गुजरात के 89 विधानसभा क्षेत्रों में आज मध्यम से भारी मतदान हुआ । बाकी सीटों के लिए चुनाव प्रचार अपने चरम पर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और गृह मंत्री अमित शाह ने रैली और रोड शो किये।
पंचमहल जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के उस बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने मोदी को रावण कहा था। मोदी ने कहा, ‘मैं खड़गे जी का सम्मान करता हूं लेकिन उन्हें पार्टी आलाकमान के आदेश का पालन करना होता है। उन्हें यह कहने के लिए मजबूर किया गया कि मोदी के रावण की तरह 100 सिर हैं … इस तरह के अपमानजनक शब्द गुजरात के लोगों का अपमान है, जिन्होंने मुझे इस धरती पर पाल पोस कर बड़ा किया है।‘ मोदी ने कहा, ‘कांग्रेस को सबक सिखाने का एक ही तरीका है। ईवीएम पर कमल का बटन दबाकर भाजपा को वोट दें। जब भी वे हम पर कीचड़ उछालेंगे, हमारा कमल खिलेगा।
आज जिन 19 जिलों की 89 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ उनमें अनुसूचित जनजाति और पाटीदार मतदाताओं की संख्या सबसे ज्यादा है। पिछले चुनाव में बीजेपी ने 48 और कांग्रेस ने 38 सीटों पर जीत हासिल की थी। पांच साल पहले आदिवासी इलाकों में कांग्रेस ने अच्छा प्रदर्शन किया था और पाटीदार आरक्षण आंदोलन ने बीजेपी को काफी नुकसान पहुंचाया था, लेकिन इस बार तस्वीर बदली हुई है।
बीजेपी ने इस बार आदिवासी मतदाताओं के बीच जोर-शोर से प्रचार किया है। बीजेपी के नेताओं को उम्मीद है कि आम आदमी पार्टी (आप) सौराष्ट्र-कच्छ में कांग्रेस के वोट काट सकती है। आप नेता जीतने योग्य उम्मीदवारों की तलाश में इतने उतावले थे कि उन्होंने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को टिकट दे दिया।
एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि गुजरात में 1,621 उम्मीदवारों में से 330 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इस लिस्ट में आप सबसे ऊपर है। आप ने 181 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं जिनमें 61 उम्मीदवार आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं। इसका मतलब है कि आप के तीन में से एक उम्मीदवार की पृष्ठभूमि आपराधिक है। वहीं कांग्रेस इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर है। उसके 61 उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि आपराधिक है। यानी, कांग्रेस के तीन में से एक उम्मीदवार की आपराधिक पृष्ठभूमि है। वहीं बीजेपी के 32 प्रत्याशी ऐसे हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
आपराधिक पृष्ठभूमि वाले 330 उम्मीदवारों में से 192 पर हत्या, हत्या के प्रयास और बलात्कार के आरोप हैं। ऐसे 43 उम्मीदवारों के साथ आप इस लिस्ट में सबसे ऊपर है, कांग्रेस 28 उम्मीदवारों के साथ दूसरे नंबर पर है जबकि बीजेपी के ऐसे 25 उम्मीदवार चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में भी कुछ खास सीटों पर उपचुनाव के लिए भी प्रचार जारी है। यहां सोमवार को मतदान होगा। वहीं दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनाव के लिए रविवार को मतदान होगा। एमसीडी चुनाव के लिए बीजेपी के कई मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री प्रचार कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश
पश्चिमी यूपी के खतौली विधानसभा क्षेत्र में सीएम योगी आदित्यनाथ ने रैलियों को संबोधित किया । योगी ने लोगों को यह याद दिलाया कि समाजवादी पार्टी के शासन के दौरान किस तरह बड़े पैमाने पर अपराध हुआ करते थे। उन्होंने सपा के ‘माफिया राज’ की तुलना अफगानिस्तान में तालिबान के राज से की।
योगी ने कहा, ‘एक जमाना था जब गुंडागर्दी की वजह से बहन-बेटियों का घर से बाहर निकलना मुहाल था। छेड़खानी के डर से बेटियां स्कूल-कॉलेज नहीं जा पाती थीं। व्यापारी पलायन कर रहे थे। राहगीर लूट लिए जाते थे। लेकिन आज बीजेपी के शासन में हालात बदल गए हैं। कानून का राज है। गुंडे और अपराधी अपराध करने से डरते हैं।’ योगी ने कहा, ‘ अब कानून का शासन है।’ मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि कैसे सपा के शासन के दौरान पश्चिमी यूपी में अपराधी किसानों के मवेशियों को लूट लिया करते थे और उनकी हत्या तक कर देते थे ।
