सूबे में प्रचंड़ गर्मी के बीच बृहस्पतिवार को तेज हवा के साथ बारिश आफत बनकर आयी। मौसम विभाग के अनुसार‚ राजधानी पटना समेत 10० से अधिक जिलों में आफत की बारिश हुई। इसमें 25 लोगों की जान चली गई और सैकड़़ों पेड़़ उखड़़ गये। आम व लीची की फसलों को भी नुकसान होने की सूचना है। राजधानी पटना में जगह–जगह पेड गिरने से शहर में जाम की स्थिति बन गई। बेली रोड पर दो जगह पेड गिर गये। वहीं‚ गांधी मैदान के पास पेडÃ गिर गया। छज्जुबाग इलाके में भी पेड गिरने से जाम की स्थिति बनी रही। तेज हवा के कारण मनेर के रतनपुरा में गंगा नदी में बालू लदी तीन नाव पलट गई। हालांकि नाव पर सवार मजदूर तैरकर बाहर निकले। इसके साथ ही राज्य के छह जिलों से महिला–बच्चों समेत नौ लोगों की मौत होने की सूचना है। इनमें मुंगेर में एक महिला और एक अधेड‚ सारण में एक महिला और एक १० साल का बच्चा‚ भागलपुर में १२ और १४ साल के दो बच्चों के साथ नालंदा‚ जहानाबाद और खगडिया में एक–एक की मौत आंधी की चपेट में आकर हुई है। राजधानी में अपराह्न ३.४५ बजे ४०–५० किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने लगी। अचानक आये इस तूफान से पूरा शहर अस्त–व्यस्त हो गया। हवा की रफ्तार इतनी तेज रही कि राजधानी में कई जगहों पर लगे बड़े़–बड़े़ पेड़़ उखड़़कर गिर पड़े़। इसके अलावा बिजली और टेलीफोन के तार टूटने के साथ–साथ बड़े़–बड़े़ बोर्ड और होडि़ग भी उखड़़कर सड़़क पर बिखर गये। इस वजह से राजधानी के ज्यादातर इलाकों में काफी देर तक बिजली ़बाधित रही। तेज हवा की वजह से दुर्घटना की आशंका के मद्ेनजर कई जगहों पर सड़़कों के किनारे वाहन खड़े़ रहे। ग्रामीण क्षेत्रों में भी आंधी–तूफान ने कहर बरपाया। खासकर आम और लीची को भारी क्षति हुई। दूसरी ओर‚ तेज आंधी–पानी से राजधानी समेत पूरे राज्य के तापमान में तीन से चार डि़ग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज की गयी।
मरने वालों में मुजफ्फरपुर के पांच, भागलपुर के चार, लखीसराय-सारण के तीन-तीन, मुंगेर के दो तथा जमुई, बांका, बेगूसराय, खगडिय़ा, पूर्णिया, नालंदा, जहानाबाद व अररिया के एक-एक व्यक्ति शामिल हैैं। इस दौरान कई जगहों पर कच्चे घर और पेड़ गिर गए। इससे आवागमन के साथ-साथ विद्युत आपूर्ति पर भी असर पड़ा। आंधी-पानी से आम, लीची, मक्का, मूंग और सब्जी की फसल को काफी नुकसान हुआ। वहीं पटना के मनेर में बालू ढोने वाली छह नावें गंगा में डूब गई। लगभग 50 मजदूरों ने तैरकर अपनी जान बचाई।
प्री-मानसून गतिविधियां अब सक्रिय हो गईं
मौसम विज्ञानी आशीष कुमार की मानें तो वातावरण में नमी युक्त हवा का प्रवाह, तापमान में वृद्धि व मध्य बिहार से ट्रफ-रेखा गुजरने के कारण आंधी-बारिश हुई है। राज्य में प्री-मानसून गतिविधियां अब सक्रिय हो गई हैं। बीते कई दिनों से वायुमंडल के निचले स्तर पर पुरवा के प्रवाह से नमी की मात्रा में वृद्धि दर्ज की गई।
कई जिलों में मेघ गर्जन व हल्की बारिश का पूर्वानुमान
वहीं, बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में मानसून का प्रवेश हो गया है। मौसम विज्ञानी के अनुसार पूर्व पश्चिम ट्रफ-रेखा उत्तर पश्चिम उत्तर प्रदेश से उप हिमालयी पश्चिम बंगाल तक मध्य बिहार से होकर गुजर रही है। इसके प्रभाव से प्रदेश में अगले 24 घंटों के दौरान कई जिलों में मेघ गर्जन व हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। इन सभी मौसमी प्रभाव को देखते हुए मौसम विज्ञान केंद्र पटना की ओर से येलो अलर्ट जारी करते हुए लोगों को सुरक्षित स्थान पर रहने की चेतावनी दी गई है।
दक्षिण बिहार से असम तक जाने वाली ट्रफ रेखा के प्रभाव से गुरुवार को राज्य के सभी जिलों में आंधी के साथ मध्यम बारिश हुई। करीब 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चली आंधी से पटना जिले में करीब 150 पेड़ उखड़ गए। पेड़ाें के गिरने से बिजली का तार भी जहां-तहां टूट गया, वहीं ट्रैफिक व्यवस्था भी चरमरा गई। राजधानी में करीब 30 पेड़ गिर गए। गांधी मैदान स्थित रामगुलाम चाैक के पास भारी भरकम पेड़ तीन कार पर गिर गया। संयोग था कि उस वक्त उन कारों में काेई नहीं था। डीएम आवास के पास गन्ना जूस की मशीन पर पेड़ गिर गया।
