कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा शुक्रवार सुबह एक बार फिर शुरू हुई। मध्यप्रदेश में आज यात्रा का तीसरा दिन है। उनके साथ उनकी बहन और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के अलावा दिग्विजय सिंह समेत मप्र कांग्रेस के सभी बड़े नेता चल रहे हैं। यात्रा की शुरुआत सुबह 6 बजे से खरगोन जिले के खेरदा गांव से हुई। यहां से यात्रा खरगोन पहुंची।
मॉर्निंग ब्रेक के लिए यात्रा सुबह 9.15 बजे पहले पड़ाव पर भानबरड पहुंची। खरगोन जिले में यात्रा का दूसरा फेस दोपहर बाद 3.30 बजे शुरू होगा, जो सनावद तक 13 किमी का रहेगा। शाम 6 बजे यात्रा मोरटक्का में विश्राम स्थल पर पहुँचेगी। इसके बाद राहुल शाम करीब 6.20 बजे ओंकारेश्वर पहुचेंगे। जहाँ वे नर्मदा पूजन और ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग का दर्शन और पूजन करेंगे। वे करीब 1 घण्टे तक ओंकारेश्वर में रहेंगे।
यात्रा का LIVE अपडेट्स
- शुक्रवार सुबह 9.15 बजे पहले पड़ाव भानबरड़ तक पहुंचने तक राहुल की यात्रा 10 किलोमीटर सफर तय कर चुकी है। टी-ब्रेक के बाद बेड़ियाव खुर्द पंचायत से आगे यात्रियों और सुरक्षाकर्मियों में विवाद भी हुआ। दोनों पक्षों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई। ये विवाद राहुल से मिलने को लेकर हुआ था।
- यात्रा के दौरान खेत में अचानक पैरामोटर गिर पड़ा। जिससे भगदड़ मचते-मचते बच गई। खरगोन पुलिस को बगैर बताए यात्रा के समर्थन में पैरामोटरिंग की जा रही थी। यात्रा शुरू होने के 4 किलोमीटर बाद पैरामोटर देख पुलिस ने उड़ान रुकवा दी। कुल 2 पैरामोटर उड़ने थे। एक यात्रा के ऊपर उड़ रहा था। दूसरा अचानक उड़ते ही खेत में गिर गया। इस पर पुलिस ने तुरंत रोक लगाई।
- यात्रा सुबह 6 बजे शुरू हुई। सुबह 7 बजे तक यात्रा 5 किलोमीटर आगे बढ़ चुकी थी। वे सुबह टी-ब्रेक लिए बिना ही यात्रा के लिए आगे बढ़ गए। राहुल ने सुबह 7.50 पर धनगांव में रुककर टी-ब्रेक लिया। वे यहां करीब आधे घंटे रुके।
20 हजार वर्गफीट में लगा पंडाल
शुक्रवार को राहुल गांधी का काफिला इंदौर-इच्छापुर हाईवे से निकला। भानबरड में दोपहर के खाने और आराम की व्यवस्था की गई है। हाईवे से लगे एक खेत में करीब 20 हजार वर्ग फीट में टेंट लगाया गया है। यहां करीब 25 हजार कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता भोजन करेंगे। राहुल भानबरड से पैदल शाम को सनावद पहुंचेंगे। नर्मदा पूजन के बाद यात्रा का समापन कर वे नाइट स्टे के लिए खंडवा के मोरटक्का रवाना होंगे।
26 नवंबर को इंदौर की ओर बढ़ेगी यात्रा
कल यानी शनिवार सुबह 6 बजे मोरटक्का पुल से होती हुई यात्रा बड़वाह पहुंचेगी। यहां बनिहार में सुबह 11 बजे मॉर्निंग ब्रेक होगा। बलवाड़ा होते हुए यात्रा शाम को महू पहुंचेगी। यहां राहुल संविधान दिवस पर अंबेडकर प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।
बासवां गांव में चाय की व्यवस्था
मोरटक्का में यात्रा के नाइट स्टे के लिए 200 लोगों की व्यवस्था की गई है। यहां राहुल के अलावा प्रियंका गांधी समेत बड़े कांग्रेसी नेता रुकेंगे। बासवां गांव में राहुल गांधी की यात्रा में शामिल भारत यात्रियों के स्वागत की पूरी तैयारी है। यहां ग्रामीण गांव के हर घर से दूध एकत्रित करके उन्हें स्पेशल चाय पिलाएंगे।
एमपी में अब तक 46 किमी पैदल चले राहुल
मध्यप्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत 23 नवंबर को बुरहानपुर के बोदरली से हुई थी। पहले दिन राहुल गांधी 23 किमी पैदल चले थे। दूसरे दिन गुरुवार को बोरगांव बुजुर्ग से यात्रा शुरू हुई। यात्रा पहले चरण में 14 किलोमीटर से ज्यादा चली। कुल 23 किमी का सफर तय कर वे आखिरी पड़ाव छैगांव माखन पहुंचे। यहां नाइट स्टे के लिए वे खरगोन जिले के खेरदा में पहुंचे। यात्रा में राहुल के साथ प्रदेश कांग्रेस के तमाम नेता और उनकी बहन प्रियंका भी शामिल रहीं।
