संसद की शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) आज ही समाप्त हो गया। यूं तो 7 दिसंबर से शुरू हुए इस सत्र की अवधि 29 दिसंबर तक के लिए निश्चित की गई थी, लेकिन यह सत्र निर्धारित समय से पहले ही समाप्त हो गया। दरअसल, विपक्ष अरुणाचल प्रदेश के तवांग स्थित यांगत्से में चीनी सेना के साथ संघर्ष पर चर्चा की मांग पर अड़ा रहा। इसे लेकर गुरुवार को उच्च सदन राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने उग्र रूप धारण कर लिया था। वहीं, आज कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया था। तिवारी ने चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव की स्थिति पर चर्चा की मांग की है। ध्यान रहे कि मूल कार्यक्रम के अनुसार, संसद का शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से शुरू होकर 29 दिसंबर तक चलना था। लेकिन क्रिसमस के कारण कई सदस्यों ने समय से पहले सत्र स्थगित करने का आग्रह किया था।
संसद की शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) आज ही समाप्त हो गया। यूं तो 7 दिसंबर से शुरू हुए इस सत्र की अवधि 29 दिसंबर तक के लिए निश्चित की गई थी, लेकिन यह सत्र निर्धारित समय से पहले ही समाप्त हो गया। दरअसल, विपक्ष अरुणाचल प्रदेश के तवांग स्थित यांगत्से में चीनी सेना के साथ संघर्ष पर चर्चा की मांग पर अड़ा रहा। इसे लेकर गुरुवार को उच्च सदन राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने उग्र रूप धारण कर लिया था। वहीं, आज कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया था। तिवारी ने चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव की स्थिति पर चर्चा की मांग की है। ध्यान रहे कि मूल कार्यक्रम के अनुसार, संसद का शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से शुरू होकर 29 दिसंबर तक चलना था। लेकिन क्रिसमस के कारण कई सदस्यों ने समय से पहले सत्र स्थगित करने का आग्रह किया था।
राज्यसभा में 64 घंटे 50 मिनट हुआ कामकाज

राज्यसभा की शीतकालीन सत्र की बैठक शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई और इस दौरान सदन में 102 प्रतिशत कामकाज हुआ। सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित करने से पहले सभापति जगदीप धनखड़ ने अपने पारंपरिक संबोधन में बताया कि इस दौरान 63 घंटे 20 मिनट का कामकाज निर्धारित था जबकि 64 घंटे 50 मिनट कामकाज हुआ। उन्होंने कहा कि इस दौरान सदन में कई महत्वपूर्ण विधेयकों को चर्चा कर पारित किया गया और कई जरूरी मामलों पर सदन में चर्चा हुई।
लोकसभा और राज्यसभा में कार्यस्थगन प्रस्ताव

विपक्ष ने बनाई थी रणनीति

कांग्रेस अध्यक्ष तथा राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन स्थित कक्ष में गुरुवार को बैठक हुई थी। इसमें खरगे के अलावा लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, द्रमुक नेता टीआर बालू, शिवसेना के संजय राउत और कुछ अन्य नेता शामिल हुए थे। सूत्रों के मुताबिक, बैठक में नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि वे चीन के साथ तनाव, महंगाई और अन्य मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगते रहेंगे। विपक्षी दल 7 दिसंबर से आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र में चीन के मुद्दे पर चर्चा की मांग लगातार कर रहे हैं। दोनों सदनों में कई सांसदों ने कार्यास्थगन प्रस्ताव के नोटिस भी दिए। इसी मुद्दे पर दोनों सदनों में चर्चा की मांग करते हुए विपक्षी दलों के नेताओं ने बुधवार को संसद परिसर में पार्टी की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी की अगुवाई में प्रदर्शन भी किया था।