मोकामा में हो रहे उपचुनाव में महागठबंधन और बीजेपी ने पूरी ताकत लगा दी है. अभी तक चुनाव प्रचार में दोनों ओर से बाहुबलियों की फौज चुनाव प्रचार में डंटी थी. राजद के तमाम नेता एक-एक कर रोज चुनाव प्रचार में मोकामा पहुंच रहे थे लेकिन अब राजद को साथ देने के लिए और बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी के लिए वोट मांगने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह मैदान में उतरने वाले है.
कहते हैं राजनीति में कब दोस्त दुश्मन बन जाए और दुश्मन दोस्त यह कोई नहीं जानता है. मोकामा विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उपचुनाव में कुछ ऐसा ही नजारा दिखाई दे रहा है. ललन और अनंत सिंह कल तक एक दूसरे के दुश्मन थे लेकिन आज दोस्त बनते नजर आ रहे हैं. चर्चा बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह की हो रही है क्योंकि उपचुनाव के बहाने आपसी दुश्मनी खत्म होने वाली है और दोनों फिर से दोस्त बनने की राह पर चल पड़े हैं. कुछ दिन पहले तक बाहुबली अनंत सिंह का होम्योपैथिक इलाज करने वाले जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह उन्हीं की पत्नी नीलम देवी के लिए वोट मांगने मोकामा जाने वाले हैं.
26 और 27 अक्टूबर को ललन सिंह मोकामा के शहरी और टाल के इलाकों में राजद उम्मीदवार नीलम देवी के लिए चुनाव प्रचार करेंगे. ललन सिंह के आगमन की तैयारी भी मोकामा में जोरशोर से चल रही है .
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और अनंत सिंह में कभी काफी अच्छा संबंध था लेकिन पिछले लोकसभा चुनाव के पहले इन दोनों के बीच में ऐसी बातें हुई जिससे दोनों नेताओं में दूरी काफी बढ़ गई. ललन सिंह के खिलाफ अनंत सिंह ने अपनी पत्नी को लोकसभा के चुनाव में मैदान में उतार दिया था. हालांकि जीत ललन सिंह की हुई लेकिन ललन सिंह और अनंत सिंह के साथ-साथ इनके समर्थकों में भी खूब सियासी तीर चले.
ऐसी स्थिति में ललन सिंह एक बार फिर अनंत सिंह की पत्नी के लिए वोट मांगने मोकामा जा रहे हैं, जिससे ललन सिंह के जाने के पहले ही मोकामा का सियासी पारा चढ़ गया है. दूसरी ओर जदयू और महागठबंधन पर हमले करने के लिए बीजेपी को एक बड़ा मुद्दा भी मिल गया है.