जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे अमित शाह ने मंगलवार को राजौरी में एक जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि ये उन लोगों के लिए जवाब है जो कहते थे कि अनुच्छेद 370 हटेगा तो जम्मू-कश्मीर में आग लग जाएगी, खून की नदियां बह जाएंगी. 70 वर्ष तक जम्मू-कश्मीर पर तीन परिवारों ने राज किया, लोकतंत्र सिर्फ अपने परिवारों में बना दिया था. आप सभी को कभी भी ग्राम पंचायत, तहसील पंचायत, जिला पंचायत का अधिकार मिला था क्या. अनुच्छेद 370 और 35 हटने से यहां पिछड़ों को दलितों को आदिवासियों को और पहाड़ियों को अपना अधिकार मिलने वाला है.
शाह ने कहा, मोदी जी ने 5 अगस्त 2019 को एक अहम निर्णय लिया. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35 को उखाड़ कर फेंक दिया. जम्मू-कश्मीर में तीन परिवारों ने भ्रष्टाचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी. आज मोदी जी पूरे जम्मू-कश्मीर के 27 लाख परिवारों को पांच लाख तक का स्वास्थ्य का पूरा खर्च उठा रहे हैं. 70 वर्ष में इन तीन परिवारों ने दिया क्या. पहले आए दिन जम्मू कश्मीर से पथराव के समाचार आते थे. आज पथराव के समाचार नहीं आते हैं. मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं को सशक्त करने का काम किया है.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘देश में सरकार बदली, 2014 से नरेन्द्र मोदी जी प्रधानमंत्री बनें तब मोदी जी ने सबसे पहले जम्मू-कश्मीर में पंचायत के चुनाव कराए. पहले जो सिर्फ तीन परिवार के पास था, आज 30 हजार के पास जम्मू-कश्मीर का शासन आया है. अनुच्छेद 370 और 35A हटने से यहां पिछड़ों को, दलितों को, आदिवासियों को और पहाड़ियों को अपना अधिकार मिलने वाला है.’
उन्होंने आगे कहा, ‘मोदी जी ने 5 अगस्त 2019 को एक महत्वपूर्ण फैसला दिया, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A को उखाड़ कर फेंक दिया. अगर अनुच्छेद 370 और 35A नहीं हटता तो जम्मू-कश्मीर में ट्राइबल रिजर्वेशन नहीं मिलता. जम्मू-कश्मीर में तीन परिवारों ने भ्रष्टाचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी. आज मोदी जी पूरे जम्मू-कश्मीर के 27 लाख परिवारों को पांच लाख तक का स्वास्थ्य का पूरा खर्च उठा रहे हैं, 70 वर्ष में इन तीन परिवारों ने दिया क्या?’
अमित शाह ने कहा, ‘पहले आए दिन जम्मू-कश्मीर से पथराव के समाचार आते थे. आज पथराव के समाचार नहीं आते हैं. मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं को सशक्त करने का काम किया है. आजादी से लेकर 2019 तक पूरे जम्मू-कश्मीर में 15 हजार करोड़ रुपये का औद्योगिक निवेश आया था. 2019 से अब तक इन तीन वर्ष में 56 हजार करोड़ रुपये का औद्योगिक निवेश पूरे जम्मू-कश्मीर में आया है.’