मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों के खाली पदों पर शीघ्र नियुक्ति करने का निर्देश दिया है। १ अणे मार्ग में शुक्रवार को आयोजित शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कई जरूरी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जहां शिक्षकों की कमी है‚ वहां जल्द बहाली की जाये‚ ताकि छात्र–छात्राओं के पठन–पाठन में कोई दिक्कत न हो।
उन्होंने कहा कि राज्य के सभी सरकारी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शुरू की गई ‘उन्नयन बिहार’ कार्यक्रम का क्रियान्वयन ठीक ढंग से कराते रहें‚ ताकि छात्र–छात्राएं इसका लाभ उठा सकें। सीएम ने कहा कि सात निश्चय योजना के अंतर्गत बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत की गई‚ ताकि छात्र–छात्राओं को आगे की पढाई करने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो। इस योजना का क्रियान्वयन बेहतर ढंग से करायें और छात्र–छात्राओं के बीच इसका प्रचार–प्रसार भी करायें‚ ताकि वे इस योजना का लाभ उठा सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पठन–पाठन के दौरान राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और मौलाना अबुल कलाम आजाद के जीवनवृत्त‚ सिद्धांतों एवं उनके विचारों के बारे में बताया जाता है। इसका उद्ेश्य है कि नई पीढी के बच्चे–बच्चियां अपने महापुरुषों और देश की आजादी के बारे में ठीक ढंग से जान सकें। केंद्र सरकार द्वारा शिक्षा विभाग की विभिन्न योजनाओं के लिए वर्तमान वित्तीय वर्ष में राज्य को दी जानेवाली केंद्रांश की राशि अब तक नहीं दी गयी है‚ इसको लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे इस संदर्भ में केंद्र सरकार को पुनः पत्र लिखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए राज्य सरकार की ओर से कई कदम उठाये गये हैं। बडी संख्या में प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय की स्थापना की गई है। विद्यालय भवनों का भी निर्माण कराया गया है। सभी पंचायतों में उच्च माध्यमिक विद्यालय की स्थापना की गई है‚ इससे अब छात्र–छात्राओं को अपनी ही पंचायत में उच्च माध्यमिक शिक्षा मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि हमलोग चाहते हैं कि छात्र–छात्राएं बेहतर ढंग से पढाई करें। छात्राओं के शैक्षणिक स्तर में सुधार होने से प्रजनन दर में और कमी आयेगी। पहले से राज्य में प्रजनन दर घटी है। प्रजनन दर को कम करने में शिक्षा का बहुत महत्व है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति व जनजाति‚ अतिपिछडा तथा अल्पसंख्यक वर्गों की लडकियों की पढाई पर विशेष ध्यान दें। इससे पहले बैठक में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विभाग के अद्यतन कार्यों एवं उपलब्धियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने विद्यालयों के प्रभावी ढंग से संचालन के लिए किये जा रहे कार्यों की चर्चा की। साथ ही विभाग की प्रशासनिक और शैक्षणिक संस्थाओं‚ प्रारंभिक‚ माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति एवं आवश्यक आधारभूत संरचना का निर्माण‚ कार्यरत शिक्षकों की संख्या तथा स्टूडें़ट क्रेडिट कार्ड योजना के संबंध में अद्यतन जानकारी दी।
शिक्षा विभाग की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं‚ कार्यक्रमों एवं गतिविधियों के संबंध में भी अपर मुख्य सचिव‚ शिक्षा ने विस्तृत जानकारी दी। बैठक में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव‚ वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी‚ शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर‚ मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार‚ मुख्य सचिव आमिर सुबहानी‚ मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ.एस. सिद्धार्थ‚ शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह‚ मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार‚ शिक्षा विभाग के सचिव असंगवा चुबा एओ‚ माध्यमिक शिक्षा निदेशक मनोज कुमार‚ प्राथमिक शिक्षा निदेशक रवि प्रकाश‚ एससीईआरटी के निदेशक सज्जन आर‚ मध्याह्न भोजन योजना के विशेष सचिव सह निदेशक सतीश चंद्र झा सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।