हें देश अब स्वीकार करने को तैयार नहीं है, वे अब ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी’ के नारे लगा रहे हैं, लेकिन देश ‘मोदी तेरा कमल खिलेगा’ कह रहा है.”
गुरुवार को दिल्ली हवाईअड्डे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा को छत्तीसगढ़ जाने वाली फ्लाइट में सवार होने से रोकने के बाद कथित तौर पर कांग्रेस के सदस्यों ने विवादित नारा लगाया. घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यापक रूप से साझा किया गया. खेड़ा को प्रधानमंत्री के पिता का कथित रूप से अपमान करने और “धार्मिक वैमनस्य पैदा करने” के आरोप में असम पुलिस ने गिरफ्तार किया था. बाद में उनको जमानत पर रिहा कर दिया गया था.
पीएम मोदी की शिलांग यात्रा में चुनावी रैली से पहले एक रोड शो आयोजित किया गया. उन्होंने लोगों को समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा, “मैं यहां आकर धन्य हो गया हूं और रोड शो के दौरान मुझ पर बरसाए गए प्यार के लिए मैं सभी को धन्यवाद देता हूं. मेघालय के लोगों के इस प्यार और आशीर्वाद के बदले में मेघालय में विकास होगा.”
मोदी के नागालैंड दौरे की जानकारी देते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा ने कहा कि चुनावी राज्य में भाजपा के महत्वपूर्ण नेताओं का दौरा नागालैंड के भविष्य और एनडीपीपी के साथ उसके संबंधों को लेकर पार्टी की चिंता को दर्शाता है। भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले एक सप्ताह में नागालैंड में कई चुनावी रैलियों को संबोधित किया है। भाजपा-एनडीपीपी गठबंधन ने 60 सदस्यीय विधानसभा की सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।
सरकार का पैसा जनता तक नहीं, बल्कि करप्ट पार्टियों की तिजोरी में पहुंचता था: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागालैंड को दीमापुर के चुमुकेदिमा में सार्वजनिक रैली में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि नागालैंड की सांस्कृतिक विविधता से मैं हमेशा प्रभावित रहा हूं। नागालैंड में विकास और विश्वास की लहर चल रही है। यहां BJP-NDPP सरकार के लिए इतना समर्थन आज इसलिए है क्योंकि हम नॉर्थ ईस्ट के तेज विकास का संकल्प लेकर दिन-रात काम कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीमापुर में कहा कि नॉर्थ ईस्ट के लिए कांग्रेस और उसके सहयोगियों की पॉलिसी रही है-वोट पाओ और भूल जाओ। कांग्रेस के दिल्ली के नेता नागालैंड की तरफ देखते तक नहीं है। कांग्रेस और उसके सहयोगियों की सरकारों ने अपनी राजनीति में नागालैंड की स्थिरता और समृद्धि को कभी भी महत्व नहीं दिया.
अपने ही लोगों पर अविश्वास करके देश नहीं चलता, देश चलता है अपने लोगों का सम्मान करके, उनकी समस्याओं का समाधान करके। पहले जहां नॉर्थ-ईस्ट में विभाजित करने की राजनीति चलती थी उसको हमने अलौकिक शासन मॉडल में बदला है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/tpTApsNGE7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 24, 2023
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीमापुर में कहा कि सरकार का पैसा जनता तक नहीं, बल्कि करप्ट पार्टियों की तिजोरी में पहुंचता था. कांग्रेस ने नागालैंड की सरकार को दिल्ली से रिमोट कंट्रोल से चलाया। दिल्ली से लेकर दिमापुर तक इन्होंने परिवारवाद को ही प्राथमिकता दे रखी थी, लेकिन हमारी सरकार ने पूरे नॉर्थ-ईस्ट के लिए दिल्ली की सरकार की सोच को ही बदल दिया है। कांग्रेस ने नॉर्थ-ईस्ट को ATM माना हुआ था.
केंद्र सरकार आज नागालैंड के हजारों परिवारों को मुफ्त राशन दे रही है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि हम पूर्वोत्तर के 8 राज्यों को कांग्रेस की तरह ATM नहीं बल्कि हमारे लिए तो ये 'अष्ट लक्ष्मी' हैं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/BbgCPgrBot
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 24, 2023
‘वोट पाओ और भूल जाओ’ कांग्रेस की नीति-मोदी
पीएम मोदी ने कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के बारे में कहा-‘नॉर्थ ईस्ट के लिए कांग्रेस और उसके सहयोगियों की पॉलिसी रही है-वोट पाओ और भूल जाओ। कांग्रेस के दिल्ली के नेता नागालैंड की तरफ देखते तक नहीं है। कांग्रेस और उसके सहयोगियों की सरकारों ने अपनी राजनीति में नागालैंड की स्थिरता और समृद्धि को कभी भी महत्व नहीं दिया।’
नॉर्थ ईस्ट के लिए कांग्रेस और उसके सहयोगियों की पॉलिसी रही है-वोट पाओ और भूल जाओ। कांग्रेस के दिल्ली के नेता नागालैंड की तरफ देखते तक नहीं है। कांग्रेस और उसके सहयोगियों की सरकारों ने अपनी राजनीति में नागालैंड की स्थिरता और समृद्धि को कभी भी महत्व नहीं दिया: PM मोदी pic.twitter.com/iH2ygJdsZT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 24, 2023
मेघालय में 60 सीटों पर 375 उम्मीदवार
मेघालय विधानसभा की 60 सीटों के लिए 27 फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए 375 उम्मीदवार मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं। राज्य में सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) 57 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सभी 60 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। युनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के 47 प्रत्याशी मैदान में हैं जबकि वीपीपी और एचएसडीपी ने क्रमश: 18 और 11 प्रत्याशी उतारे हैं। सभी दल अपने स्तर पर चुनाव लड़ रहे हैं।
नागालैंड में 59 सीटों पर चुनाव, 183 उम्मीदवार
नागालैंड विधानसभा की 59 सीटों के लिए चुनाव मैदान में कुल 183 उम्मीदवार हैं और उनमें सिर्फ चार महिला उम्मीदवार हैं। एक सीट पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार कझेतो किनिमी ने जुनहेबोतो जिले की अकुलुतो विधानसभा सीट पर बिना चुनाव लड़े जीत हासिल की है। किनिमी के खिलाफ कोई अन्य उम्मीदवार नहीं होने से उनकी निर्विरोध जीत हुई है। सत्तारूढ़ एनडीपीपी 40 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, भाजपा 20 सीटों पर, कांग्रेस 23 सीटों पर जबकि एनपीएफ 22 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। लोक जन शक्ति (लोजपा-रामविलास) 15 सीटों पर, एनपीपी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी 12-12 सीटों पर तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) नौ सीटों पर, जनता दल (यूनाइटेड) सात सीटों पर, राष्ट्रीय जनता दल तीन और भाकपा एवं राइजिंग पीपुल्स पार्टी एक-एक सीट पर चुनाव लड़ रही है।