केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बिहार के किशनगंज दौरे से पहले राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि वह 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सभी प्रमुख गैर-बीजेपी दलों को एकजुट करने के प्रयास के तहत जल्द ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। उन्होंने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) लोगों को परेशान करने वाले वास्तविक मुद्दों को छिपाने के लिए समाज में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ना चाहती है। उन्होंने कहा, ‘मैं नीतीश कुमार के साथ दिल्ली में सोनिया (गांधी) जी से मिलूंगा। मैं राहुल गांधी की पदयात्रा पूरी होने के बाद उनसे भी मुलाकात करूंगा। अगले लोकसभा चुनाव में एकजुट विपक्ष बीजेपी को सत्ता से बाहर कर देगा।’
पूर्व मुख्यमंत्री लालू ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बिहार के सीमांचल इलाके के आगामी दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि लोगों को सतर्क व सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी के नेता राज्य में विभिन्न समुदायों के लोगों को आपस में लड़ाने के लिए उकसाते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री के इस दौरे को लेकर नीतीश जी भी काफी सावधान हैं।’ सीमांचल क्षेत्र में घनी मुस्लिम आबादी है। शाह 23 और 24 सितंबर को क्रमश: पूर्णिया और किशनगंज जिलों में दो रैलियों को संबोधित करने वाले हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर अमित शाह के सीमांचल दौरे को लेकर लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार क्यों घबराए हुए हैं।
उन्मादीकरण अमित शाह का चाल चरित्र और चेहरा: RJD
आरजेडी प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि बीजेपी की ओर से बिल्कुल गलत बात कही जा रही है। अमित शाह के दौरे से लालू यादव और नीतीश कुमार बिल्कुल भी डरे नहीं हैं। उल्टा बीजेपी महागठबंधन के बनने से भयभीत है। लोगों की चिंता इस बात को लेकर है कि इस वक्त बिहार में जो अच्छा माहौल है अमित शाह के दौरे से वह बिगड़ सकता है। अमित शाह का एजेंडा रहा है कि वह हिडन रूप से समाज में वैमनस्यता फैलाते हैं। उन्मादीकरण करना उनका चाल-चरित्र और चेहरा रहा है। चिंता इस बात की है कि लालू और नीतीश कुमार के राज के चलते बीजेपी बिहार में अपने सांप्रदायिक एजेंडे को कभी भी पूरी तरह से लागू नहीं कर पाई है। अब जब लालू और नीतीश एक साथ हैं तो बीजेपी की परेशानी बढ़ गई है। बीजेपी इस बात को लेकर परेशान है कि वह बिहार का सांप्रदायिक सदभाव कैसे खराब कर पाएगी।
देश के लेवल पर नफरत फैला रही है बीजेपी: जेडीयू
जेडीयू प्रवक्ता मंजीत सिंह ने कहा कि अगर देश के गृहमंत्री बिहार के सीमांचल इलाके में आ रहे हैं तो इसमें हमें क्या परेशानी है। हम लोग लोकतंत्र में विश्वास करने वाले लोग हैं। कोई भी नेता देश की किसी भी हिस्से में जा सकते हैं। किसी भी राजनीतिक दल को अपनी सभा करने का संवैधानिक अधिकार है। लेकिन अगर वह नेता राज्य में आकर सामाजिक सौहार्द्र खराब करने की कोशिश करे, सांप्रदायिक तनाव फैलाने की कोशिश करे तो यह नीतीश कुमार की अगुवाई वाली महागठबंधन की सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। बीजेपी के लोगों ने कई राज्यों में यह काम किया है। बीजेपी देश के लेवल पर नफरत फैलाने की कोशिश कर रही है। उन्माद फैलाने की कोशिश हो रही है।
हमसे डरकर एक हुए हैं लालू और नीतीश: बीजेपी
इस पर बीजेपी प्रवक्ता संतोष पाठक ने कहा कि सबसे पहले समझने की जरूरत है कि लालू यादव और नीतीश कुमार बीजेपी के डर से मिले हैं। जमीन पर बीजेपी की जो ताकत है उसी के चलते ये लोग मिले हैं। पूरे सीमांचल से कम उम्र की लड़कियां गायब हो रही हैं। उनकी तस्करी हो रही है। अलग-अलग थानों में 128 रिपोर्ट दर्ज हैं। बड़ी संख्या में ड्रग्स की तस्करी हो रही है। लड़ी संख्या में बांग्लादेश, नेपाल जैसी जगहों से आकर लोग उन इलाकों में रह रहे हैं। आम लोगों को समझ में आ चुका है कि इनकी नीतियां की गलत है।