मांझा न केवल पतंगों को काट रहा है बल्कि लोगों की गर्दन पर भी वार कर रहा है। पिछले 20 दिनों में मौत के मांझे ने 3 लोगों की जान ले ली‚ जबकि करीब 10 से ज्यादा लोग घायल हैं। इस कातिल मांझे से पक्षी भी जख्मी हो रहे हैं। अगर दिल्ली की बात करें तो चीनी मांझे से उलझकर करीब 100 से अधिक पक्षी घायल हो गए हैं‚ जिनका इलाज किया जा रहा है। आश्चर्य की बात है कि प्रतिबंध लगने के बावजूद पुलिस की सख्ती बेअसर साबित हो रही है। तमाम बंदिशों के बावजूद 15 अगस्त को दिल्ली खासकर पूर्वी दिल्ली में चीनी मांझे का खुलेआम इस्तेमाल हुआ। इस मांझे का आतंक अब इस कदर है कि दोपहिया वाहन चालकों यहां तक कि पैदल चलने वालों को भी ड़र लगा रहता है। चीनी मांझा दरअसल‚ भारत में बना मांझा होता है‚ जिसमें कांच का इस्तेमाल होता है और यह प्लास्टिक की तरह सख्त हो जाती है। सबसे पहले इसे राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) ने २०१७ में प्रतिबंधित किया था। २०१७ में चीनी मांझा के इस्तेमाल को लेकर कुल २५५ मामले दर्ज किए गए थे। हालांकि चोरी–छुपे इसका निर्माण और ब्रिकी पर ज्यादा रोक नहीं लग सकी है। एनजीटी के प्रतिबंध लगाने के बावजूद पर्यावरण मंत्रालय के पास स्टाफ की कमी के चलते इस पर मुकम्मल तरीके से रोक नहीं लग सकी है। बहरहाल‚ पुलिस इसकी बिक्री और इस्तेमाल करने वालों को पकड़़ तो रही है‚ मगर पूरी तरह अंकुश लगाने में सफल नहीं हो सकी है। हाल की घटनाओं को देखते हुए सरकार को अब और ज्यादा सख्त रुख अपनाना होगा। चीनी मांझे ने निःसंदेह सरकार और आमजन के मन में ड़र पैदा किया है। लोगों और पक्षियों की जान लेने के अलावा इससे बिजली की आपूर्ति भी बाधित हो रही है। मांझे में धातु यानी मेटल का अंश होने के कारण इससे लोगों के घायल होने के कई मामले भी सामने आए हैं। आए दिन लोगों को अपना शिकार बनाने वाले इस खूनी मांझे को तत्काल प्रभाव से रोकना होगा। इसके लिए प्रशासन को परंपरागत मांझा के बारे में जनता को जागरूक करना होगा। परंपरागत मांझा के लिए बरेली और मध्य प्रदेश देशभर में विख्यात है। यहां की देसी तकनीक को देश के बाकी इलाकों से रूबरू कराने काम प्रशासन को करना होगा। वहीं ऐसे लोगों के खिलाफ कड़े कदम उठाने होंगे‚ जो नियम विरुद्ध कार्य कर रहे हैं।
रामनवमी के जुलूस को रोकने के लिए टीएमसी रच रही साजिश: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं। बंगाल के बालुरघाट में उन्होंने मंगलवार को एक चुनावी रैली को...