मुझे याद है कि इस साल की शुरुआत में यूपी विधानसभा चुनाव के समय सपा और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन पश्चिमी यूपी में क्लीन स्वीप की उम्मीद कर रहा था, लेकिन कानून और व्यवस्था के मुद्दे पर बीजेपी को बढ़त मिल गई और मतदाताओं ने योगी को पसंद किया। इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि योगी के शासन में यूपी में कानून व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है। योगी ने बुधवार को कहा कि अगर उनकी पुलिस ने माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की होती तो हालात सुधर नहीं सकते थे।
सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद हो रहे मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपनी पत्नी डिंपल यादव को टिकट देकर इसे प्रतिष्ठा की लड़ाई बना लिया है। अखिलेश मतदाताओं को मुलायम सिंह यादव के परिवार की विरासत याद दिला रहे हैं। जसवंत नगर में अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल यादव एक रैली में साथ दिखे और पार्टी के लिए वोट मांगे। अखिलेश ने चाचा के पैर छुए तो शिवपाल यादव ने मतदाताओं से कहा कि यह उपचुनाव यादव परिवार के लिए प्रतिष्ठा का विषय है।
मैनपुरी यादव परिवार का गढ़ रहा है। अगर आज़मगढ़ की तरह ये सीट समाजवादी पार्टी के हाथ से निकल गई तो ये अखिलेश यादव को लिए बहुत बड़ा झटका साबित होगा। उनके चाचा शिवपाल यादव के साथ आने से अखिलेश को थोड़ा समर्थन भी मिला है। चाचा शिवपाल यादव ने भतीजे अखिलेश यादव को नया नाम भी दे दिया है। शिवपाल ने कहा कि नेताजी को मैनपुरी-इटावा के लोग बड़ा मंत्री और उन्हें छोटा मंत्री कहते थे। अब वो लोगों से अपील करते हैं कि अखिलेश को सभी लोग ‘छोटे नेताजी’ के नाम से संबोधित करें।
बीजेपी नेता और यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मतदाताओं को याद दिलाया कि अखिलेश यादव ने कई महीने पहले अपने चाचा शिवपाल का अपमान किया था। वहीं समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया कि मैनपुरी में मतदाता सूची से मुस्लिम मतदाताओं के नाम काट दिए गए हैं। उन्होंने इटावा-मैनपुरी के डीएम और एसपी को हटाने की मांग की।
एक और सियासी लड़ाई रामपुर में हो रही है जहां विधानसभा के उपचुनाव हो रहे हैं। सपा नेता आजम खान को भड़काऊ भाषण देने के मामले में तीन साल कैद की सजा सुनाए जाने और उनकी सदस्यता छिन जाने के बाद अब यह विधानसभा सीट खाली हुई है।
बुधवार को एक रैली को संबोधित करते हुए आजम खान ने आरोप लगाया कि बीजेपी मुस्लिम मतदाताओं को वोट के अधिकार से वंचित करने की योजना बना रही है। आजम खान ने तंज कसते हुए कहा, ‘8 दिसंबर को रामपुर के नतीजे आने के बाद अब्दुल (एक आम मुस्लिम नाम) बीजपी के लिए फर्श पोछेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘सभी ठेकेदार और अमीर मुसलमान जो अपनी संपत्ति का हिसाब नहीं दे सके, उन्होंने हमारी पार्टी छोड़ दी और बीजेपी में शामिल हो गए। कुरैशी, जिनके खिलाफ गोहत्या के 50-50 मामले लंबित थे, भाजपा में शामिल हो गए हैं। सारे देशद्रोही मुझे छोड़कर चले गए और अब सिर्फ वफ़ादार ही बचे हैं।’
आजम खान सपने में भी नहीं सोच सकते थे कि उनका उम्मीदवार रामपुर से चुनाव हार सकता है । योगी ने उनके उम्मीदवार को लोकसभा उपचुनाव में हराकर दिखाया। अब फिर आजम खान की सीट (रामपुर विधानसभा सीट) पर उपचुनाव है और उनकी प्रतिष्ठा का सवाल है। इस बार आजम खान लोगों को अपने जख्म दिखा रहे हैं। अपने ऊपर हुए जुल्मों की याद दिला रहे हैं। वो लोगों को ये भी बता रहे हैं कि मुसलमानों के हक खतरे में हैं। आजम खान मतदाताओं को ये याद दिलाकर इमोशनल कार्ड खेल रहे हैं ।
दिल्ली
दिल्ली नगर निगम चुनाव में प्रचार खत्म होने में दो दिन बाकी हैं। इसलिए सभी पार्टियों ने प्रचार में पूरी ताक़त लगा दी है। सभी पार्टियों ने अपने स्टार प्रचारकों को उतारा है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल और अन्य शीर्ष नेता कई रोड शो कर चुके हैं।
बुधवार को बीजेपी की तरफ़ से कई बड़े नेताओं ने दिल्ली में प्रचार किया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी, हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के अलावा केंद्रीय मंत्री, नितिन गडकरी, अनुराग ठाकुर, भूपेंद्र यादव, हरदीप पुरी और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव प्रचार किया। सिंधिया ने कहा, आम आदमी पार्टी को अब अपना नाम बदलकर ‘खास आदमी पार्टी’ कर लेना चाहिए क्योंकि उनके मंत्री सत्येंद्र जैन जेल में ऐशो-आराम की जिंदगी जी रहे हैं। सिंधिया ने सवाल किया कि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सत्येंद्र जैन को बर्खास्त क्यों नहीं कर रहे हैं?
