बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान का असर दिखना शुरू हो गया है। आंध्र प्रदेश और ओडिशा के कई जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू हो गई है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, चक्रवात ‘असानी’ के अगले कुछ घंटों में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। यह आज शाम या कल सुबह तक आंध्र और ओडिशा के तट तक पहुंचेगा।
चक्रवात असानी के बुधवार सुबह आंध्र प्रदेश के काकीनाडा जिले में पहुंचने से पहले कुछ हिस्सों में तेज बारिश हुई. इससे पहले मंगलवार को ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त प्रदीप कुमार जेना ने ऐलान किया था कि चक्रवात आसनी आज सुबह आंध्र तट पर काकीनाडा पहुंच जाएगा. जेना ने बताया, “चक्रवाती तूफान आसनी पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी से उत्तरी आंध्र तट की ओर बढ़ रहा है और एक अनुमान के मुताबिक,चक्रवात के आंध्र तट के काकीनाडा पहुंचने की संभावना है.” मंगलवार को भारतीय मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि चक्रवात आसनी के मद्देनजर आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है.
तेलंगाना के नलगोंडा, सूर्यपेट, भद्राद्री कोठागुडेम, खम्मम और मुलुगु जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. अधिकारियों ने बताया कि चक्रवात असानी ने अपनी दिशा बदल ली है और पास के काकीनाडा तट को छूने जा रहा है. तट को छूने के बाद यह फिर से काकीनाडा और विशाखापत्तनम के बीच समुद्र में आ जाएगा.
मौसम कार्यालय के अधिकारियों ने पहले कहा था कि चक्रवात असानी के कारण तेलंगाना के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है. मौसम विज्ञान केंद्र, हैदराबाद के प्रमुख, डॉक्टर नागारत्ना ने बताया कि “तटीय आंध्र प्रदेश जिलों के साथ भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. तेलंगाना के आसपास के जिलों में चक्रवाती तूफान का असर होने की संभावना है. नलगोंडा, सूर्यपेट, भद्राद्री कोठागुडेम, खम्मम और मुलुगु में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.” अधिकारियों ने कहा था कि तेलंगाना के दक्षिणी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. उन्होंने कहा था कि हैदराबाद में अगले 24 घंटों में हल्की बारिश होने की संभावना है और अगले 48 घंटों तक बादल छाए रहेंगे.
चक्रवात असानी के चलते खास तौर पर ओडिशा और आंध्र प्रदेश में हाई अलर्ट जारी किया गया है। ओडिशा के पुरी के एडिशनल एसपी मिहिर कुमार पांडा ने बताया, असानी के कारण तेज हवाएं चल रही हैं और ऊंची लहरें उठने लगी हैं। इसके मद्देनजर तटीय क्षेत्रों के आसपास रह रहे लोगों को अलर्ट किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि, पुलिस बलों और सभी स्टेशनों को हाईअलर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा सुरक्षा की दृष्टि से कई उड़ानों को भी रद्द किया गया है।
शाम तक और असर दिखाएगा चक्रवात
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात असानी अगले कुछ घंटों में उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने के साथ आंध्र प्रदेश के तट तक पहुंचेगा। इसके बाद चक्रवात के मछलीपट्टनम, नरसापुर, यनम, काकीनाडा, तुनी और विशाखापत्तनम तटों तक पहुंचने की संभावना है। ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त प्रदीत कुमार जेना ने बताया कि विशाखापत्तनम पहुंचने के बाद यह समुद्र में मिल जाएगा। आईएमडी के अनुसार अगले कुछ घंटों के लिए चक्रवात के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और आंध्र प्रदेश तट के करीब बंगाल की खाड़ी में पश्चिम-मध्य तक पहुंचने की संभावना है।
कल से कमजोर होगा तूफान
