आईपीएल के फाइनल में पहुंचने के बाद गुजरात टाइटंस की टीम के कप्तान हार्दिक पांड़¬ा ने कहा था कि ‘मेरा नाम बिकता है।’ फाइनल मुकाबले में विरोधी राजस्थान रॉयल्स को बहुत आसानी से हराकर पांड़¬ा ने अपने कहे को सही साबित कर दिखाया। पूरे लीग मैच में कुछ ही मैच में शिकस्त खाई गुजरात की टीम ने वाकई खिताब जीतकर खेल प्रशंसकों को चौंका दिया। पहली बार में ही टूर्नामेंट में उतरकर खिताब हासिल करने वाली गुजरात दूसरी टीम बनी है। खास बात है कि गुजरात ने जिस राजस्थान की टीम को हराया‚ वह २००८ में पहली बार उतरी थी और विजेता बनी थी। अलबत्ता‚ शुरुआत में गुजरात की टीम को भाव नहीं दिया गया था। कागजों में भी उसे कमजोर ही माना गया था‚ मगर कप्तान हार्दिक पांड़¬ा और टीम के साथ जुड़़े भारतीय टीम के खब्बू गेंदबाज रहे आशीष नेहरा ने टीम की लय कभी भी नहीं बिगड़़ने दी और खिलाडियों ने भी अपने कोच और समर्थकों को निराश नहीं किया। खासतौर पर भारतीय टीम के आलराउंड़र रहे और मध्य क्रम में अपनी उपयोगिता बनाए रखने वाले हार्दिक पांड़¬ा ने अरसे बाद अपना जलवा बिखेरा। उन्होंने न केवल शानदार कप्तानी की वरन गेंदबाजी और बल्लेबाजी में भी कमाल दिखाया। खेल के हर क्षेत्र में परफेक्ट देने वाले हार्दिक में महान खिलाड़़ी कपिल देव की छाप नजर आती है। यही नहीं टूर्नामेंट में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए ही आगामी टी२० श्रृंखला के लिए हार्दिक का चयन भारतीय टीम में हुआ। एक वक्त ऐसा भी था जब हार्दिक को करण जौहर के शो में कुछ अनर्गल टिप्पणी के चलते टीम से बाहर बैठना पड़़ा था। हालांकि हार्दिक ने इन सब बातों को पीछे छोड़़ते हुए भारतीय टीम में वापसी भी की। हमेशा सबकी सुनने वाले और नरम दिल के हार्दिक की यही सबसे बड़़ी पूंजी है। पहली बार में ही टीम को खिताब दिलाना रोमांचक और शानदार वाकया है। भारतीय टीम को ऐसे ही जुझारू और समझदार खिलाड़़ी की जरूरत है। निःसंदेह हार्दिक ने इस जीत के साथ उन सारे विवादस्पद बातों को खत्म कर दिया है। देखना है आगामी टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन कैसा रहता है। बल्ले और गेंद से आईपीएल में सभी का दिल जीतने वाले हार्दिक को अभी लंबा सफर तय करना है। नेतृत्व करने की असीम संभावना उनमें है। यानी देर–सबेर टीम इंडि़या की अगुवाई वो कर सकते हैं।
भाजपा नेताओं के साथ BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने सुनी ‘मन की बात’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात की। इस दौरान साल 1975 में देश में इंदिरा सरकार द्वारा...