बिहार में गोपालगंज और मोकामा विधानसभा की सीटों पर उपचुनाव होने हैं। चुनावी रण में राजनीतिक पार्टियों ने अपनी ताकत झोंक दी है। मोकामा पर सबकी नजर है। यहां दो बाहुबलियों की पत्नी चुनावी मैदान में हैं। इस सीट पर बाहुबली और राजद के पूर्व विधायक अनंत सिंह का कब्जा माना जाता है। वे 2005 से जेल से बाहर और जेल में रहकर मोकामा से चुनाव जीतते रहे हैं। इस बार उनकी पत्नी नीलम देवी चुनावी मैदान में हैं। लेकिन पारस गुट के सूरजभान सिंह ने भी मोकामा में कैंप कर दिया है। ऐसे में सवाल यह है कि क्या इस बार छोटे सरकार के नाम से पुकारे जाने वाले अनंत सिंह अपना गढ़ बचा पाएंगे।
अनंत की मुश्किल बढ़ा सकते हैं सूरजभान सिंह
मोकामा में दो बाहुबलियों अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी और ललन सिंह की पत्नी सोनम देवी चुनावी मैदान में हैं। दोनों तरफ से चुनाव में जीत का दावा किया जा रहा है। शक्ति प्रदर्शन भी जारी है। अनंत सिंह जेल में हैं, लिहाजा उनके समर्थकों ने मोकामा में मोर्चा संभाल रखा है। लेकिन एनडीए की उम्मीदवार सोनम देवी के पक्ष में सूरजभान सिंह ने मोकामा में कैंप कर दिया है। वो लगातार यह दावा कर रहे हैं कि इस बार मोकामा की जनता कमल का साथ देगी। सूरजभान सिंह पहले भी अनंत सिंह के बड़े भाई दिलीप सिंह को पटखनी दे चुके हैं। वर्ष 2000 के विधानसभा चुनाव में सूरजभान सिंह ने दिलीप सिंह को मात दी थी। सोनम देवी के पक्ष में प्रचार के दौरान वो बार- बार में मोकामा में इस बात क जिक्र भी कर रहे हैं। सूरजभान सिंह की पत्नी और पूर्व सांसद वीणा देवी भी खुद को मोकामा की बहू बताकर बीजेपी कैंडिडेट सोनम देवी के लिए वोट मांग रही हैं।
जेल में बंद अनंत के लिए इस बार सबकुछ इतना आसान नहीं
2005 से लगातार मोकामा में अपने सिक्का चलाने वाले अनंत सिंह के लिए इस बार के चुनाव में सबकुछ इतना आसान नहीं है। अनंत सिंह को पिछले कई चुनाव में टक्कर दे चुके ललन सिंह काफी मजबूती से चुनौती देते नजर आ रहे हैं। मोकामा का रण काफी दिलचस्प हो गया है। नीलम देवी महागठबंधन की उम्मीदवार हैं। लेकिन अब तक महागठबंधन की तरफ से कोई बड़ा नेता मोकामा में हुंकार भरने नहीं उतरा है। दोनों सीटों पर उपचुनाव में सीएम नीतीश कुमार महागठबंधन की तरफ से स्टार प्रचारकों की लिस्ट में सबसे ऊपर हैं। लेकिन वो क्या अनंत सिंह की पत्नी के लिए मोकामा में चुनाव प्रचार करेंगे इस पर सस्पेंस बरकरार है।