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, 12 मई की सुबह तक धीरे-धीरे चक्रवाती तूफान कमजोर होने लगेगा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य पर गंभीर चक्रवाती तूफान ‘असानी’ पिछले 6 घंटों के दौरान 12 किमी प्रति घंटे की गति से पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ा, धीरे-धीरे यह चक्रवाती तूफान कमजोर हो रहा है। मौसम विभाग का अनुमान है कि असानी बुधवार सुबह काकीनाडा और विशाखापट्टनम के बीच तट से टकराएगा। इस दौरान 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चल सकती हैं और भारी बारिश हो सकती है।
काकीनाडा में चक्रवात से सड़क क्षतिग्रस्त
आंध्र प्रदेश के काकीनाडा में तेज हवाओं के साथ समुद्र में हलचल बढ़ गई है। यहां के थिम्मापुरम पुलिस स्टेशन के उप निरीक्षक रामकृष्ण ने बताया कि समुद्र तट के साथ लगने वाली रोड काफी क्षतिग्रस्त हुई है। हम दो चेक पोस्ट लगाकर ट्रैफिक को इस तरफ जाने से रोक रहे हैं। हम पूरे अलर्ट पर हैं। माइक से भी लोगों को अनुरोध किया है कि बाहर न निकलें, फिशिंग की अनुमति नहीं है।
इंडिगो ने रद्द की सभी उड़ानें
असानी चक्रवात के चलते इंडिगो ने अभी सभी उड़ानों को रद्द कर दिया है। विशाखापत्तनम हवाई अड्डे के निदेशक श्रीनिवास राव ने बताया कि सभी उड़ानों को रद्द किया गया है। वहीं एयर एशिया ने भी बेंगेलूरू और दिल्ली की उड़ान को रद्द किया है। वहीं एयर इंडिया ने अभी तक इस पर फैसला नहीं लिया है।
बिहार के इन 18 जिलों में बारिश के आसार
बंगाल की खाड़ी में बना भीषण चक्रवाती तूफान असानी ओडिशा और आंध्रप्रदेश की तरफ बढ़ रहा, लेकिन इसकी रफ्तार कम हो गई है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के निदेशक विवेक सिन्हा की मानें तो बिहार में इसका सीधा प्रभाव नहीं पड़ा है। इसके कारण मौसम में कोई खास बदलाव नहीं हो सका। हालांकि, उत्तर पूर्व जिलों में बादलों का बनना और छिटपुट बारिश की गतिविधियां बनी हैं। वहीं, पटना समेत प्रदेश के शेष भागों का मौसम सामान्य बने रहने के आसार है।
प्रदेश में पूर्वी व दक्षिण पूर्वी हवा की मजबूत स्थिति बनी है। इसके फलस्वरूप उत्तर पश्चिम-मध्य और उत्तर पूर्व जिलों के कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की बूंदाबांदी के आसार हैं। इन सभी मौसमी प्रभाव के कारण शुक्रवार तक इन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है।
शुक्रवार तक इन जिलों में बारिश के आसार
शुक्रवार तक प्रदेश के 18 जिलों के पूर्वी एवं पश्चिमी चंपारण, सिवान, सारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार में मेघ गर्जन के साथ हल्की बारिश का पूर्वानुमान है।
उत्तरी और मध्य बिहार में अगले पांच दिनों तक आंधी-पानी और ठनका के आसार हैं. इसकी वजह स्थानीय मौसमी दशा, गुजर रही ट्रफ लाइन और पूर्वी उत्तरप्रदेश में सक्रिय चक्रवाती दबाव का सक्रिय होना है. 11 तारीख से काल वैशाखी के साथ-साथ असानी तूफान के प्रभाव से उत्तरी-पूर्वी बिहार में तेज हवाओं के साथ बारिश होने की आशंका हैं. आइएमडी पटना ने येलो अलर्ट जारी किया है. हालांकि आइएमडी ने साफ किया है कि असानी चक्रवात का एक क्षेत्र विशेष पर ही थोड़ा- बहुत असर संभावित है. इधर रविवार की रात से लेकर सोमवार की शाम पांच बजे तक प्रदेश में अधिकतर जगहों पर सामान्य से भारी बारिश दर्ज हुई है. विशेष रूप से उत्तरी और मध्य बिहार में बारिश की स्थिति देखी गयी. हालांकि बादल पूरे बिहार में छाये रहे.
असानी’ का असर, पटना में बूंदा-बांदी से मौसम का मिजाज बदला
सोमवार को पटना में चक्रवाती तूफान ‘असानी’ का असर दिखा. इससे मौसम का मिजाज बदला रहा. इस वजह से सुबह में बादल छाये रहने से गर्मी का असर कम रहा. हालांकि दोपहर बाद धूप तेज निकली. पटना में सुबह लगभग 10 बजे बूंदा-बांदी शुरू हुई. बूंदा-बांदी लगभग 10 से 15 मिनट हुई. इससे गर्मी से राहत मिली. इसका असर एकाध घंटे रहा. इसके बाद दोपहर के बाद तेज धूप निकली. लेकिन हवा के चलने से लोगों को गर्मी से राहत मिली.