शिंदे की बगावत के बाद महाराष्ट्र में उद्धव सरकार का गिरना तय माना जा रहा है। इस बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने कैबिनेट की मीटिंग भी ली। इसमें आदित्य ठाकरे मौजूद नहीं थे। मीटिंग के बाद मीटिंग के बाद मंत्री जितेंद्र अव्हाड ने कहा कि बैठक में मौजूदा हालात पर कोई चर्चा नहीं हुई। कुल 11 प्रस्ताव पास हुए हैं। इससे पहले संजय राउत ने अपने ट्वीट में विधानसभा भंग होने की बात कही। इस बीच उद्धव ठाकरे ने बुधवार शाम को अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री पद बिल्कुल अप्रत्याशित रूप से मेरे पास आया था। उन्होंने कहा, ‘ मुझे जनता के बारे में सोचना है,सत्ता से मुझे कोई लेना देना नहीं है।’
मैं नाटक नहीं कर रहा हूं: उद्धव ठाकरे
मेरे ही लोग मुझपर अविश्वास दिखा रहे हैं। बागी कहें तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। आप सभी मेरे घर के हैं, यह मेरी कमाई है। मुझे सत्ता का लालच नहीं। मैं कुर्सी छोड़ दूंगा। जनता मेरे जिंदगी भर की कमाई है। मैं नाटक नहीं कर रहा हूं: उद्धव ठाकरे
तो मैं अपनी कुर्सी छोड़ने के लिए तैयार हूं: उद्धव
जिन शिवसैनिकों को लगता है की मैं शिवसेना प्रमुख पद के लायक भी नहीं हूं तो मुझसे कहें, मैं पद छोड़ने के लिए तैयार हूं। सीएम उद्धव नहीं तो कोई भी हो चलेगा। कोई शिवसैनिक सीएम बने तो मैं अपनी कुर्सी छोड़ने के लिए तैयार हूं। मैं पद छोड़ने के लिए तैयार हूं लेकिन आप लोग सामने आकर बोलें: उद्धव ठाकरे
मेरे सामने कहते कि आप CM पद के लायक नहीं: उद्धव
मुझे दुख इस बात का है, मुझे झटका इस बात का लगा कि अगर अपने ही लोग मुझे सीएम नहीं चाहते, सूरत में या कहीं और जाकर बोलने की क्या जरूरत है? मेरे सामने आकर बोलते कि आप सीएम बनने के लायक नहीं तो मैं कुर्सी खुद छोड़ देता। आपने सूरत जाकर यह बात क्यों कही? यहां मेरे सामने कहते कि आप सीएम नहीं चाहिए: उद्धव ठाकरे
पवार ने मुझे मुख्यमंत्री बनने के लिए कहा था: उद्धव
शरद पवार ने मुझे कहा था सरकार बनाते समय कि अब सबकुछ तय हो गया है, लेकिन आपको नेतृत्व करना होगा। मैंने कहा था कि मुझे अनुभव नहीं है, लेकिन मैंने चुनौती स्वीकारी। पवार ने सीएम पद स्वीकारने को कहा था। तीनों दलों के बीच हुई बैठक में पवार साहब ने मुझसे कहा कि आपको मुख्यमंत्री बनना होगा: उद्धव ठाकरे
हमारे विधायकों को डराया धमकाया गया: उद्धव
हमारे विधायकों को मुंबई नहीं आने दिया जा रहा। कई विधायक गुवाहाटी से मुंबई वापस आना चाहते हैं। हमारे विधायकों को डराया धमकाया गया: उद्धव ठाकरे
हम पहले भी हिंदू थे, और आज भी हिंदू हैं: उद्धव
शिवसेना ने हिंदुत्व नहीं छोड़ा है। शिवसेना की धड़कन ही हिंदुत्व है। हम पहले भी हिंदू थे, और आज भी हिंदू हैं। यह बालासाहेब वाली ही शिवसेना है। मैंने बालासाहेब को जो वचन दिया था, उसी वचन को पूरा करने की जिम्मेदारी उठा रहा हूं: उद्धव ठाकरे
शिवसेना और हिंदुत्व एक दूसरे के पूरक हैं: उद्धव
कुछ लोग कहते हैं कि मैं कार्यकर्ताओं से नहीं मिलता, जबकि कोरोना काल में मुझे लोकप्रिय मुख्यमंत्री बताया गया था। मेरा ऑपरेशन हुआ था इसलिए कुछ दिन लोगों से नहीं मिला। शिवसेना और हिंदुत्व एक दूसरे के पूरक हैं: उद्धव
बागियों को मनाने में जुटे आदित्य ठाकरे
उद्धव ठाकरे के संबोधन में आधे घंटे की देरी हो चुकी है। इससे पहले कहा गया था कि वह शाम 5 बजे फेसबुक पर लाइव होंगे, लेकिन वह नहीं आए। इस बीच बागी विधायकों को मनाने की आखिरी कोशिश शुरू हो गई है। आदित्य ठाकरे बागी विधायकों से संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं।