‘हज पर जाने की इच्छा सबकी होती है‚ किन्तु जाते वही हैं‚ जिनको वहां से बुलावा आता है।’ यह बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को हज यात्रियों की रवानगी के पूर्व हज भवन में आयोजित दुआईया मजलिस में कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दो वर्षों से कोरोना महामारी के कारण लोग हज यात्रा पर नहीं जा सके थे। इस बार पहले से कम लोगों को हज यात्रा पर जाने की इजाजत मिली है। इस बार ६५ वर्ष से अधिक उम्र वालों को हज पर जाने की इजाजत नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि आप सब पवित्र जगह पर जा रहे हैं। आपको वहीं से अवसर मिला है। आप सभी खुश किस्मत हैं कि आपको बुलावा आया है। मुझे प्रसन्नता हो रही है। सीएम ने कहा कि हमलोगों की तरफ से सहूलियत और सुविधा को ध्यान में रखते हुए हरसंभव व्यवस्था की गयी है। राज्य सरकार के १४ अधिकारियों एवं कर्मियों को भी वहां भेजा जा रहा है‚ ताकि यात्रा एवं वहां रहने के दौरान हज यात्रियों को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो। हज यात्रियों के लिए निःशुल्क कोरोना टीकाकरण एवं स्वास्थ्य संबंधी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां से ट्रेन से कोलकाता जाने को लेकर भी प्रबंध किया गया है। कोलकाता हज हाउस में आवासन भोजन एवं कोरोना जांच की व्यवस्था की गई है। यात्रा संबंधी सभी औपचारिकताएं भी पूरी की गयी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हज यात्रा पर जाने वालों को मैं मुबारकबाद देता हूं। मुझे बहुत खुशी हो रही है कि आप सबको वहां जाने का मौका मिला है। मेरी पूरी शुभकामना है। वहां जाकर दुआ मांगने से आपके अपने एवं आपके परिवार के साथ ही बिहार एवं देश का भी उत्थान होगा। आपस में प्रेम एवं भाईचारे का भाव रहेगा। वहां जाने से ऐसा वातावरण बनता है कि आपसी सौहार्द में बढोतरी होती है और समाज‚ देश आगे बढÃता है। हम सभी चाहते हैं कि कोरोना का दौर जल्दी से जल्दी खत्म हो‚ ताकि लोगों को कहीं आने–जाने में कोई दिक्कत नहीं हो। आपके वहां जाने से कोरोना और जो नुकसान पहुंचाने वाली चीजें हैं‚ वे खत्म हो जायें‚ यही कामना है।
बिहार में दिसंबर तक पूरी हो जायेगी सहायक प्राध्यापक के पदों पर बहाली
पटना में बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने शनिवार को विश्वविद्यालयों में सहायक प्राध्यापक के पदों पर...