उत्तरकाशी में आए एवलांच में छह ट्रैकर की मौत हो गई है. वहीं 28 ट्रैकर अभी भी फंसे हुए हैं. इस बीच उत्तराखंड के सीएम पीएस धामी ने बताया कि द्रौपदी के डंडा 2 पर्वत शिखर में हिमस्खलन में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के 28 प्रशिक्षुओं के फंसे होने की सूचना प्राप्त हुई है. जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और आईटीबीपी कर्मियों द्वारा तेजी से राहत और बचाव अभियान जारी है. राहत दल फंसे हुए ट्रैकरों को निकालने का प्रयास कर रहा है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि इस घटाने में जान गंवाने वालों के परिवाजनों के लिए वे शोक व्यक्त करते हैं.
वहीं एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रशिक्षण के दौरान द्रोपती का डांडा के पास आए एवलांच में 29 प्रशिक्षणार्थी क्रेवास के पास फंस गए. द्रोपदी के डांडा में क्रेवास में फंसे आठ लोगों को रेस्क्यू कर निकाला गया है. वहीं 21 लोग अभी क्रेवास में फंसे बताए जा रहे हैं. इन निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है.
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, कि बचाव अभियान में तेजी जाने के प्रयास जारी हंै. सेना की मदद लेने को लेकर अनुरोध किया गया है. उन्हें केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायत उपलब्ध कराने के लिए आश्वस्त किया गया है. प्रशिक्षार्थियों को बचाने और बाहर निकालने के लिए जिला प्रशासन के साथ एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और आइटीबीपीके जवानों की मदद से राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है.
22 सितंबर से चल रहा था बेसिक/एडवांस का प्रशिक्षण
नेहरु पर्वतारोहण संस्थान निम का डोकरानी बामक ग्लेश्यिर में बीते 22 सितंबर से बेसिक/एडवांस का प्रशिक्षण चल रहा था। बेसिक प्रशिक्षण 97 प्रशिक्षार्थी, 24 प्रशिक्षक व निम के एक अधिकारी समेत कुल 122 लोग शामिल थे। जबकि एडवांस कोर्स में 44 प्रशिक्षणार्थी व 9 प्रशिक्षक समेत कुल 53 लोग शमिल थे।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि क्रेवास में फंसे लोगों को निकालने के लिए निम द्वारा रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है। घटना स्थल पर निम के पास दो सैटेलाइट फोन मौजूद हैं। रेस्क्यू अभियान के लिए निम के अधिकारियों के साथ निरंतर समन्वय किया जा रहा है।
द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन में फंसे प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए NIM की टीम के साथ जिला प्रशासन, NDRF, SDRF, सेना और ITBP के जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से की बात
वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी घटना का संज्ञान लिया है। इस संबंध में उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से बात की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी में हिमस्खलन होने के कारण नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी के 28 प्रशिक्षार्थियों के फंसे होने की सूचना प्राप्त हुई है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह से वार्ता कर रेस्क्यू अभियान में तेजी लाने के लिए सेना की मदद लेने हेतु अनुरोध किया है। जिसको लेकर उन्होंने हमें केंद्र सरकार की ओर से हर सम्भव सहायता देने के लिए आश्वस्त किया है।
प्रशिक्षार्थियों को जल्द से जल्द सकुशल बाहर निकालने के लिए निम की टीम के साथ जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और आइटीबीपीके जवानों द्वारा तेजी से राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है।