भारत की स्टार महिला जिम्नास्ट दीपा करमाकर (Dipa Karmakar) को 21 महीने के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है. इंटरनेशनल टेस्टिंग एजेंसी (International Testing Agency) ने प्रतिबंधित पदार्थों के सेवन चलते दीप पर यह बैन लगाया है. रियो ओलंपिक में इतिहास रचने वाली दीप पर यह प्रतिबंध 10 जुलाई 2023 तक लागू रहेगा. इंटरनेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इसकी पुष्टि की.
रियो ओलंपिक 2016 (Rio Olympics) में चौथे स्थान पर रहने वालीं दीपा को हाइजेमिन (Higenamine) ड्रग के इस्तेमाल का दोषी पाया गया है. इंटरनेशनल डोपिंग एजेंसी ने हाइजेमिन एस-3 बेटा-2 को प्रतिबंधित दवाओं की श्रेणी में रखा है. इस पदार्थ को 2021 के बाद बैन कर दिया गया था.
इंटरनेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने बताया है कि दीपा 21 महीने बैन के चलते 10 जुलाई 2023 तक नहीं खेल पाएंगी. इंटरनेशनल टेस्टिंग एजेंसी आगे कहता है कि ये बैन 10.8.2 आर्टिकल के अनुसार लगाया गया है. आपको बताते चलेे कि दीपा करमाकर ने साल 2016 के रियो ओलंपिक में शानदार खेल दिखाया था.
USADA के अनुसार किसी भी खिलाड़ी के डोपिंग टेस्ट से उसके उत्तेजक पदार्थ लेने की सीमा का पता चलता है. इसमें हाइजेनामाइन नाम का पदार्थ होता है. इससे दिल की गति को तेज किया जाता है.
साल 2016 के रियो ओलंपिक में दीपा करमाकर ने शानदार खेल दिखा कर भारत का नाम रोशन किया था. जिम्नास्ट के मामले में वो चौथे नंबर पर रहीं थी. साल 2018 में तुर्की के विश्व चैलेंज में गोल्ड मेडल अपने नाम करने में सफलता हासिल की. ये कारनामा करने वाली दीपा पहली जिम्नास्ट बनी थीं. दीपा करमाकर को गोल्डन गर्ल के नाम से भी जाना जाता है.
अब ये देखने वाली बात होती है कि किस तरह से वापस आने के बाद दीपा करमाकर कैसे खेल पाती हैं. लेकिन 21 महीनों का ब्रेक किसी भी प्लेयर के लिए लंबा समय होता है. ऐसे में कहा जा सकता है कि दीपा करमाकर के करियर के लिए खतरे की घंटी हो सकती है.