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र की सरकार दिल्ली के विकास के लिए बहुत से काम कर रही है। गडकरी ने कहा कि दूसरे शहरों से दिल्ली की कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए वो ख़ुद काफ़ी ज़ोर दे रहे हैं।
गडकरी ने कहा कि इतनी अच्छी सड़कें बन रही हैं कि अगले साल जनवरी से दिल्ली से जयपुर, देहरादून और हरिद्वार, 2 घंटे में पहुंचा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली से चंडीगढ़ ढाई घंटे में, दिल्ली से अमृतसर 4 घंटे में और दिल्ली से श्रीनगर 8 घंटे में पहुंचा सकता है वहीं दिल्ली से मुंबई का सफर केवल 12 घंटे में पूरा होगा।
केंद्रीय शहरी मामलों और आवास मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह वादा किया कि एमसीडी का चुनाव जीतने के बाद बीजेपी दिल्ली में सभी अनधिकृत कॉलोनियों को नियमित करेगी। हरदीप पुरी ने कहा कि झुग्गी झोपड़ियों में रहने वालों को पक्के मकान दिए जाएंगे।
बीजेपी ने मुख्यमंत्रियों और केंद्र सरकार के भारी-भरकम मंत्रियों को दिल्ली के एमसीडी चुनाव में उतारकर चुनाव प्रचार को काफी दिलचस्प बना दिया है। एक जमाने में ये कोई नहीं सोच सकता कि नगर-निगम के चुनाव में मंत्री और मुख्यमंत्री नुक्कड़ सभाएं करेंगे और गली-गली जाकर वोट मांगेंगे। ये बदलाव नरेंद्र मोदी ने किया है। ये उनकी स्टाइल है। मोदी हर चुनाव को बड़ी शिद्दत से लड़ते हैं । केजरीवाल इस तरह के व्यापक चुनाव प्रचार से परेशान नज़र आये । उन्होंने बुधवार को कई बार गिनाया कि बीजेपी ने कितने मंत्री और कितने मुख्यमंत्री एमसीडी के चुनाव के मैदान में उतारे हैं। वैसे केजरीवाल खुद भी दिल्ली के अपने सारे मंत्रियों और अपने अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को गुजरात के चुनाव मैदान में उतार चुके हैं।
बीजेपी ने बुधवार को आप पर एक नया आरोप लगाया। पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने मोहल्ला सभा बनाकर दिल्ली के विकास के लिए जो योजना तैयार की है, वह पूरी तरह फर्जी है। उन्होंने आरोप लगाया कि 12 विधानसभा क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए 20 करोड़ रुपये दिए गए थे लेकिन उन पैसों का क्या हुआ, किसी को नहीं पता। संबित पात्रा ने कहा-ये 20 करोड़ रुपए कहां गुम हो गए इसका जवाब केजरीवाल को देना चाहिए।
कुछ दिन पहले तक केजरीवाल हर रोज बीजेपी के नेताओं पर विधायकों को खरीदने का आरोप लगाते थे। ये गिनाते थे कि सरकारें बनाने-गिराने पर कितने करोड़ खर्च किए गए लेकिन जब बीजेपी ने भ्रष्टाचार को लेकर पलटवार किया तो केजरीवाल ने चाल बदल ली। अब वो कहते हैं-‘मैं सिर्फ विकास की बात करता हूं, स्वास्थ्य और शिक्षा की बात करता हूं।