जूस बेचने वाला वहीं पर था, जाे बाल-बाल बचा। डीजीपी आवास के पास भी पेड़ उखड़ गए। एयरपाेर्ट के वीआईपी पाेस्ट के पास लगा पेड़ भी गिर गया। इससे बिजली का तार भी टूट गया। वाेल्टास माेड़ के पास पेड़ गिरकर सड़क पर आ गया। इस वजह से ट्रैफिक थम गया। पटना में लगातार दूसरे दिन तापमान 40 डिग्री के पार रहा। गुरुवार को अधिकतम तापमान 40.4 डिग्री दर्ज किया गया। हालांकि, चार बजे के बाद आंधी और बारिश की वजह से तापमान में तेजी से गिरावट आई। शुक्रवार को कुछ स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है।
काेतवाली थाने का करकट का शेड गिरा, दर्जनों गाड़ियां दबीं
काेतवाली थाना परिसर में करकट का शेड जाेर आवाज के साथ गिर गया। इस शेड के नीचे थानेदार, दाराेगा और अन्य स्टाफ की बाइक के साथ ही जब्त की गई गाड़ियां भी थीं। शेड के गिरने से सभी गाड़ियां दब गईं। इनमें कई क्षतिग्रस्त भी हाे गईं। ग्रामीण इलाकाें में पानी की कई टंकियां गिर गईं। तेज आंधी की वजह से घराें की छताें पर सूखने के लिए रखे गए कपड़े उड़कर दूसरे के घराें में चले गए। छताें पर लगे टिन और करकट के शेड भी उखड़ गए।
- मैनपुरा – यूनीपोल ई-रिक्शा पर गिरा, चालक व दाे सवार हो गए जख्मी
- पालीगंज – नल जल के टावर उड़े
- मनेर, दानापुर व बिहटा में 500 ट्रांसफाॅर्मर से आपूर्ति बाधित
- खगौल – होर्डिंग गिरी, बैंक प्रबंधक की कार क्षतिग्रस्त
नौ फ्लाइटें रहीं लेट
पटना|माैसम खराब का असर विमानाें पर भी पड़ा। करीब 20 मिनट तक ऑपरेशन नहीं हाे सका। नौ फ्लाइटाें का परिचालन देर से हुअा। इस वजह से यात्रियाें काे परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि एयरपाेर्ट के अधिकारिक सूत्राें के अनुसार, विमान के ऑपरेशन पर असर नहीं पड़ा है। वहीं एयरलाइंस सूत्राें के अनुसार, दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई, अहमदाबाद, मुंबई की 9 फ्लाइट देर से आए और गए।
देर से उड़ान भरने वाली फ्लाइटों में एसजी924 पटना-अहमदाबाद, 6ई209 पटना-चेन्नई, एसजी 923 मुंबई-पटना, 6ई2423 पटना-दिल्ली, 6ई2483 पटना-दिल्ली, 6ई6896 पटना-हैदराबाद, 6ई2485 दिल्ली-पटना, 6ई425 हैदराबाद-पटना और 6ई6418 मुंबई-पटना शामिल हैं।
गांधी सेतु पर कंटेनर पलटा, लगा जाम
तेज आंधी में गांधी सेतु के पाया संख्या-40 के पास एक कंटेनर पलट गया। इससे सेतु पर करीब एक घंटा तक वाहनों का परिचालन बाधित रहा। श्री बड़ी पटनदेवी के पास पुराना पीपल का पेड़ गिरने से उसमें दबे चाय दुकानदार रामनाथ और उसकी पत्नी को लोगों ने सुरक्षित निकाल लिया। वहीं एक महिला पेड़ की टहनियों के बीच फंस गई जिसे स्थानीय लोगों ने सुरक्षित निकाला।
दीवान मोहल्ला में पुराना पीपल का पेड़ गिरने से तीन पुराने झोंपड़ीनुमा मकान को क्षति पहुंची। एक टिन उड़ कर कुछ दूर जाकर गिरा जिससे स्थानीय निवासी जगदीश सहनी का पैर जख्मी हो गया। ठेला चालक दिनेश के पैर में भी गंभीर चोट लगी। खाजेकलां घाट पर एक सीमेंटेड बिजली पोल गिर गया। पाटी गली के निकट पेड़ केबल पर गिर गया। तमोली गली में तार पर पेड़ की टहनी गिरी।
एक घंटा बंद रहे 35 से अधिक पावर सब स्टेशन
राजधानी में आंधी से 35 से अधिक पावर सब स्टेशन बंद हो गए। इससे एक घंटा तक बिजली सप्लाई ठप रही। हाईकोर्ट पावर सब स्टेशन के साथ ही आधा दर्जन 33 केवी फीडर पर पेड़ गिरने से सप्लाई बाधित रही। 100 से अधिक 11 केवी के फीडर भी ब्रेकडाउन में चले गए। इनमें करीब 70 फीडर को शाम 7 बजे तक चालू किया गया।
पाटलिपुत्र, बोरिंग रोड, राजापुरपुल इलाके को बिजली सप्लाई करने वाले दोनों सोर्स बंद हो गए थे। इधर, टेलीकॉम फीडर बंद होने के बाद गांधी मैदान इलाके में दूसरे सोर्स से बिजली सप्लाई चालू हुई। पेसू क्षेत्र में 50 से अधिक पोल टूट गए हैं। एक दर्जन ट्रांसफॉर्मर भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। दर्जनों एलटी लाइन टूटने के कारण भी सप्लाई बाधित रही। ऐसे इलाके में रात 9 बजे के बाद सप्लाई चालू हो सकी।