ओसामा बिन लादेन के बाद अल कायदा प्रमुख बना अयमान अल जवाहिरी भी मारा गया। लादेन के साथ मिलकर जवाहिरी ९/११ के आतंकवादी हमलों की योजना बनाने वालों में प्रमुख था और २००१ से ही अमेरिका के निशाने पर था। २१ साल बाद उसका पता लगाया जा सका और ७१ वर्षीय जवाहिरी को अमेरिका ने अफगानिस्तान के काबुल में एक ड्रोन हमले में मार गिराया। यद्यपि उसके सिर पर २.५ करोड़़ ड़ॉलर का इनाम था लेकिन जवाहिरी अल कायदा के प्रमुख के रूप में कभी बहुत प्रभावशाली नहीं रहा। इस्लामिक स्टेट (आईएस) के उभार ने जवाहिरी और अल कायदा का कद काफी छोटा कर दिया था। २०११ में अरब जगत में हुइ कथित क्रांतियों ने इसमें प्रमुख भूमिका निभाई क्योंकि इनमें अल कायदा जैसे संगठनों को कोई भाव नहीं मिला। लादेन की मौत के बाद अल कायदा पहले ही कमजोर हो गया था। जवाहिरी प्रशिक्षित सर्जन था और लोग उसे डॉक्टर जवाहिरी के रूप में भी जानते थे। १९९३ में मिस्र में इस्लामिक जिहाद में हिस्सा लेने के बाद वह पाकिस्तान चला गया और वहां बतौर डॉक्टर उन अफगान लड़ाकों का इलाज करने लगा जो सोवियत रूस के खिलाफ लड़ रहे थे। इस दौरान उसकी दोस्ती बिन लादेन के साथ हुई। दोनों ने मिलकर अल कायदा की स्थापना की और आतंक की दुनिया पर छा गए। २०११ में लादेन के मारे जाने के बाद उसने अल कायदा की कमान संभाली और वीडियो जारी कर दुनिया को धमकाता रहा। वर्षों तक यह माना जाता रहा कि अल जवाहिरी पाकिस्तान या अफगानिस्तान में छिपा हुआ है। लोग उसेे भूलने लगे थे और सोमवार (१ अगस्त) को जो बाइडेन के अल जवाहिरी के मारे जाने के ऐलान के बाद काफी अर्से बाद अल जवाहिरी का नाम फिर सुर्ख़ियों में आया। २५ जुलाई को बाइडेन ने जवाहिरी को निशाना बनाने की मंजूरी दी थी और ३१ जुलाई को काबुल स्थित उसके निवास पर दो मिसाइलें दागी गइ। तब जवाहिरी मकान की बालकनी में टहल रहा था। हमले के लिए हेलफायर आर९एक्स मिसाइलों का इस्तेमाल हुआ जिसके लिए वॉरहेड की जरूरत नहीं पड़ती‚ इससे धमाका भी नहीं होता है। इसमें रेजर जैसे छह ब्लेड होते हैं‚ जो निशाने के चीथड़े़ कर ड़ालते हैं। यह मिसाइल इतना सटीक हमला करती है कि घर में मौजूद जवाहिरी के परिवार वालों को कोई क्षति नहीं पहुंची। जिसने आतंकी हमलों में ३००० से ज्यादा लोगों के चीथड़े़ उड़़ाए‚ उसकी ऐसी मौत को यही कह सकते हैं–जैसे को तैसा।
सुप्रीम कोर्ट ने ‘रेवड़ी कल्चर’ को माना गंभीर, अगली सुनवाई 17 अगस्त को
चुनाव में फ्री स्कीम्स के वादों पर रोक लगाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में करीब 20 मिनट तक...