प्रियंका के साथ पति रॉबर्ट वाड्रा और बेटे रेहान वाड्रा भी चले। कन्हैया कुमार भी यात्रा में साथ रहे। इससे पहले सोनिया गांधी 1 दिन के लिए यात्रा में शामिल हुई थीं। मध्यप्रदेश में यहा यात्रा 12 दिन में 6 जिलों को नापती हुई 4 दिसंबर को आगे राजस्थान में एंट्री करेगी।
राहुल की भारत जोड़ो यात्रा पर लग सकता है ग्रहण? राजस्थान कांग्रेस में फिर अंदरूनी बवाल शुरू
राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की जंग का अब तीसरा चैप्टर शुरू हो गया है और भारत जोड़ो यात्रा पर निकले राहुल गांधी को अब कांग्रेस जोड़ो मिशन में लगना पड़ेगा। कांग्रेस में कलह का नया अध्याय शुरू हुआ है राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक बयान से। गहलोत ने खुलेआम पायलट को गद्दार कह दिया है और सीएम पद के लिए पायलट की दावेदारी का खुल्लमखुल्ला विरोध कर दिया है। गहलोत के बयान पर सचिन पायलट ने भी पलटवार किया है और अब कांग्रेस डैमेज कंट्रोल में लग गई है। भारत जोड़ो यात्रा अगले हफ्ते राजस्थान में पहुंचने वाली है, उससे पहले गहलोत और पायलट की लड़ाई एक बार फिर तेज हो गई है।
6 दिसंबर को राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा की एंट्री
राहुल गांधी कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलकर भारत जोड़ो का मंत्र दे रहे हैं लेकिन राजस्थान कांग्रेस में बढ़ती खाई को पाट नहीं पा रहे हैं। 6 दिसंबर को राहुल की यात्रा राजस्थान में प्रवेश करने वाली है लेकिन राजस्थान में कांग्रेस के दो दिग्गजों की आपसी लड़ाई थमती नहीं दिख रही। नया विवाद शुरू हुआ है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान के बाद। इस बार गहलोत ने पायलट के लिए जो कहा वो पायलट को उकसाने के लिए काफी था।
ऐसे शुरू हुई गहलोत-पायलट में तनातनी
बता दें कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच अनबन की जड़ में महत्वाकांक्षा का बीज है। 2018 से ही सचिन सीएम पद के दावेदार हैं, उनके नेतृत्व में पार्टी ने राजस्थान में जीत भी हासिल की लेकिन कुर्सी मिली गहलोत को। उसके बाद ही दोनों के बीच तनातनी शुरू हो गई। पहली अनबन जुलाई 2020 में तब सामने आई जब पायलट खेमे के 18 विधायकों ने बगावत कर दी। जवाबी कार्रवाई में सचिन पायलट को डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया। 18 दिन सचिन पायलट खेमे के विधायक मानेसर में रहे। 10 अगस्त को सुलह हुई और 14 अगस्त 2020 को गहलोत ने विधानसभा में समर्थन हासिल कर लिया।
राहुल की यात्रा पर लग सकता है ग्रहण
ये पहली बगावत थी लेकिन इरादे दोनों के साफ हो गए थे। जिस कुर्सी को सचिन अपनी हक समझते थे गहलोत उसे अपना अधिकार…इसीलिए लड़ाई का दूसरा चैप्टर इसी साल उस वक्त खुला जब अशोक गहलोत को कांग्रेस अध्यक्ष बनाने के फैसले के बाद इसी साल 25 सितंबर को गहलोत कैंप के विधायकों ने विधायक दल की बैठक का बहिष्कार तो किया ही विधानसभा अध्यक्ष को अपने इस्तीफे भी सौंप दिए। नतीजा ये हुआ कि गहलोत राजस्थान के सीएम बने रहे लेकिन उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष की दावेदारी खो दी और सोनिया गांधी से सरेआम माफी मांगी। विवाद फिर शुरू हो गया है और ऐसे मौके पर हुआ है जब राहुल की यात्रा राजस्थान में प्रवेश करने वाली है। अगर एक हफ्ते के अंदर इस विवाद का हल नहीं निकला तो ये विवाद राहुल की यात्रा पर ग्रहण लगा सकता है।