प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ मंगलवार को टेलीफोन पर बातचीत की है. इस बातचीत को दौरान एअर इंडिया और बोइंग के बीच आपसी सहयोग से डील को शाइनिंग उदाहरण बताया और इसे ऐतिहासिक एग्रीमेंट करार देते हुए समझौते का स्वागत किया. जानकारी के मुताबिक एयर इंडिया ने एयरबस से 250 विमान खरीदने की डील को मंजूरी दी है. वहीं, एयर इंडिया ने अब अमेरिकी कंपनी बोइंग कंपनी के साथ 290 विमानों के खरीद के लिए चुना है. इस डील से एयर इंडिया अपने विकास की रणनीति को बढ़ावा देगा.
Glad to speak with @POTUS @JoeBiden. Excellent discussion to review the ongoing and new initiatives to further deepen India-US Comprehensive and Global Partnership. We welcome the landmark @airindiain-@Boeing agreement which will help create new opportunities in both countries.— Narendra Modi (@narendramodi) February 14, 2023
प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस संबंध में बयान जारी कर कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच भारत और अमेरिका की व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के मजबूत होने पर संतोष व्यक्त किया है. पीएम ने कहा इसके परिणाम स्वरूप दोनों देशों के बीच सभी क्षेत्रों में मजबूती प्रदान करेगा. उन्होंने पारस्परिक रूप से आपसी सहयोग का एक चमकदार उदाहरण है. उन्होने एयर इंडिया और बोइंग के बीच इस ऐतिहासिक समझौते का स्वागत किया. यह एग्रीमेंट दोनों देशों में रोजगार के नए अवसर पैदा करने में मदद करेगा. प्रधानमंत्री मोदी ने बोइंग और अन्य अमेरिकी कंपनियों को इसके कारण उत्पन्न होने वाले अवसरों का उपयोग करने के लिए आमंत्रित किया. भारत में नागरिक उड्डयन क्षेत्र का विस्तार यह डील करेगा.
बोइंग कंपनी ने एक बयान में कहा कि एयर इंडिया ने सतत विकास की अपनी रणनीति को पूरा करने के लिए अपने 290 विमानों का चयन किया है. कंपनी ने कहा कि एयर इंडिया ने 190 737 मैक्स, 20 787 ड्रीमलाइनर और 10 777X हवाई जहाज चुने हैं. बोइंग और एयर इंडिया के बीच समझौते में 50 अतिरिक्त 737 मैक्स और 20 787-9 विमानों के विकल्प शामिल हैं. वहीं इस पर व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर कहा कि अमेरिका विश्व में मेन्यूफेक्चरिंग के मामले पर लीड कर सकता है. यह समझौता अमेरिका के 44 राज्यों में 10 लाख से ज्यादा जॉब के अवसर को प्रदान करेगा.