बिहार में होने वाले नगर निकाय चुनाव पर पटना हाईकोर्ट ने आदेश जारी करते हुए रोक लगा दी है. हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद बिहार में सियासी राजनीति गर्मा गई है और आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है. इसी क्रम में बिहार के पूर्व पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पे जोरदार प्रहार किया है. सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए कहा कि हाईकोर्ट के फैसले के बाद पता चला कि नीतीश कुमार की जिद पर अब बिहार चल रहा है.
मुंगेर में सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के आरक्षण के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी जो कि बिहार में पंचायती राज मंत्री थे ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 6 माह पूर्व ही आदेश दिया कि आप कमिटी बनाएं और जब हम सरकार में थे तो हम ने निर्णय भी लिया था और उसको एडवोकेट जनरल के यहां भी भेजने का काम किया लेकिन नीतीश कुमार इकलौते व्यक्ति हैं, जिसने जिद मचा कर बिहार के आरक्षण के साथ खिलवाड़ किया. चौधरी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद भी बिहार में कमिटी का गठन नहीं किया गया.
इससे प्रतीत होता है कि नीतीश कुमार अतिपिछड़ा विरोधी हैं. अतिपिछड़ा के लिए उनके नजर में कोई सम्मान नहीं है. जब पूरे देश में कमिटी का गठन हो रहा था नागपुर में हुआ, महाराष्ट्र में हुआ तो क्या बिहार देश से बाहर है. नीतीश कुमार कहते हैं कि हमने 2005 में कमिटी बनाया जबकि सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि ट्रिपल टी पूरी व्यवस्था को जांच करें लेकिन नीतीश कुमार कहते हैं कि जो शैक्षणिक योग्यता के आधार पर आरक्षण दिया हम उसी को लागू करेंगे. यह बिहार के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है.
सम्राट चौधरी ने पूछा कि क्या नीतीश कुमार की जिद से ही बिहार चलेगा. मैं आरोप लगाता हूं कि नीतीश कुमार ने प्रेशर देकर बिहार निर्वाचन आयोग से चुनाव की घोषणा करवायी. यह अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है.