भारत निर्वाचन आयोग ने अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे नीत दोनों गुटों द्वारा पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न का उपयोग करने पर पाबंदी लगा दी है। आयोग ने शिवसेना के दोनों गुटों द्वारा नाम और चुनाव चिह्न पर दावा किए जाने की पृष्ठभूमि में अंतरिम आदेश जारी करके दोनों गुटों से कहा है कि सोमवार तक अपने–अपने गुट के लिए तीन–तीन नये नाम और चुनाव चिह्न सुझाएं। आयोग इनमें से किसी एक का उपयोग करने की अनुमति दे देगा। दरअसल‚ शिवसेना के इन दोनों गुटों ने पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न को लेकर किए गए दावे–प्रतिदावे के साथ सर्वोच्च अदालत का दरवाजा खटखटाया था। सर्वोच्च अदालत ने अपने निर्णय में निर्वाचन आयोग को इस बाबत फैसला करने को कहा था। अभी अंतिम रूप से समग्र फैसला किया जाना है। इस बीच‚ मुंबई की अंधेरी विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव की नौबत आ गई। चूंकि अभी तक चुनाव चिह्न को लेकर शिवसेना के उद्धव गुट और शिंदे गुट के लिए समग्र फैसला नहीं दिया गया है‚ इसलिए शिवसेना के चुनाव चिह्न तीर कमान पर रोक लगानी पड़़ी। कह सकते हैं कि निर्वाचन आयोग द्वारा शिवसेना के चुनाव चिह्न को सीज किए जाने को किसी एक गुट की जीत और दूसरे गुट की हार के रूप में नहीं देखा जा सकता। कह सकते हैं कि यह वक्ती फैसला है‚ और तकनीकी रूप से पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न सीज किया गया है। निर्वाचन आयोग ने भी अभी अपने फैसले को अंतरिम कहा है यानी उसकी तरफ से समग्र फैसला आना बाकी है। हालांकि उद्धव गुट का कहना है कि यह ‘अन्याय’ है। ‘अन्याय’ इस रूप में कि समग्र और अंतिम फैसला आने से पहले ही उसके चुनाव चिह्न को सीज कर दिया गया। हालांकि उद्धव गुट को यह समझना चाहिए कि उपचुनाव की जरूरत के मद्देनजर यह फैसला ‘अन्याय’ इसलिए नहीं है कि समग्र फैसला आना है। फिलहाल आयोग ने दोनों गुटों को उनकी वैकल्पिक पसंद के किसी चिह्न पर चुनाव लड़़ने को कहा है। हालांकि अंधेरी विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में शिंदे गुट की बजाय उनकी गठबंधन सहयोगी भाजपा अपना प्रत्याशी चुनाव में उतार रही है। पार्टी के नाम और चिह्न का मसला किसी भी राजनीतिक पार्टी के संजीदा होता है क्योंकि जोरदार प्रयास करके जो चुनावी तैयारी की जाती है‚ उस पर मतदाताओं के आशीर्वाद के रूप में समर्थन की मुहर चुनाव चिह्न पर ही लगती है।
बाइडन के भारत को ‘जेनोफोबिक’ कहने पर जयशंकर की दो टूक…….
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने हाल ही में भारत को जेनोफोबिक (विदेशियों के प्रति अत्यधिक नापसंदगी या डर रखने...