उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में अंकिता भंडारी मर्डर केस में आरोपी भाजपा नेता के बेटे का रिसॉर्ट ढहा दिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शुक्रवार रात को आरोपी पुलकित आर्य के रिसॉर्ट पर बुलडोजर चलाया गया। पुलकित राज्य के पूर्व मंत्री विनोद आर्य का बेटा है। 19 साल की अंकिता उसके रिसॉर्ट में रिशेप्सनिस्ट थी और वहां अनैतिक गतिविधियों का खुलासा करने की धमकी देने पर आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी थी।
इस मामले में पुलकित के साथ उसके दो साथी अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता और सौरभ भास्कर भी अरेस्ट हुए हैं। पुलकित आर्य हाई प्रोफाइल सियासी परिवार से ताल्लुक रखता है। उसके पिता विनोद आर्य भाजपा नेता हैं और उत्तराखंड सरकार में मंत्री रह चुके हैं। वे भाजपा OBC मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और यूपी के सह प्रभारी भी हैं। उसके भाई अंकित आर्य उत्तराखंड OBC कल्याण आयोग के उपाध्यक्ष हैं और उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा मिला हुआ है। यही वजह रही कि पूरे मामले में CM धामी को दखल देना पड़ा।
पुलकित के रिसॉर्ट के नजदीक बने बैराज की नहर में मिला अंकिता का शव
अंकिता 18-19 सितंबर से गायब थी। इसके बाद उसके पिता ने रिसॉर्ट पहुंचकर कर्मचारियों से पूछताछ की थी। बेटी का पता नहीं चलने पर उन्होंने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। सोशल मीडिया पर भी उसकी तलाश के लिए कैंपेन चल रहा था। पुलिस ने शक के आधार पर पुलकित से पूछताछ की। आरोपी ने अंकिता को गंगा में धकेल देने की बात कबूल की। इसके बाद रेस्क्यू एजेंसियों ने अंकिता का शव चिल्ला पावर हाउस के पास एक नहर से बरामद किया।

खबर को आगे पढ़ने से पहले जानिए रिसॉर्ट में जारी काले कारनामों का लेखा-जोखा, जो अंकिता के मर्डर की वजह बना…
अंकिता पर अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने का दबाव डाल रहे थे आरोपी
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, अंकिता भंडारी के लापता होने की सूचना 18 सितंबर को दी गई थी। जांच में पता चला है कि अंकिता 17 सितंबर की रात करीब 8 बजे पुलकित आर्य, उसके रिजॉर्ट मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता के साथ ऋषिकेश गई थी। वापस आते समय तीनों आरोपी चीला रोड के किनारे शराब पीने के लिए रुके। अंकिता उनके ड्रिंक खत्म होने का इंतजार करती रही। शराब पीने के बाद तीनों लड़की से झगड़ने लगे।
सूत्रों की मानें, तो अंकिता ने पुलकित रिसॉर्ट में अनैतिक गतिविधियां चलने का विरोध किया था। मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि तीनों अंकिता पर अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने का दबाव डाल रहे थे। इस पर अंकिता ने धमकी दी कि वह सभी को बता देगी कि पुलकित उस पर रिसॉर्ट के कस्टमर्स के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाता है। इस बात से गुस्साए पुलकित और उसके साथियों ने लड़की को नहर में धकेल दिया।

हत्या के बाद पुलिस को झूठी कहानी सुनाकर गुमराह करने की कोशिश की
शक के आधार पर जब पुलिस ने पुलकित से पूछताछ की, तो उसने पुलिस को बताया कि रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी रिसॉर्ट के एक कमरे में रहती थी। कुछ दिन से वह मानसिक तनाव से गुजर रही थी। इसलिए वह और उसके दोस्त 18 सितंबर को अंकिता को ऋषिकेश घुमाने ले गए थे। देर रात सभी वहां से वापस लौट आए। लौटकर सभी रिसॉर्ट में बने अलग-अलग कमरों में सोने चले गए। 19 सितंबर की सुबह अंकिता अपने कमरे से गायब थी। पुलिस की पड़ताल में यह कहानी झूठी निकली।
CCTV फुटेज से पता चला कि अंकिता तीनों के साथ गई, लेकिन लौटी नहीं
पुलकित के बाद पुलिस ने रिसॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश जाते समय अंकिता इन लोगों के साथ थी, लेकिन वह इनके साथ लौटकर नहीं आई। इसके बाद पुलिस ने ऋषिकेश के रास्ते पर लगे हुए तमाम CCTV कैमरों के फुटेज चेक किए। इनसे यह बात साबित हुई कि रिसॉर्ट से जाते समय कुल चार लोग थे, लेकिन वापस तीन ही लौटे। पुलकित की कहानी झूठ निकलते ही पुलिस का शक गहरा गया और उससे सख्ती से पूछताछ शुरू हुई।अंकिता ने पुलकित का मोबाइल फेंक दिया।

परिवार की शिनाख्त के बाद अंकिता का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया
उत्तराखंड के DGP अशोक कुमार ने कहा कि अंकिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट राजस्व पुलिस में दर्ज हुई थी, जो उसी दिन रेगुलर पुलिस को ट्रांसफर की गई। 24 घंटे के अंदर लक्ष्मण झूला पुलिस ने मुख्य आरोपी पुलकित आर्य सहित तीन आरोपियों ने गिरफ्तार कर लिया है। उनकी निशानदेही पर ही SDRF ने बैराज की नहर में शव की तलाश शुरू की थी। आरोपी पुलकित का रिसॉर्ट यहां से पास ही है।
SDRF के एक अधिकारी ने बताया कि अंकिता के परिजन ने शव की पहचान की, इसके बाद बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए ऋषिकेश AIIMS ले जाया गया है। पुलिस ने शुक्रवार को आधिकारिक तौर पर बताया कि गुमशुदगी की रिपोर्ट को हत्या के मामले में बदल दिया गया है। गिरफ्तार आरोपियों से आगे की पूछताछ की जा रही है।
महिलाओं ने पुलिस कस्टडी में आरोपियों को पीटा, रिसॉर्ट में भी तोड़फोड़

पुलिस जब आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के लिए कोटद्वार लेकर जा रही थी। इसी दौरान बैराज पुल से आगे कोडीया में सैकड़ों ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी रोक ली और तीनों को जमकर पीटा। हालांकि, पुलिस ने बीच-बचाव कर तीनों को भीड़ से निकाला।

पुलिस ने शुक्रवार को पुलकित, अंकित और सौरभ को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से तीनों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अंकिता का शव मिलने के बाद आरोपियों पर हत्या और साक्ष्य छिपाने की धाराएं बढ़ा दी गई हैं। मामले का खुलासा होने के बाद शुक्रवार को पुलिस ने रिसॉर्ट सील कर दिया था। इसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलकित आर्य के रिसॉर्ट में भी तोड़फोड़ की।
