बिहार विधानसभा की मोकामा और गोपालगंज सीट पर हो रहे उप चुनाव का प्रचार कल मंगलवार को थम गया। मतदान कड़़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच तीन नवम्बर को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक होगा और मतगणना छह नवम्बर को होगी। केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने उप चुनाव की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। मतदानकर्मियों की रैंड़म तरीके से मतदान केंद्रों पर तैनाती की जायेगी। सभी मतदान केंद्रों पर शस्त्र सुरक्षा बलों की तैनाती की जायेगी। इस उप चुनाव में १५ उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा‚ जिसमें मोकामा में छह और गोपालगंज में नौ उम्मीदवार मैदान खम ठोक रहे हैं।
उधर चुनाव प्रचार के अंतिम दिन राजद व भाजपा के नेताओं ने दोनों विधानसभा क्षेत्रों में धुआंधार प्रचार किया। राजद और भाजपा के बीच दोनों सीटों पर सीधी लड़़ाई देखी जा रही है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास के कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार चुनाव प्रचार समाप्त होते ही गश्ती अभियान तेज कर दिया गया है। दोनों विधानसभा क्षेत्रों की सीमाएं सील कर दी गयी हैं। पटना और गोपालगंज के जिला निर्वाचन पदाधिकारी और एसपी को स्वतंत्र‚ निष्पक्ष और शांतिपूर्ण वातावरण में चुनाव कराने की हिदायत दी गयी है। सभी मतदान केंद्रों पर शस्त्र सुरक्षा बलों की तैनाती की जायेगी। साथ ही पेट्रोलिंग की भी व्यवस्था की गयी है। मतदान कर्मियों की तैनाती रैंड़म प्रणाली के तहत की जायेगी। मोकामा से राजद की नीलम देवी‚ भाजपा की सोनम देवी‚ जनभावना पार्टी के सुरेंद्र सहनी‚ निर्दलीय धीरज कुमार मालाकार‚ निर्दलीय लालू प्रसाद यादव और निर्दलीय सुनील कुमार किस्मत अजमा रहे हैं। जबकि गोपालगंज विधान सभा सीट से नौ उम्मीदवार मैदान में हैं। बसपा की इंदिरा देवी‚भाजपा की कुसुम देवी‚ राजद के मोहन प्रसाद गुप्ता‚ एआईएमआईएम के अब्दुल सलाम‚ जन जनवादी पार्टी के जगमोहन महतो‚ राष्ट्रीय जन संभावना पार्टी के प्रमोद कुमार‚ भारतीय बहुजन कांग्रेस के मोतीलाल प्रसाद‚ प्रगतिशील समाज पार्टी के संजय कुमार प्रसाद और निर्दलीय विनय कुमार राय मैदान में हैं। यह उप चुनाव मोकामा से राजद विधायक अनंत सिंह की सदस्यता समाप्त होने और गोपालगंज से भाजपा विधायक पूर्व मंत्री सुभाष सिंह के निधन के कारण कराया जा रहा है। यह उप चुनाव बिहार में बदली हुई राजनीतिक स्थिति में हो रहा है। उप चुनाव में राजग से महागठबंधन में आये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की परीक्षा भी होगी। मोकामा से राजद विधायक अनंत सिंह की सदस्यता एक मामले में सजायफ्ता होने के कारण समाप्त हो गयी। अनंत सिंह २००५ के विधानसभा चुनाव से अनंत सिंह राजनीति में आए। अनंत सिंह मोकामा से लगातार चार बार जीत चुके हैं। वह फरवरी २००५‚ अक्टूबर २००५ और २०१० का चुनाव जदयू से जीते और २०१५ में निर्दलीय जीते। जबकि २०२० में राजद के टिकट पर चुनाव जीते थे। उप चुनाव में राजद ने अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को चुनावी दंगल में उतारा है। वहीं गोपालगंज में भाजपा विधायक सुभाष सिंह के निधन के कारण उप चुनाव कराया जा रहा है। भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री सुभाष सिंह का निधन लंबी बीमारी के कारण हो गया था। सुभाष सिंह की राजनीति ९० के दशक से शुरू हुई थी। गोपालगंज सदर विधानसभा सीट से २००५‚ २०१०‚ २०१५ और २०२० के बिहार विधानसभा चुनाव में वो लगातार जीत दर्ज करके विधायक बनते आये। भाजपा ने स्वर्गीय सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी को चुनाव मैदान में उतारा है।