प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 12 मई को दूसरी वैश्विक कोविड शिखर सम्मेलन में डिजिटल माध्यम से हिस्सा लेंगे। इस समिट की मेजबानी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन करेंगे। भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, इस बैठक के लिए पीएम मोदी को खुद अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन की तरफ से निमंत्रण दिया गया था।
शिखर सम्मेलन में कोविड महामारी की चुनौतियों से निपटने के नए कदमों और मजबूत वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा ढांचा तैयार करने के बारे में चर्चा होगी। बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री इस शिखर बैठक के उद्घाटन सत्र में ‘महामारी के तनाव की रोकथाम और तैयारियों को प्राथमिकता’ विषय पर भाषण देंगे। गौरतलब है कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने पहले वैश्विक कोविड शिखर सम्मेलन में 22 मई 2021 को हिस्सा लिया था। इसकी मेजबानी भी अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन की ओर से ही की गई थी।
शिखर सम्मेलन में कोविड महामारी की चुनौतियों से निपटने के नए कदमों और मजबूत वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा ढांचा तैयार करने के बारे में चर्चा होगी। बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री इस शिखर बैठक के उद्घाटन सत्र में ‘महामारी के तनाव की रोकथाम और तैयारियों को प्राथमिकता’ विषय पर भाषण देंगे। गौरतलब है कि इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने पहले वैश्विक कोविड शिखर सम्मेलन में 22 मई 2021 को हिस्सा लिया था। इसकी मेजबानी भी अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन की ओर से ही की गई थी।
बयान में कहा गया है, ‘‘भारत ने सुरक्षित एवं किफायती टीके, दवा, जांच एवं उपचार की कम लागत वाली स्वदेशी प्रौद्योगिकी विकसित करके और जीनोम निगरानी और स्वास्थ्य कर्मियों के लिए क्षमता निर्माण के जरिए इस महामारी से मुकाबला करने के वैश्विक प्रयासों में अहम भूमिका निभाई है।’’ विदेश मंत्रालय के मुताबिक, भारत ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के साथ मिलकर वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा ढांचा को मजबूत बनाने एवं इसमें सुधर करने के मकसद से बहुस्तरीय मंचों पर सक्रियता के साथ काम किया।
इस शिखर बैठक में कई देशों के हिस्सा लेने की उम्मीद है। इसमें ‘केरिकॉम’ समूह के अध्यक्ष के रूप में बेलीज हिस्सा लेगा। इसके अलावा अफ्रीकी यूनियन के अध्यक्ष के रूप में सेनेगल, जी20 के अध्यक्ष के रूप में इंडोनेशिया और जी7 के अध्यक्ष के रूप में जर्मनी भी हिस्सा लेगा। शिखर बैठक में संयुक्त राष्ट्र के महासचिव, विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक टेडरोस अदनहोम गेब्रेहेसस और कई अन्य राष्ट्राध्यक्ष और अधिकारी भी हिस्सा लेंगे।