अमेरिका ने एक बार फिर से पाकिस्तान के साथ अपने रिश्ते को मजबूत करना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान को करोड़ों डॉलर की बाढ़ राहत, एफ-16 फाइटर जेट पैकेज देने के बाद अब अमेरिका पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का दिल खोलकर स्वागत करने जा रहा है। जनरल बाजवा का यह स्वागत कुछ उसी तरह से होगा जैसे अभी हाल ही में अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का किया था। विश्लेषकों का कहना है कि भारत के रूस के साथ दोस्ती बरकरार रखने के बाद अमेरिका ने एक बार फिर से अपने ‘प्लान बी’ यानि नई दिल्ली के शत्रु पाकिस्तान के साथ अपने रिश्ते को मजबूत कर रहा है।
अमेरिका दशकों से भारत और रूस की दोस्ती के जवाब में पाकिस्तान के साथ रिश्ते मजबूत करने का खेल खेलता रहा है। बाइडन प्रशासन के तमाम दावों के बाद भी अमेरिका अब भारत के दुश्मन को पालने में जुट गया है। अमेरिका ने केवल पाकिस्तान के लिए अपना खजाना खोल दिया है, बल्कि उसकी सेना को भी मजबूत कर रहा है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन के आमंत्रण पर पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल बाजवा अमेरिका पहुंच गए हैं और आज पेंटागन में उनका भव्य स्वागत होगा।
राजनाथ सिंह की तरह से जनरल बाजवा का भव्य स्वागत
अमेरिकी रक्षामंत्री ऑस्टिन पेंटागन में जनरल बाजवा का ठीक उसी तरह से स्वागत करेंगे जैसे अप्रैल महीने में उन्होंने भारतीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का स्वागत किया था। इसे Enhanced Honour Cordon कहा जाता है। इस तरह का स्वागत अमेरिका में केवल अमेरिकी राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, अमेरिकी सेना के जनरल या फ्लैग ऑफिसर, अमेरिकी अधिकारियों के पोस्ट वाले विदेशी मेहमान और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सद्भावना को बढ़ावा देने के लिए आयोजित कार्यक्रमों में किया जाता है। इस दौरान पेंटागन की सीढ़ियों पर ही मेहमान का स्वागत किया जाता है।
अमेरिकी रक्षामंत्री का भारत के रक्षामंत्री और पाकिस्तान में सबसे शक्तिशाली कहे जाने वाले सेना प्रमुख जनरल बाजवा दोनों के एक समान स्वागत को बाइडन प्रशासन के बड़े संदेश के रूप में देखा जा रहा है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक जनरल बाजवा अमेरिकी रक्षा मंत्री के अलावा नैशनल इंटेलिजेंस डायरेक्टर और खुफिया एजेंसी सीआईए के चीफ विलियम बर्न्स से मुलाकात करेंगे। जनरल बाजवा के अमेरिकी विदेश मंत्री से भी अकेले में मुलाकात की चर्चा है लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। जनरल बाजवा के साथ आईएसआई चीफ, चीफ ऑफ जनरल स्टॉफ और डीजी मिलिट्री ऑपरेशन भी साथ गए हैं।
भारत के खिलाफ ‘प्लान बी’ पर काम कर रहा है अमेरिका
साल 2019 के बाद यह पहली बार है कि कोई पाकिस्तानी सेना प्रमुख अमेरिका के दौरे पर गया है। यह पूरा दौरा एक हफ्ते का बताया जा रहा है। जनरल बाजवा ने अमेरिकी प्रशासन के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से भी मुलाकात की है। विश्लेषकों का मानना है कि बाइडन प्रशासन के शुरुआती दिनों की तल्खी के बाद अब अमेरिका पाकिस्तान के साथ रिश्तों को फिर से मजबूत करने में जुट गया है। अमेरिका प्रमुख फोकस रक्षा और सुरक्षा संबंध है। विश्लेषकों का कहना है कि अमेरिका भारत और चीन को ध्यान में रखकर पाकिस्तान के साथ रिश्ते मजबूत कर रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका यूक्रेन युद्ध के बीच भारत और रूस की बढ़ती दोस्ती को पसंद नहीं कर रहा है। अमेरिका खुलेआम भारत को धमका भी चुका है। अमेरिकी दबाव के बाद भी भारत संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ वोट नहीं कर रहा है। यही नहीं भारत लगातार रूस से तेल और हथियार खरीद रहा है। भारत-रूस की दोस्ती के बरकरार रहने के बाद अब चालबाज अमेरिका अपनी पुरानी फितरत पर उतर आया है और प्लान बी पर काम कर रहा है। अमेरिका अब भारत के शत्रु पाकिस्तान की मदद कर रहा है ताकि नई दिल्ली की दुखती रग पर हाथ रखा जा सके।
अमेरिका की चाल भारत के लिए खतरे की घंटी
अमेरिका पाकिस्तान के उस एफ-16 फाइटर जेट को आधुनिक बना रहा है जिसका इस्तेमाल उसने भारत के खिलाफ किया था। यही नहीं अमेरिका यह भी चाहता है कि पाकिस्तान पूरी तरह से चीन के खेमे में चला जाए। यही वजह है कि अब तक खुलकर भारत का साथ देने वाला अमेरिका पाकिस्तान के साथ रिश्ते संतुलित करने में जुट गया है। अमेरिका की यह चाल भारत के लिए खतरे की घंटी है, खासकर तब जब चीन के खिलाफ दोनों के बीच क्वॉड जैसे मंचों पर दोस्ती बहुत बढ़ती हुई दिख रही थी।