गुजरात में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। आज निर्वाचन आयोग ने राज्य में चुनावी तारीखों का ऐलान कर दिया है। गुजरात में दो चरणों में चुनाव होगा। 1 और 5 दिसंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती हिमाचल प्रदेश के साथ ही आठ दिसंबर को होगी। गुजरात चुनाव के ऐलान के साथ ही निर्वाचन आयोग ने अपने ऊपर लग रहे सियासी आरोपों का भी जवाब दिया। कांग्रेस चुनाव आयोग के ऊपर पक्षपात के आरोप लगा रही थी, इसका जवाब देते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि एक्शन शब्दों से ज्यादा जोर से बोलता है।
क्या बोले मुख्य निर्वाचन अधिकारी
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि आपके एक्शन और परिणाम हकीकत में शब्दों से अधिक जोर से बोलते हैं। मैं आपको समझाने की कितनी भी कोशिश करता हूं, लेकिन हमारा कामऔर सही परिणाम ही महत्वपूर्ण होते हैं। चुनाव आयोग प्रमुख ने कहा परिणामों से साबित हुआ कि जो लोग आलोचना कर रहे थे हैं उन्हें आश्चर्यजनक परिणाम मिले हैं।
कांग्रेस ने किया था कटाक्ष
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने घोषणा करते हुए बताया कि गुजरात की कुल 182 सदस्यीय विधानसभा के लिए पहले चरण में 89 सीटों पर और दूसरे चरण में 93 सीटों पर मतदान होगा। बता दें कि इससे पहले कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर कटाक्ष किया था। कांग्रेस ने तीन बंदरों की इमोजी के साथ ट्वीट किया, “भारत का चुनाव आयोग एक स्वायत्त संस्था है। यह निष्पक्ष चुनाव कराता है।”
6 बार से लगातार जीत रही बीजेपी
भाजपा ने गुजरात में पिछले 6 विधानसभा चुनावों में लगातार जीत दर्ज की है। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 99 सीट जीती थीं जबकि कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं। प्रतिशत के लिहाज से देखा जाए तो उस चुनाव में भाजपा को 49.05 प्रतिशत मत मिले थे जबकि कांग्रेस को 42.97 प्रतिशत मत मिले थे। पिछले विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस के कई विधायक भाजपा में शामिल हो गए। इस वजह से विधानसभा में भाजपा के सदस्यों की संख्या बढ़कर 111 हो गई जबकि कांग्रेस के सदस्यों की संख्या घटकर 62 पर पहुंच गई।