अयोध्या में बन रहे भगवान राम के भव्य मंदिर के उद्घाटन की तैयारी ट्रस्ट और संघ परिवार दोनों करने में जुट गया है. 2024 के मकर संक्रांति के बाद शुभ मुहूर्त में भगवान राम गर्भ गृह में विराजमान होंगे, उस दिन को ऐतिहासिक बनाने के लिए संघ ने एक बड़ी योजना तैयार की है. संघ के सभी संगठनों के साथ ही बीजेपी ने इस योजना को सफल बनाने में अपनी पूरी ताकत लगाने की तैयारी कर ली है.
2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं, उसके पहले राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारी की जा रही है. संघ के सूत्रों का कहना है कि 2024 के मकर संक्रांति यानी 14 जनवरी के बाद अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान होंगे. इस अवसर को बीजेपी लोकसभा चुनाव के लिए एक बड़े अवसर के रूप में देख रही है. यही कारण है कि पूरा संघ परिवार उस दिन को ऐतिहासिक और भव्य बनाने की रणनीति बनाने में लगा गया है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, संघ ने देशभर में उस दिन अलग-अलग धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की तैयारी करने के लिए अपने कार्यकर्ताओं की टोली बनाना शुरू कर दिया है. संघ देश के पांच लाख 13 हजार से ज्यादा गांव में उस दिन हवन, यज्ञ, पूजन, अखंड पाठ और कीर्तन का आयोजन कराने वाली है. साथ ही देश के जितने शहर और कस्बे हैं, उसमें भी जगह-जगह पर हवन यज्ञ, पूजन और नगर कीर्तन का आयोजन किया जाएगा, बड़े-बड़े भंडारों का आयोजन किया जाएगा, ताकि लाखों लोगों में प्रसाद वितरित किया जा सके.
इसके साथ ही सभी बड़े शहरों और कस्बों में भगवान राम की शोभायात्रा निकाली जाएगी. देश के सभी मंदिरों में अखंड पाठ का आयोजन किया जाएगा. सभी मंदिरों में सुबह से ही रामधुन बजाया जाएगा. संघ के स्वयंसेवक और संघ से जुड़े दूसरे संगठनों के कार्यकर्ता नगरों में प्रभात फेरी निकालेंगे, जिसमें बच्चों और महिलाओं की संख्या ज्यादा होगी. देशभर के सभी गांव के प्रमुख मंदिरों से कलश यात्रा निकाली जाएगी. यही नहीं ब्लॉक स्तर तक भगवान राम के विराजमान होने की पूजा पाठ का लाइव प्रसारण भी लोगों तक पहुंचाने के बड़े-बड़े स्क्रीन लगाए जाएंगे, जहां अयोध्या में होने वाले पूजन का राम मंदिर का सीधा प्रसारण देख सकेंगे.
इसके साथ ही 12 करोड़ 73 लाख उन परिवारों से सीधा संपर्क साधा जाएगा, जो निधि समर्पण अभियान में अपना योगदान दिए थे. लगभग सभी गांव में टेलीविजन स्क्रीन की व्यवस्था की जाएगी, ताकि जिन लोगों के पास टेलीविजन नहीं है वह भी सीधा प्रसारण देख सके. इसके अलावा इस अभियान से जुड़े कार्यकर्ता अपने-अपने घरों के टेलीविजन को दरवाजे पर या बैठक पर रखेंगे, ताकि उसके जरिए भी लोग मंदिर के पूजा पाठ को देख सकें. साथ ही अयोध्या के इतिहास को बताने के लिए मंदिर के लिए हुए संघर्ष की कहानी को लोगों तक पहुंचाने के लिए देश के अलग-अलग कोनों में लाइट एंड साउंड कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाएगा.
खासतौर पर उत्तर पूर्वी भारत और दक्षिण भारत में विशेष व्यवस्था की जाएगी. गांव-गांव, शहर-शहर में आयोजित होने वाले यज्ञों में आम लोगों को शामिल कर उन्हें अयोध्या में ही दर्शन करने और पूजन करने का एहसास कराया जाएगा. सभी यज्ञ स्थलों पर लाइव टेलीकास्ट देखने की व्यवस्था रहेगी. यही नहीं देश के सभी जिलों के प्रतिनिधियों को अयोध्या आमंत्रित किया जाएगा, जिनके जरिए गांव-गांव तक पूजन का प्रसाद पहुंच सके. देश भर के साधु-संतों को अयोध्या आमंत्रित किया जाएगा. दुनिया के दूसरे देशों के हिंदुओं को भी हजारों की संख्या में अयोध्या आने का निमंत्रण दिया जाएगा.
गौरतलब है कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट भव्य आयोजन की अपनी तैयारी में जुटा है. अयोध्या में बड़े-बड़े आयोजन किए जाएंगे, उससे अलग बीजेपी और संघ परिवार इस मौके पर कार्यक्रमों के जरिए लोगों को यह संदेश देना चाहता है कि मंदिर का निर्माण करने के वचन को पूरा किया गया है, जिससे हिंदुओं की सैकड़ों साल पुरानी इच्छा पूरी हो गई है. इस आयोजन के पीछे बीजेपी का मिशन 2024 साफ दिखाई देता है और इस आयोजन के जरिए बीजेपी सभी गांव तक यह संदेश पहुंचा देना चाहती है कि मंदिर किसने बनवाया है.